Fact Check : महाराणा प्रताप की तलवार के नाम पर फिर से वायरल हुई फर्जी पोस्‍ट

वायरल हो रही तस्‍वीर में दिख रही तलवार स्पेन के ग्रैनाडा के आखिरी आमिर (सुल्तान) मुहम्मद XII की है। इसे पहले भी महाराणा प्रताप की बताकर शेयर किया जा चुका है।

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया के अलग-अलग प्‍लेटफॉर्म पर एक तलवार की तस्‍वीर वायरल हो रही है। इस तस्‍वीर में दिख रही तलवार को महाराणा प्रताप की बताकर वायरल किया जा रहा है। इतना ही नहीं, इसके साथ यह भी दावा किया जा रहा है कि महाराणा प्रताप की तलवारों का वजन 50 किलो था।

विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। दावा फर्जी साबित हुआ। वायरल हो रही तस्‍वीर में दिख रही तलवार स्पेन के ग्रैनाडा के आखिरी आमिर (सुल्तान) मुहम्मद XII की है। इसे पहले भी महाराणा प्रताप की बताकर शेयर किया जा चुका है।

क्‍या हो रहा है वायरल

थ्रेड यूजर radhikajoshi1011 ने 23 सितंबर को एक तस्‍वीर को पोस्‍ट करते हुए लिखा, “महाराणा प्रताप की तलवारों का वजन लगभग 50 किलोग्राम था, जब उनके दुश्मन निहत्थे हो जाते थे तो वह एक तलवार दुश्मन को दे देते थे। युद्ध के मैदान में इस योद्धा की क्षमता की कल्पना कीजिए। लेकिन दुख की बात है कि हमारी इतिहास की किताबों में इसका ज्यादा उल्लेख नहीं है।”

वायरल पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों ही लिखा गया है। इसका आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच के लिए सबसे पहले गूगल लेंस टूल का इस्‍तेमाल किया। इसके जरिए सर्च करने पर हमें वायरल तस्‍वीर एक वेबसाइट imgur.com पर मिली। यहां मौजूद एक फोटो गैलरी में बताया गया कि यह तलवार स्पेन के ग्रैनाडा के आखिरी सुल्तान मुहम्मद XII की है। इस तस्‍वीर को एक फरवरी 2019 को पोस्‍ट किया गया था।

सर्च के दौरान हमें स्‍वॉर्ड साइट डॉट कॉम पर भी वायरल तस्‍वीर मिली। 27 सितंबर 2013 को प्रकाशित एक लेख में बताया गया तलवार सहित सभी समान बोबदिल (Boabdil) की है। इस लेख में कई तस्‍वीरों का इस्‍तेमाल किया गया था।

सर्च के दौरान इनसाइक्लोपीडिया ब्रिटैनिका पर जानकारी मिली कि मुहम्मद XII का स्पेनिश नाम बोबदिल था, जो स्पेन के ग्रैनाडा पर शासन करने वाले नसरीद राजवंश के आखिरी सुल्तान थे।

जांच को आगे बढ़ाते हुए हमने यूटट पर महाराणा प्रताप से जुड़े सामानों को संरक्षित करने वाले म्‍यूजिम के बारे में सर्च किया। हमें 30 जुलाई 2013 को यूट्यूब पर अपलोड एक वीडियो मिला। इसे ‘bmanishap’ नाम के चैनल पर अपलोड किया गया। राणा प्रताप म्यूजियम के इस वीडियो में तलवार और अन्य साजो-समान को देखा जा सकता है।

विश्‍वास न्‍यूज पहले भी महाराणा प्रताप की तलवारों को लेकर पड़ताल कर चुका है। उस दौरान हमने म्यूजियम के प्रभारी भूपेंद्र श्रीमाली से संपर्क किया था। उन्होंने जानकारी देते हुए स्‍पष्‍ट कहा कि वायरल तस्वीर महाराणा प्रताप की नहीं है। महाराणा प्रताप जिस तलवार का इस्तेमाल करते थे वह उदयपुर सिटी पैलेस में संरक्षित है।

विश्‍वास न्‍यूज ने पिछली पड़ताल के दौरान उदयपुर सिटी पैलेस से ईमेल के जरिए संपर्क किया था। महाराणा ऑफ मेवाड़ चैरिटेबल फाउंडेशन के चीफ एडमिनिस्ट्रेटर भूपेंद्र सिंह आउव ने बताया था, “लोग बिना जाने-बूझे अनर्गल बातें करते हैं। महाराणा प्रताप 80 किलो की तलवार लेकर घोड़े पर सवार होकर युद्ध कैसे लड़ सकते हैं। और वह तलवार कहां है? महाराणा प्रताप का कद भी सामान्य भारतीयों की तरह 5’8″ से 5’10” के बीच था। आमतौर पर मेवाड़ के लोग कद में छोटे होते हैं, जबकि पश्चिमी राजस्थान के लोगों का कद 6 फीट से 6 फीट 6 इंच के बीच हो सकता है।”

विश्‍वास न्‍यूज के साथ उन्‍होंने कुछ तस्‍वीरें और जानकारी भी शेयर की थीं। इसके अनुसार, महाराणा प्रताप की तलवार का वजन 1.799 किलो था। उनके कुल अस्त्रों व कवच का वजन 34.618 किलो था। इसमें उनका भाला और कवच समेत एक बंदूक समेत अन्य अस्त्र-शस्त्र भी शामिल हैं।

पड़ताल के अंत में थ्रेड यूजर की जांच की। पता चला कि राधिका जोशी नाम की इस यूजर को करीब 950 लोग फॉलो करते हैं।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में महाराणा प्रताप के तलवार के नाम पर वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। इस तस्‍वीर का महाराणा प्रताप से कोई संबंध नहीं है।

False
Symbols that define nature of fake news
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