X
X

Fact Check: वायरल महिला सुरक्षा हेल्पलाइन नंबर नागपुर पुलिस का नहीं लुधियाना पुलिस का है

  • By: Bhagwant Singh
  • Published: Dec 5, 2019 at 03:42 PM
  • Updated: Aug 30, 2020 at 08:28 PM

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर महिला सुरक्षा को लेकर कई पोस्ट देखने को मिल रहे हैं। इसी तरह एक पोस्ट वायरल हो रहा है जिसमें एक नंबर दिया गया है जिसके साथ दावा किया जा रहा है कि नागपुर पुलिस ने महिला सुरक्षा के लिए एक हेल्पलाइन नंबर निकाला है जिसपर फोन करने से नागपुर पुलिस अकेली फसी महिला की मदद करेगी और उसे सही सलामत घर पहुंचाएगी।

विश्वास टीम ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल हेल्पलाइन नंबर नागपुर पुलिस का नहीं बल्कि लुधियाना पुलिस द्वारा शुरू की गई महिला सुरक्षा सेवा का है। आपको बता दें कि नागपुर पुलिस ने भी महिला सुरक्षा सेवा हेल्पलाइन नंबर शुरू किया है पर वायरल पोस्ट में दिया गया नंबर नागपुर पुलिस का नहीं है।

क्या हो रहा है वायरल?

वायरल पोस्ट में एक नंबर दिया गया है जिसके साथ दावा किया जा रहा है कि नागपुर पुलिस ने महिला सुरक्षा के लिए एक हेल्पलाइन नंबर निकाला है जिसपर फोन करने से नागपुर पुलिस अकेली फसी महिला की मदद करेगी और उसे सही सलामत घर पहुंचाएगी। पोस्ट में डिस्क्रिप्शन लिखा गया है: “Nagpur police launched free ride scheme where any women who is alone & not able to find a vehicle to get home at nights between 10pm-6am can call the police helpline numbers (1091 and 7837018555) & request for a vehicle. They will work 24×7. The control room vehicle or nearby PCR vehicle/SHO vehicle will come & drop her safely to her destination. This will be done FREE of cost.
Pass this message to everyone you know”

पड़ताल

हमने अपनी पड़ताल की शुरुवात करते हुए सबसे पहले इस पोस्ट में दिए गए नंबर पर कॉल किया। हमारी बात हैड कॉन्स्टेबल स्वर्णजीत कौर से हुई जिन्होंने हमें बताया कि यह नंबर पंजाब पुलिस द्वारा शुरू की गई महिला सुरक्षा सेवा का है नागपुर पुलिस का नहीं।

गूगल सर्च करने पर हमें हिंदुस्तान टाइम्स की इसी संदर्भ को लेकर एक खबर मिली जिसकी हेडलाइन थी: Police launch free night pick-and-drop for women in Ludhiana

यह खबर 1 दिसंबर को अपडेट की गई थी। इस खबर में बताया गया था कि लुधियाना पुलिस ने एक नई पहल शुरू की है जिससे महिलाओं की सुरक्षा की जाएगी। इस खबर में यह वायरल नंबर ही दिया गया था। अबतक की पड़ताल से यह बात साफ़ हुई कि वायरल नंबर लुधियाना पुलिस का है नागपुर पुलिस का नहीं।

अब हमने यह जानना चाहा कि क्या नागपुर पुलिस ने ऐसी कोई सेवा महिला सुरक्षा के लिए शुरू की है या नहीं। हमें न्यूज़ एजेंसी ANI की एक खबर का लिंक मिला। यह खबर 4 दिसंबर को अपडेट की गई थी। इस खबर की हेडलाइन थी: Nagpur Police to provide free ride to stranded women from 9PM to 5AM

इस खबर के अनुसार लुधियाना पुलिस की तरह नागपुर पुलिस ने भी महिला सुरक्षा के लिए एक सेवा शुरू की है जिससे वो रात में अकेली फसी महिलाओं को सही सलामत उनके घर पहुंचाएगी। खबर के अनुसार 100, 1091 या 07122561103 पर फोन कर महिला सुरक्षा मांग सकती है।

अब हमने ANI की खबर में दिए नंबर पर कॉल किया। हमारी बात सीनियर हैड कॉन्स्टेबल खण्डले से हुई जिन्होंने हमें बताया कि यह नंबर नागपुर पुलिस द्वारा शुरू की गई महिला सहायता सेवा का है और जो नंबर नागपुर पुलिस के नाम से वायरल हो रहा है वो नागपुर पुलिस का नहीं है।

हमें नागपुर पुलिस द्वारा 4 दिसंबर 2019 को किया गया एक ट्वीट मिला जिसमें इस सुरक्षा सेवा की जानकारी दी गई थी।

नीचे दिए गए नंबर पर कॉल कर सकती हैं महिलाऐं:

नागपुर: 100, 1091 या 07122561103

लुधियाना: 1091 या 7837018555

इस पोस्ट को Pooja Patil नाम की फेसबुक प्रोफ़ाइल द्वारा शेयर किया गया है। हमने इस अकाउंट की सोशल स्कैनिंग से पाया कि इस यूजर को 1,112 लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्वास टीम ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल हो रहा नंबर लुधियाना पुलिस द्वारा शुरू की गई महिला सुरक्षा सेवा का है। नागपुर पुलिस द्वारा शुरू की गई सेवा का नंबर है: 100, 1091 या 07122561103

  • Claim Review : यह महिला सुरक्षा हेल्पलाइन नंबर नागपुर पुलिस का
  • Claimed By : FB User- Pooja Patil
  • Fact Check : झूठ
झूठ
फेक न्यूज की प्रकृति को बताने वाला सिंबल
  • सच
  • भ्रामक
  • झूठ

पूरा सच जानें... किसी सूचना या अफवाह पर संदेह हो तो हमें बताएं

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी मैसेज या अफवाह पर संदेह है जिसका असर समाज, देश और आप पर हो सकता है तो हमें बताएं। आप हमें नीचे दिए गए किसी भी माध्यम के जरिए जानकारी भेज सकते हैं...

टैग्स

अपनी प्रतिक्रिया दें

No more pages to load

संबंधित लेख

Next pageNext pageNext page

Post saved! You can read it later