Fact Check: अमूल नहीं बंद कर रहा है अपने चिलिंग सेंटर, वायरल नोटिस फर्जी है

वायरल हो रहा नोटिस फर्जी है। अमूल ने अपने चिलिंग सेंटर को लेकर ऐसा कोई भी नोटिस जारी नहीं किया है।

नई दिल्ली (विश्वास टीम)।सोशल मिडिया पर एक नोटिस तेजी से वायरल हो रहा है, जिसके साथ दावा किया जा रहा है कि कोरोना वायरस के कारण अमूल 21 मार्च 2020 से अपने सारे चिलिंग सेंटर अनिश्चित काल के लिए बंद कर रहा है। विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में इस वायरल हो रहे नोटिस को फर्जी पाया। अमूल ने अपने चिलिंग सेंटर को लेकर ऐसा कोई भी नोटिस जारी नहीं किया है।

क्या हो रहा है वायरल?

वायरल हो रही पोस्ट में एक नोटिस की तस्वीर है, जिसमें लिखा हुआ है: अमूल, विषय: कोरोना वायरस की वजह से चिलिंग सेंटर के संबंध में, दिनांक: 18/03/2020, समस्त दुग्ध उत्पादकों को सूचित किया है कि दिनांक 21.03.2020 से कलेक्शन बंद किया जाता है। अंत: सभी से निवेदन है कि आप सभी को पहले सूचित किया जा रहा है। सभी चिलिंग सेंटर 21.03.2020 से अनिश्चित काल के लिए बंद किये जाते हैं।

वायरल पोस्ट का आर्काइव्ड वर्ज़न

पड़ताल

पड़ताल की शुरुआत करते हुए सबसे पहले हमने इस नोटिस को ध्यान से पढ़ा। नोटिस पढ़ने के बाद हमने न्यूज़ सर्च का सहारा लेते हुए पड़ताल को शुरू किया। हमें ऐसा कोई भी आधिकारिक सबूत नहीं मिला जो दावा करता हो कि अमूल अपने चिलिंग सेंटर 21 मार्च 2020 से अनिश्चित काल के लिए बंद कर रहा है।

अब हमने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए कीवर्ड सर्च का सहारा लिया। हमें कीवर्ड सर्च की मदद से अमूल लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर आर एस सोढ़ी का एक ट्वीट मिला। यह ट्वीट सोढ़ी ने इसी नोटिस को लेकर किया था। इस ट्वीट में इस नोटिस की तस्वीर को भी शेयर किया गया था। ट्वीट रात 10 बजे के करीब 18 मार्च को किया गया था और इसमें डिस्क्रिप्शन लिखा: It seems somebody spreading this news which is fake and none of our milk chilling centre or procurement activities are going to close down , Rather we are procuring more .

डिस्क्रिप्शन का हिंदी अनुवाद: ऐसा लग रहा है कि कोई इस फर्जी खबर को फैला रहा है और दावा कर रहा है कि अमूल अपने मिल्क चिलिंग सेंटर को बंद कर रहा है। ऐसा कुछ भी नहीं है, बल्कि हम खरीद गतिविधियों को बढ़ा रहे हैं। इस ट्वीट से यह साफ़ हो गया कि वायरल हो रहा नोटिस फ़र्ज़ी है।

विश्वास न्यूज़ ने इस नोटिस को लेकर अमूल के जनरल मैनेजर रवीन चौधरी से भी बात की। रवीन ने विश्वास न्यूज़ से बात करते हुए बताया कि यह वायरल नोटिस फ़र्ज़ी है। इस नोटिस को लेकर हमारे MD आर एस सोढ़ी जी ने ट्वीट भी किया था। नोटिस में लिखी बातें झूठी है।

विश्वास न्यूज़ ने इस नोटिस को लेकर अमूल के MD आर एस सोढ़ी से भी संपर्क किया। सोढ़ी ने विश्वास न्यूज़ को बताया कि यह वायरल नोटिस फर्जी है।

इस नोटिस को सोशल मिडिया पर कई लोग वायरल कर रहे हैं। इन्हीं में से एक है Mohammed Mohsin Ansari नाम की फेसबुक प्रोफ़ाइल।

Disclaimer: विश्वास न्यूज की कोरोना वायरस (COVID-19) से जुड़ी फैक्ट चेक स्टोरी को पढ़ते या उसे शेयर करते वक्त आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि जिन आंकड़ों या रिसर्च संबंधी डेटा का इस्तेमाल किया गया है, वह परिवर्तनीय है। परिवर्तनीय इसलिए क्योंकि इस महामारी से जुड़े आंकड़ें (संक्रमित और ठीक होने वाले मरीजों की संख्या, इससे होने वाली मौतों की संख्या ) में लगातार बदलाव हो रहा है। इसके साथ ही इस बीमारी का वैक्सीन खोजे जाने की दिशा में चल रहे रिसर्च के ठोस परिणाम आने बाकी हैं, और इस वजह से इलाज और बचाव को लेकर उपलब्ध आंकड़ों में भी बदलाव हो सकता है। इसलिए जरूरी है कि स्टोरी में इस्तेमाल किए गए डेटा को उसकी तारीख के संदर्भ में देखा जाए।

निष्कर्ष: वायरल हो रहा नोटिस फर्जी है। अमूल ने अपने चिलिंग सेंटर को लेकर ऐसा कोई भी नोटिस जारी नहीं किया है।

False
Symbols that define nature of fake news
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