Fact Check: पाकिस्तान में नकली पीर बाबा के पकड़े जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर भारत का बताकर किया जा रहा शेयर

विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा गलत निकला। वायरल वीडियो का भारत से कोई संबंध नहीं है। वीडियो पाकिस्तान के सियालकोट शहर का है। जिसे अब भारत से जोड़कर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, वीडियो में कुछ लोग एक क्रब से मिट्टी हटाते है और पाते हैं कि उसके नीचे एक शख्स बैठा हुआ है। इस वीडियो को शेयर कर भारत से जोड़ते हुए दावा किया जा रहा है कि ये शख्स पीर बाबा की क्रब के नीचे बैठकर लोगों को आवाज लगाता था और ढगता था। जब पंजाब पुलिस को इसकी खबर लगी, तो उन्होंने क्रब खोदी और ये बाबा बाहर निकला। विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा गलत निकला। वायरल वीडियो का भारत से कोई संबंध नहीं है। वीडियो पाकिस्तान के सियालकोट शहर का है। जिसे अब भारत से जोड़कर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट में ?

फेसबुक यूजर नरेंद्र चौधरी ने वायरल वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, “मुरीदों के पुकारने पर #पीरसाहब कब्र से तुरंत जवाब देते थे।।#पंजाबपुलिस को पता चला, तो आवाज के साथ पीर साहब को कब्र से निकाला गया।”

पड़ताल –

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए विश्वास न्यूज ने इनविड टूल का इस्तेमाल करते हुए वीडियो के कई ग्रैब्स निकाले और उन्हें गूगल रिवर्स इमेज के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल वीडियो से जुड़ी एक रिपोर्ट पाकिस्तानी न्यूज KTN NEWS के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर 15 फरवरी 2020 को अपलोड मिली। वीडियो में दी गई जानकारी के मुताबिक, वायरल वीडियो पाकिस्तान के सियालकोट शहर में हुई घटना का है।

https://www.youtube.com/watch?v=NqIkG177d2s

प्राप्त जानकारी के आधार पर हमने गूगल पर कुछ कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल दावे से जुड़ी एक और रिपोर्ट पाकिस्तान न्यूज 24 News HD के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर 19 फरवरी 2020 को पोस्ट मिली। वीडियो में दी गई जानकारी के मुताबिक, ये घटना पाकिस्तान के सियालकोट शहर की है। क्रब में बैठ एक शख्स ‘काला जादू’ करने के लिए लोगों से पैसे लेता था और उन्हें बेवकूफ बना रहा था। रिपोर्टों के अनुसार, उस व्यक्ति ने लोगों से यह कहकर भी धोखा दिया था कि वो 40 दिनों तक कब्र में बिना कुछ खाए-पिए रहेगा, लेकिन वह सभी बुनियादी सुविधाओं के साथ क्रब में रह रहा था और बाहर जाने के लिए कब्र के चारों ओर विभिन्न सुरंगें भी खोद रखी थी। पाकिस्तान की आर्य न्यूज ने भी इस रिपोर्ट को प्रकाशित किया था।

पड़ताल के दौरान हमें वायरल वीडियो से जुड़ी एक अन्य रिपोर्ट पाकिस्तान के ժҽsí ղҽաs नामक यूट्यूब चैनल पर मिली। इस वीडियो में पाकिस्तान पुलिस द्वारा शख्स को क्रब से निकालते हुए और पकड़ कर ले जाते हुए साफ तौर पर देखा जा सकता है।

https://www.youtube.com/watch?v=zR6HJG6nBBc

अधिक जानकारी के लिए हमने पंजाब में दैनिक जागरण डिजिटल में कार्यरत उप समाचार संपादक कमलेश भट्ट से संपर्क किया। हमने वायरल वीडियो को उनके साथ शेयर किया। उन्होंने हमें बताया, “वायरल दावा गलत है। पंजाब में हाल-फिलहाल में ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। वीडियो में नजर आ रहे लोगों का ड्रेस भी पंजाब पुलिस से काफी अलग है। पंजाब पुलिस की ड्रेस ऐसी नहीं है।”

पड़ताल के अंत में पोस्ट को वायरल करने वाले यूजर की जांच की गई। यूजर की सोशल स्कैनिंग में पता चला कि यूजर को फेसबुक पर 3 हजार 4 सौ से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल दावा गलत निकला। वायरल वीडियो का भारत से कोई संबंध नहीं है। वीडियो पाकिस्तान के सियालकोट शहर का है। जिसे अब भारत से जोड़कर गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट