Fact Check : नेशनल हेल्‍थ मिशन के कर्मचारियों के प्रदर्शन का वीडियो 370 के नाम पर हुआ वायरल, वीडियो 6 महीने पुराना है

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। जम्‍मू व कश्‍मीर से अनुच्‍छेद 370 हटाए जाने के बाद से ही सोशल मीडिया पर कई ऐसे पुराने और फर्जी वीडियो वायरल हो रहे हैं, जो अफवाह फैला रहे हैं। एक ऐसा ही वीडियो वायरल करते हुए दावा किया जा रहा है कि ईद की नमाज के बाद कश्‍मीर की सड़कों पर कश्‍मीरी उतर कर 370 का विरोध कर रहे हैं।

विश्‍वास टीम की पड़ताल में पता लगा कि वायरल वीडियो 12 फरवरी 2019 का है। उस वक्‍त नेशनल हेल्‍थ मिशन के इम्‍प्‍लॉई अपनी मांगों को लेकर पूरे जम्‍मू व कश्‍मीर में हड़ताल और प्रदर्शन कर रहे थे। उसी वक्‍त उन पर लाठीचार्ज हुआ था। वायरल वीडियो फरवरी में श्रीनगर में हुई लाठीचार्ज का है। इसका 370 से कोई संबंध नहीं है।

क्‍या है वायरल पोस्‍ट में

फेसबुक यूजर शाज़िया रानी ने 9:18 मिनट का एक वीडियो अपने अकाउंट पर अपलोड करते हुए दावा किया, ”Eid की नमाज़ के बाद कश्मीर के ताज़ा हालात Article 370 के विरोध में सड़कों पर उतरे कश्मीरी।”

इस वीडियो को 12 अगस्‍त को दिन में 12:47 बजे अपलोड किया गया था। अब तक इसे 13 हजार लोग शेयर कर चुके हैं। 971 कमेंट के साथ तीन लाख के करीब बार इस वीडियो को देखा जा चुका है। शाजिया रानी के फेसबुक अकाउंट के अलावा भी कई दूसरे अकाउंट पर इसी वीडियो को गलत दावे के साथ अपलोड किया गया है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने सबसे पहले वायरल हो रहे वीडियो को InVID टूल में अपलोड किया। इसके बाद कई वीडियो ग्रैब निकाले। इन्‍हें एक के बाद एक करके गूगल रिवर्स इमेज में सर्च किया तो हमें आखिरकार Youtube पर एक वीडियो मिला, जो कि वायरल वीडियो जैसा ही था। Fast Kashmir नाम के Youtube चैनल पर इस वीडियो को Police foil NHM employees protest march in Srinagar के साथ 12 फरवरी 2019 को अपलोड किया गया।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने कुछ कीवर्ड को गूगल सर्च में टाइप किया। NHM Employees protest in srinagar कीवर्ड से सर्च के दौरान हमें कई ऐसी खबरें मिलीं, जो मौजूद तस्‍वीरें और वीडियो में दिख रही लोकेशन और लोग एक जैसे ही थे। greaterkashmir.com नाम की वेबसाइट पर मौजूद एक खबर में बताया गया कि श्रीनगर में मार्च कर रहे नेशनल हेल्‍थ मिशन के कर्मचारी पर पुलिस ने लाठियां बरसाईं। इस खबर को 13 फरवरी 2019 को पब्लिश किया गया था।

पड़ताल के दौरान हमें दैनिक जागरण की भी एक खबर मिली। इसमें भी एनएचएम कर्मचारियों के प्रदर्शन की बात कही गई। पूरी खबर आप यहां पढ़ सकते हैं।

इसके बाद विश्‍वास न्‍यूज ने जम्‍मू में मौजूद दैनिक जागरण के संवाददाता राहुल शर्मा से बात की। उन्‍होंने हमें जानकारी दी कि नेशनल हेल्‍थ मिशन के कर्मचारियों ने साल की शुरुआत में एक लंबी हड़ताल की थी। उसी हड़ताल के दौरान 12 फरवरी को उन पर लाठीचार्ज हुआ था। वायरल वीडियो उसी घटना का है। इसका ईद की नमाज से कोई संबंध नहीं है।

विश्‍वास न्‍यूज ने ऑल जम्‍मू एंड कश्‍मीर नेशनल हेल्‍थ मिशन इम्प्लॉई एसोसिएशन के अध्‍यक्ष रोहित सेठ से संपर्क किया। उन्‍होंने बताया कि 2018 में सरकार से एक रिटर्न एंग्रीमेंट हुआ था, लेकिन उसकी मांग पूरी नहीं की जा रही थी। इसलिए संगठन ने 35 दिन लंबी हड़ताल की थी। जो वीडियो अभी वायरल किया जा रहा है, वह दरअसल उसी हड़ताल का है।

अब बारी थी श्रीनगर के पुराने वीडियो को गलत दावे के साथ वायरल करने वाले फेसबुक यूजर की प्रोफाइल की सोशल स्‍कैनिंग करने की। हमें पता लगा कि शाजिया रानी के नाम से बनाए गए इस पेज को दो लाख से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं। इस पेज को 23 अगस्‍त 2018 को बनाया गया था। इस पेज पर एक खास समुदाय से जुड़ी खबरें, तस्‍वीरें और वीडियो शेयर किए जाते हैं।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पता चला कि जिस वीडियो को अनुच्‍छेद 370 के बाद कश्‍मीर में प्रदर्शन के नाम पर फैलाया जा रहा है, वह 12 फरवरी 2019 का है। उस वक्‍त श्रीनगर में नेशनल हेल्‍थ मिशन के कर्मचारी अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे। वीडियो उसी प्रदर्शन का है। इसका अनुच्‍छेद 370 से कोई संबंध नहीं है।

पूरा सच जानें…

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Symbols that define nature of fake news
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