Fact Check: पंजाब के जीरकपुर की एक सोसाइटी में पुलिस की रेड के वीडियो को भ्रामक दावे के साथ सोशल मीडिया पर किया जा रहा वायरल

विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में यह पोस्ट भ्रामक साबित हुआ। आस-पास रहने वाले लोगों ने शक के आधार पर यहां पुलिस को बुलाया था और पुलिस की जांच में लड़कियों के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला है।

Fact Check: पंजाब के जीरकपुर की एक सोसाइटी में पुलिस की रेड के वीडियो को भ्रामक दावे के साथ सोशल मीडिया पर किया जा रहा वायरल

नई दिल्ली (Vishvas Team). सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेज़ी से वायरल हो रहा है, जिसके साथ दावा किया जा रहा है कि पंजाब के जीरकपुर में एक जानी-मानी सोसाइटी के फ्लैट में रेड डाली गई है, जहां देह व्यापर होता था। इस वीडियो में एक फ्लैट में पुलिस, कुछ लोग और कई सारी लड़कियों को देखा जा सकता है।

विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में यह पोस्ट भ्रामक साबित हुआ। आस-पास रहने वाले लोगों ने शक के आधार पर यहां पुलिस को बुलाया था और पुलिस की जांच में लड़कियों के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला है।

क्या हो रहा है वायरल?

फेसबुक पेज Real news haryana ने एक वीडियो को अपलोड किया, जिसमें एक फ्लैट के अंदर पुलिस, कुछ लोग और कई सारी लड़कियों को देखा जा सकता है। इस वीडियो को अपलोड करते हुए लिखा गया: “देखे live निजी जाना माना गार्डन जीरकपुर का कोठा बना हुआ था पूरा फ्लैट लाइव रेड देखिए क्या हो रहा है”

इस पोस्ट का फेसबुक और आर्काइव्ड लिंक यहां देख सकते हैं

पड़ताल

पड़ताल की शुरुआत करते हुए हमने इस मामले से जुडी खबरों को ढूंढना शुरू किया। कीवर्ड (जैसे जीरकपुर सोसाइटी रेड) से सर्च करने पर हमें इस मामले को लेकर दैनिक भास्कर की 18 अगस्त 2020 को प्रकाशित एक खबर मिली, जिसकी हेडलाइन थी: जीरकपुर में सेक्स रैकेट की शिकायत:फ्लैट में रह रहीं कई विदेशी लड़कियां, पुलिस ने रेड की, लेकिन किसी को गिरफ्तार नहीं किया

खबर के अनुसार: जीरकपुर-अंबाला हाईवे स्थित अपार्टमेंट में सेक्स रैकेट चलने की जानकारी सामने आ रही है। अपार्टमेंट के आसपास रहने वालों की शिकायत पर पुलिस ने रेड भी की, लेकिन फिलहाल पुलिस ने मामले गिरफ्तारी नहीं की है। पुलिस का कहना है कि हमें इस तरह के कोई सबूत नहीं मिले, जिससे यह साबित हो कि लड़कियां सेक्स रैकेट से जुड़ी हैं।

खबर में बताया गया कि पुलिस का कहना है कि हमें इस तरह के सबूत नहीं मिले, जिससे लड़कियों पर शक किया जाए। लड़कियां लॉकडाउन की वजह से फ्लैट में इकट्‌ठा रहती हैं, पंचकूला के सलून में काम करती हैं। लोगों का आरोप है कि पुलिस को फ्लैट में आपत्तिजनक चीजें मिली हैं, फिर भी कार्रवाई नहीं की।

अब हमने पुख्ता जानकारी के लिए जीरकपुर के SHO गुरवंत सिंह से फोन पर बात की। गुरवंत ने हमें बताया कि यह मामला एक हफ्ता पुराना है और देह व्यापार जैसा दावा गलत है।

अब बारी थी इस वीडियो को फर्जी दावे के साथ शेयर करने वाले पेज Real news haryana की सोशल स्कैनिंग करने की। यह पेज पंजाब हरियाणा से जुडी खबरों को अधिक शेयर करता है और इसे 46,641 लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ की पड़ताल में यह पोस्ट भ्रामक साबित हुआ। आस-पास रहने वाले लोगों ने शक के आधार पर यहां पुलिस को बुलाया था और पुलिस की जांच में लड़कियों के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला है।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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