विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि दलित हिंदू महिला द्वारा 6 मुस्लिम युवकों की हत्या किए जाने का वायरल दावा मनगढ़ंत है। इस तरह की कोई घटना वाराणसी में नहीं हुई है। वाराणसी पुलिस ने इन दावों का खंडन किया है। यूपी तक ने भी इस खबर को फर्जी और एडिटेड बताया है।
विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। सोशल मीडिया पर न्यूज पेपर का एक स्क्रीनशॉट वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि एक दलित महिला ने रेप और धर्मांतरण की धमकी से तंग आकर 6 मुस्लिम युवकों की हत्या कर दी। यूजर्स इस खबर को सच समझकर शेयर कर रहे हैं विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा पूरी तरह से मनगढ़ंत और फेक है। इस तरह की कोई घटना वाराणसी में नहीं हुई है।
ट्विटर यूजर अनामिका सिंह ने 18 जून 20223 को वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “बलात्कार और धर्मांतरण की धमकी देने पर 6 मुस्लिम युवको का गला काट दलित हिंदू युवती फरार ; बाबतपुर स्थित काली मंदिर से 6 कटे सिर बरामद नारी शक्ति , जय हिंदू राष्ट्र जय श्री राम जय भवानी।”
पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।
विश्वास न्यूज के वॉट्सऐप टिपलाइन नंबर +91 9599299372 पर कई यूजर्स ने इस वायरल पोस्ट को भेजकर इसकी सच्चाई बताने का अनुरोध किया है।
वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने यूपी तक की वेबसाइट और सोशल मीडिया अकाउंट्स को खंगालना शुरू किया। हमें 19 जून 2023 को ट्विटर अकाउंट पर की गई एक पोस्ट मिली। वायरल तस्वीर को शेयर करते हुए दावे का खंडन किया गया है। कैप्शन में लिखा गया है, “सोशल मीडिया पर यूपी Tak के नाम (Logo) के साथ फैलाई जा रही ये काल्पनिक खबर पूर्णतः असत्य एवं भ्रामक है। कृपया ऐसी भ्रामक खबरों पर ध्यान न दें। वाराणसी कमिश्नर ने भी इस ख़बर का खंडन किया है। पुलिस ऐसे पोस्ट को शेयर करने वालों पर वैधानिक कार्यवाही करेगी।”
गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करने पर हमें वाराणसी के पुलिस कमिश्नर के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर दावे से जुड़ी एक पोस्ट मिली। 19 जून 2023 को वायरल तस्वीर को ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा है, “आवश्यक सूचना… ट्विटर हैंडलों द्वारा एक फेक न्यूज को पोस्ट कर वायरल किया जा रहा है। जो पूर्णतः असत्य एवं भ्रामक है। कमिश्नर वाराणसी पुलिस इस असत्य एवं भ्रामक खबर का खंडन करती है।”
वाराणसी गोमती जोन के डीसीपी ने भी ट्वीट कर इस दावे का खंडन किया है।
अधिक जानकारी के लिए हमने वाराणसी दैनिक जागरण के क्राइम रिपोर्टर दिनेश कुमार से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, वायरल पोस्ट एडिट कर तैयार की गई है। पुलिस ने इसका खंडन किया है। इस तरह की कोई घटना यहां पर नहीं हुई है।
अंत में हमने पोस्ट को भ्रामक दावे के साथ शेयर करने वाली यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर को 7 हजार से ज्यादा लोग फॉलो करते हैं। यूजर दिसंबर 2021 से ट्विटर पर सक्रिय है।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि दलित हिंदू महिला द्वारा 6 मुस्लिम युवकों की हत्या किए जाने का वायरल दावा मनगढ़ंत है। इस तरह की कोई घटना वाराणसी में नहीं हुई है। वाराणसी पुलिस ने इन दावों का खंडन किया है। यूपी तक ने भी इस खबर को फर्जी और एडिटेड बताया है।
सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्यम से भी सूचना दे सकते हैं।