Fact Check: पंजाब के अमृतसर में हुए झगड़े के वीडियो को सांप्रदायिक रंग देकर किया जा रहा है वायरल

विश्वास टीम ने अपनी पड़ताल में वायरल पोस्ट भ्रामक पाया। यह वीडियो अमृतसर के हरिटेज वॉक में दुकानदारों और सिक्युरिटी गार्ड्स के बीच में हुए झगड़े का है, जिसे अब सांप्रदायिक रंग देकर वायरल किया जा रहा है।

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ लोगों को सिक्युरिटी गार्ड्स के साथ लड़ते हुए देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो अमृतसर का है, जहां कुछ मुस्लिम कट्टरपंथियों द्वारा सिखों पर हमला किया गया है।

विश्वास टीम ने अपनी पड़ताल में वायरल पोस्ट भ्रामक पाया। यह वीडियो अमृतसर के हरिटेज वॉक में दुकानदारों और सिक्युरिटी गार्ड्स के बीच में हुए झगड़े का है, जिसे अब सांप्रदायिक रंग देकर वायरल किया जा रहा है।

क्या हो रहा है वायरल?

फेसबुक पर Rangla Panjab Media नाम के पेज ने एक वीडियो को अपलोड किया जिसमें कुछ लोगों को सिक्युरिटी गार्ड्स के साथ लड़ते हुए देखा जा सकता है। इस वीडियो को अपलोड करते हुए पंजाबी में लिखा: “🔴Big Breaking:- ਸ਼੍ਰੀ ਦਰਬਾਰ ਸਾਹਿਬ ਦੇ ਵਿਹੜੇ ਵਿੱਚ #ਮੁਸਲਮਾਨ ਕੱਟੜਪੰਥੀਆਂ ਨੇ #ਸਿੱਖਾ ਤੇਂ ਕੀਤਾ ਹੱਮਲਾ। #amritsar #fight”

हिंदी अनुवाद: 🔴Big Breaking:- श्री दरबार साहिब के आंगन में #मुसलमान कटटरपंथियों ने #सिखों पर किया हमला। #amritsar #fight

इस पोस्ट का फेसबुक और आर्काइव्ड लिंक।

पड़ताल

पड़ताल की शुरुआत करते हुए हमने सबसे पहले इस वीडियो को ध्यान से देखा। इस वीडियो में कुछ लोगों को सिक्युरिटी गार्ड्स के साथ लड़ते हुए देखा जा सकता है। अब हमने कुछ कीवर्ड (जैसे – अमृतसर सिक्युरिटी गार्ड्स लड़ाई ) का सहारा लेते हुए गूगल ब्राउजर में न्यूज़ सर्च किया। हमें इस मामले को लेकर दैनिक जागरण की एक खबर मिली। यह खबर 7 अगस्त को प्रकाशित की गई थी और इसकी हेडलाइन लिखी गई थी: हेरिटेज स्ट्रीट में दुकानदार और सुरक्षागार्ड भिड़े, चले दातर और बेसबेट

इस खबर के अनुसार: श्री दरबार साहिब को जाते रास्ते हेरिटेज स्ट्रीट के फुटपाथ पर कब्जे को लेकर निजी कंपनी के सुरक्षाकर्मी और दुकानदार के कारिंदे भिड़ गए। घटना शुक्रवार दोपहर की है। दोनों तरफ से दातर, बेसबेट और लाठियां चलीं। यहां तक कि कुछ हमलावरों ने तो सड़क पर पड़े ईट-पत्थर भी चलाने शुरू कर दिए। घटना में हरजीत सिंह और सरबजीत सिह नामक सुरक्षाकर्मी मामूली जख्मी हुए हैं। कोतवाली थाने के प्रभारी इंस्पेक्टर गुरप्रीत सिंह ने बताया कि दोनों पक्षों से पूछताछ की जा रही है।

पूरी खबर यहां क्लिक कर पढ़ी जा सकती है।

हमें इस मामले को लेकर The Tribune का एक वीडियो बुलेटिन भी मिला, जिसमें इस वायरल क्लिप का इस्तेमाल था और सिक्युरिटी गार्ड्स और पुलिस अधिकारी को भी इस वीडियो में इस मामले को लेकर जानकारी देते सुना जा सकता है। यह वीडियो बुलेटिन 8 अगस्त 2020 को यूट्यूब पर अपलोड किया गया था और इसे नीचे देखा जा सकता है।

पड़ताल के अगले चरण में हमने इस मामले को लेकर हमारे दैनिक जागरण के अमृतसर संवाददाता नितिन धीमान से बात की। नितिन ने हमें बताया, “इस मामले में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं हैं। यह लड़ाई फुटपाथ पर कब्ज़े को लेकर सिक्युरिटी गार्ड्स और दुकानदारों के बीच हुई थी।

अब बारी थी इस वीडियो को भ्रामक दावे के साथ वायरल करने वाले फेसबुक पेज Rangla Panjab Media की सोशल स्कैनिंग करने की। हमने पाया कि यह पेज पंजाब से जुडी खबरों को अधिक शेयर करता है और इस पेज को 5,030 लोग फॉलो करते हैं। यह पेज 7 अप्रैल 2020 को बनाया गया था।


निष्कर्ष: विश्वास टीम ने अपनी पड़ताल में वायरल पोस्ट भ्रामक पाया। यह वीडियो अमृतसर के हरिटेज वॉक में दुकानदारों और सिक्युरिटी गार्ड्स के बीच में हुए झगड़े का है, जिसे अब सांप्रदायिक रंग देकर वायरल किया जा रहा है।

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