Fact Check: इस तस्वीर में मौजूद महिला पारले जी गर्ल नहीं, इन्फ़ोसिस फाउंडेशन की चेयरमैन सुधा मूर्ति हैं

नई दिल्ली (विश्वास टीम)।सोशल मीडिया पर कुछ समय से एक तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें एक महिला के साथ पारले जी बिस्कुट का पैकेट देखा जा सकता है। पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि तस्वीर में मौजूद महिला पारले जी के कवर पर मौजूद बच्ची हैं। हमारी पड़ताल में हमने पाया कि ये दावा गलत है। तस्वीर में मौजूद महिला इन्फ़ोसिस फाउंडेशन की चेयरमैन सुधा मूर्ति हैं और उनका पारले जी कवर गर्ल से कोई लेना-देना नहीं है।

Claim

वायरल तस्वीर में एक महिला के साथ पारले जी बिस्कुट का पैकेट देखा जा सकता है। पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि तस्वीर में मौजूद महिला पारले जी गर्ल हैं। फोटो के साथ लिखा है “Remember Parle-G biscuit girl, Neru Deshpande now 64 years old is the girl who was clicked for Parle-G biscuit when she was 4 years old.” जिसका हिंदी अनुवाद होता है “आपको पारले-जी बिस्किट गर्ल याद है। नीरू देशपांडे ही वो महिला हैं जिनकी फोटो पारले जी के कवर फोटो के लिए 4 साल की उम्र में खींची गयी थी। अब वो 64 साल की हैं।”

FACT CHECK

अपनी पड़ताल को शुरू करने के लिए हमने इस तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया तो हमारे सामने वायरल तस्वीर में मौजूद महिला की बहुत-सी तस्वीरें निकल के आईं। ये तस्वीरें इन्फ़ोसिस फाउंडेशन की चेयरमैन सुधा मूर्ति की थीं।

सुधा मूर्ति का प्रोफाइल नीचे देखा जा सकता है।

वायरल तस्वीर में नीरू देशपांडे का ज़िक्र है इसलिए हमने इस नाम को पारले-जी की वर्ड के साथ गूगल सर्च किया। सर्च में हमारे हाथ Crazy Duniya नाम के एक चैनल द्वारा Jul 28, 2017 को यूट्यूब पर अपलोड किया हुआ एक वीडियो मिला। इस वीडियो में भी सुधा मूर्ति की एक दूसरी तस्वीर थी जिसमे भी इन्हे पारले जी गर्ल नीरू देशपांडे कहा गया था।

https://www.youtube.com/watch?v=GNi_HYrkTg0

ज़्यादा पुष्टि के लिए हमने पारले जी प्रोडक्ट्स के ग्रुप प्रोडक्ट मैनेजर, मयंक शाह से बात की जिन्होंने इन सभी कहानियों को यह कहते हुए नकार दिया: “पार्ले जी के कवर पर मौजूद बच्चा सिर्फ एक चित्रण है जिसे 60 के दशक में एवरेस्ट क्रिएटिव द्वारा बनाया गया था। ये किसी की तस्वीर नहीं है।”

इस सिलसिले में हमने पारले जी का विकीपीडिया पेज भी खोला जिसमे साफ़ लिखा है कि ये तस्वीर एक रचनात्मक चित्रण है जिसे एवरेस्ट क्रिएटिव द्वारा बनाया गया था।

इस तस्वीर को We Fuse नाम के एक फेसबुक पेज द्वारा शेयर किया गया था। इस पेज के कुल 37,692 फ़ॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: हमारी पड़ताल में हमने पाया कि ये दावा गलत है। तस्वीर में मौजूद महिला इन्फ़ोसिस फाउंडेशन की चेयरमैन सुधा मूर्ति हैं, न कि पारले जी गर्ल। पारले जी प्रोडक्ट्स के ग्रुप प्रोडक्ट मैनेजर, मयंक शाह ने कहा “पारले जी के कवर पर मौजूद बच्चा सिर्फ एक चित्रण है जिसे 60 के दशक में एवरेस्ट क्रिएटिव द्वारा बनाया गया था। ये किसी की तस्वीर नहीं है।”

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False
Symbols that define nature of fake news
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