Fact Check : मजार हटाए जाने की पुरानी तस्‍वीरों को हाल का बताते हुए किया जा रहा है वायरल

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया के विभिन्‍न प्‍लेटफार्म पर दो तस्‍वीरों का एक कोलाज वायरल हो रहा है। पहली तस्‍वीर में एक जेसीबी मशीन से एक मजार को ध्‍वस्‍त करते हुए देखा जा सकता है। वहीं, दूसरी तस्‍वीर में एक मजार के बगल में एक युवक खड़ा हुआ है। इस कोलाज को वायरल करते हुए सोशल मीडिया यूजर्स दावा कर रहे हैं कि गोवर्धन परिक्रमा मार्ग में अवैध रूप से बनी मजारों को हटाया जा रहा है। विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट के दावे और तस्‍वीरों की जांच की। पड़ताल में पता चला कि वायरल पोस्‍ट भ्रामक है। पुरानी घटना को हाल की बताकर लोगों में भ्रम फैलाया जा रहा है।

क्या हो रहा वायरल?

फेसबुक पेज Yogi Ji For Cm ने 4 अप्रैल को एक कोलाज पोस्ट करते हुए लिखा : “गोवर्धन परिक्रिमा मार्ग में अवैध रूप से अतिक्रमण कर बनी मजारो पर J C B चला कर साफ किया जा रहा है, यह काम करने की क्षमता केवल योगी बाबा में ही है!! #योगी बाबा जिंदाबाद!!”

पोस्ट के साथ दो तस्वीरों का कोलाज भी अपलोड किया। फैक्ट चेक के उद्देश्य से पोस्ट में लिखी गई बातों को यहां ज्यों का त्यों पेश किया गया है। इस पोस्ट के आर्काइव्ड वर्जन को यहां क्लिक कर देखा जा सकता है। कई अन्य यूजर्स ने भी इसे समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट के दावे की सच्‍चाई पता लगाने के लिए सबसे पहले गूगल के माध्यम से ओपन सर्च किया। हमें एक भी ऐसी लेटेस्‍ट खबर नहीं मिली, जो दावे की पुष्टि करती हो। जांच को आगे बढ़ाते हुए वायरल कोलाज को गूगल रिवर्स इमेज टूल और यान्‍डेक्‍स में अपलोड करके सर्च करना शुरू किया। कई कीवर्ड की मदद से हमें कोलाज की तस्‍वीरें 17 नवंबर 2020 को Ashutosh Vashistha के ट्विटर हैंडल पर पोस्ट की हुई मिली। तस्वीर के कैप्शन में लिखा है (हिंदी अनुवाद) गोवर्धन परिक्रमा के बीच इस्लामिक गुंडों द्वारा बनाए गए अवैध मजारों पर यूपी सरकार ने बुलडोजर चला दिया।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने ट्विटर एडवांस सर्च टूल में स्पेशल कीवर्ड्स से सर्च किया। इसी दौरान हमें @amitwip के ट्विटर हैंडल पर 16 नवंबर 2018 वायरल तस्वीर संबंधित पोस्ट मिली। कैप्शन में लिखा है कि गोवर्धन परिक्रमा मार्ग में बनी सभी मजारों को आज ध्वस्त कर दिया गया।

वायरल पोस्ट से संबंधित तस्वीर भारतीय संस्कृति, भारतीय सभ्यता फेसबुक पेज पर भी 15 नवंबर 2018 को अपलोड मिली। इसे यहां देखा जा सकता है। इससे यह स्प्ष्ट हो गया कि वायरल तस्वीर हाल-फिलहाल की नहीं है।

जांच को बढ़ाते हुए हमने कीवर्ड के माध्यम से गूगल पर गोवर्धन परिक्रमा अतिक्रमण के बारे में खोजना शुरू किया। इसी दौरान 21 नवंबर 2018 को my nation न्यूज वेबसाइट पर प्रकाशित एक खबर मिली। खबर के अनुसार, अतिक्रमण की शिकायत के बाद एनजीटी ने 2015 में आदेश दिया था कि सभी अतिक्रमण को हटाया जाय, जिसके बाद सरकार ने 12 नवंबर 2018 को मथुरा के गोवर्धन मार्ग के 7 मजार को ध्वस्त कर दिया।

जांच के अगले चरण में विश्वास न्यूज ने गोवर्धन थाना के सीओ गौरव कुमार त्रिपाठी से संपर्क किया। हमने वायरल तस्वीर को वॉट्सऐप के माध्यम सें उनके साथ शेयर किया। उन्होंने बताया कि वायरल कोलाज वाली तस्वीर 2018 की है। अभी हाल-फिलहाल में गोवर्धन परिक्रमा मार्ग में ऐसी कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

दैनिक जागरण, मथुरा के ब्‍यूरो प्रमुख विनीत मिश्र ने भी वायरल पोस्‍ट भ्रामक बताते हुए कहा कि यह कई साल पुरानी कार्रवाई की तस्‍वीर है। हाल-फिलहाल में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है।

पड़ताल के अंत में विश्वास न्यूज ने फर्जी पोस्ट करने वाले फेसबुक पेज की जांच की। फेसबुक पेज Yogi Ji For Cm की सोशल स्कैनिंग से पता चला कि पोस्ट वायरल करने वाले पेज पर 12 हजार फॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष : विश्वास न्यूज की पड़ताल में गोवर्धन परिक्रमा मार्ग से अतिक्रमण हटाने के लिए JCB चलाए जाने से जुड़ी पोस्ट भ्रामक साबित हुई। वायरल तस्वीरें 2018 से ही इंटरनेट पर मौजूद है। गोवर्धन थाना के सीओ ने भी स्‍पष्‍ट किया कि ये तस्वीरें 2018 की हैं।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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