Fact Check: दिल्ली में मास्क को लेकर सिविल डिफेंस वॉलन्टियर और कार चालक के बीच हुई झड़प को उज्जैन का बता कर किया जा रहा है वायरल

विश्वास न्यूज़ की जांच में यह दावा गलत निकला। यह असल में दिल्ली का वीडियो है, उज्जैन का नहीं।

Fact Check: दिल्ली में मास्क को लेकर सिविल डिफेंस वॉलन्टियर और कार चालक के बीच हुई झड़प को उज्जैन का बता कर किया जा रहा है वायरल

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज़)। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में कुछ लोगों को मार्शल की खाकी वर्दी पहने एक युवक और युवती के साथ बदसलूकी करते देखा जा सकता है। पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है कि यह घटना उज्जैन की है, जहाँ मास्क न पहनने पर मार्शल ने इस व्यक्ति को चेताया तो बदले में वो उसके साथ गाली-गलौज करने लगा। विश्वास न्यूज़ की जांच में यह दावा गलत निकला। यह असल में दिल्ली का वीडियो है, उज्जैन का नहीं।

क्या है वायरल पोस्ट में ?

वायरल पोस्ट में कुछ लोगों को मार्शल की खाकी वर्दी पहने एक युवक और युवती के साथ से बदसलूकी करते देखा जा सकता है। पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है “उज्जैन मे मार्शल मास्क का चलान काट रहे थे। पब्लिक ने मार्शल का ही चलान काट दिया”.🤣”

इस पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

पड़ताल शुरू करने के लिए हमने इस वीडियो को InVID टूल पर डाला और इसके कीफ्रेम्स निकाले। फिर इन कीफ्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया। हमें Dilli Tak के वेरिफाइड यूट्यूब चैनल पर 7 अप्रैल 2021 को पब्लिश्ड एक वीडियो में इस वायरल क्लिप की झलकियां मिलीं। वीडियो के साथ डिस्क्रिप्शन में लिखा था, ” “दिल्ली में सिविल डिफेंस वालेंटियर को मास्क का चालान काटना भारी पड़ गया. बीच सड़क पर चालान काटने से गुस्साए लोगों ने सिविल डिफेंन्स के लोगों को दौडा दौड़ा कर पीटा। कई वालेंटियर्स का सर फोड़ दिया तो कुछ के कपड़े फाड़ दिए है.”

कीवर्ड्स और कीफ्रेम्स के साथ गूगल रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें यह खबर एनडीटीवी पर भी मिली। खबर के अनुसार, “दक्षिणी दिल्ली में सोमवार दोपहर मास्क-चेकिंग कर रहे दिल्ली सरकार के नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों और राहगीरों के बीच एक नाटकीय झड़प हुई।” इस खबर में भी वीडियो एम्बेडेड था।

इस विषय में ज़्यादा पुष्टि के लिए हमने पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) अतुल कुमार ठाकुर से संपर्क साधा। उन्होंने कहा, “मामला दिल्ली के हौज़ खास का था। घटना के संबंध में दो प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज की गई हैं।”

वायरल वीडियो को साझा करने वाले ट्विटर यूजर @Social_Jangi98 की सोशल स्कैनिंग से पता चला है कि यूजर महारष्ट्र में रहता है और उसके ट्विटर पर 2,817 फ़ॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज़ की जांच में यह दावा गलत निकला। यह असल में दिल्ली का वीडियो है, उज्जैन का नहीं।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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