विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि कलेक्टर ऑफिस का उद्घाटन करते सीएम केसीआर के वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है। वीडियो के एक छोटे-से हिस्से को एडिट कर सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। उद्घाटन के लिए हिन्दू-मुस्लिम और ईसाई धर्म के गुरुओं को बुलाया गया था।
विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। नए संसद भवन के उद्घाटन के बाद सोशल मीडिया पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि उन्होंने कलेक्टर ऑफिस के उद्घाटन के लिए सिर्फ मुस्लिम धर्मगुरुओं को बुलाया।
विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल दावा गलत है। निर्मल जिले में हुए कलेक्टर ऑफिस के उद्घाटन के वीडियो की एक क्लिप को एडिट कर सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। उद्घाटन के लिए अन्य धर्मों हिन्दू, मुस्लिम और ईसाई के गुरुओं को भी बुलाया गया था।
ट्विटर यूजर ‘शेषमणि दुबे’ ने 10 जून 2023 को वायरल वीडियो को शेयर किया है। यूजर ने कैप्शन में लिखा है, “संसद भवन में पूजा पाठ का विरोध करने वाले देखें, गैर भाजपा सरकारों की मानसिकता किस प्रकार की होती जा रही है।”
पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।
विश्वास न्यूज के वॉट्सऐप टिपलाइन नंबर +91 9599299372 पर कई यूजर्स ने इस वायरल पोस्ट को भेजकर इसकी सच्चाई बताने का अनुरोध किया है।
वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। इस दौरान हमें पूरा वीडियो तेलंगाना सीएमओ के आधिकारिक यूट्यूब अकाउंट पर मिला। वीडियो को 4 जून 2023 को शेयर किया गया है। मौजूद जानकारी के मुताबिक, सीएम केसीआर निर्मल जिला एकीकृत कार्यालय परिसर का उद्घाटन करने के लिए पहुंचे थे। वीडियो में 10 मिनट से देखा जा सकता है कि हिंदू धर्मगुरु आकर पूजा-अर्चना करते हैं। 15.23 पर मुस्लिम धर्मगुरु आकर कुरान की सूरह पढ़ते हैं, जो कि आमतौर किसी काम को शुरू करने या फिर खुशी के मौके पर पढ़ी जाती है। 17 मिनट पर देखा जा सकता है कि ईसाई धर्म के गुरु आकर प्रार्थना करते हैं।
वी6 न्यूज और टी न्यूज तेलुगु के आधिकारिक वेबसाइट पर भी हमें उद्घाटन का पूरा वीडियो मिला।
पड़ताल के दौरान हमें अन्य जिलों में मौजूद कार्यालयों के उद्घाटन के वीडियो मिले। सभी में कुछ इस तरह से ही उद्घाटन किया गया है। उद्घाटन से पहले पूजा के लिए हिन्दू-मुस्लिम और ईसाई धर्मगुरुओं को बुलाया गया था।
अधिक जानकारी के लिए हमने हैदराबाद के पत्रकार हर्षा कुमार से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, “वायरल दावा गलत है। हिन्दू-मुस्लिम और ईसाई तीनों ही धर्मों के गुरु वहां पर मौजूद थे। उन्होंने अपने-अपने तरीकों से वहां पर पूजा की थी।”
अंत में हमने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के पेज को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर एक विचारधारा से प्रभावित है। यूजर ने प्रोफाइल पर खुद को मुंबई का रहने वाला बताया हुआ है। यूजर को 4,335 लोग फॉलो करते हैं। यूजर जनवरी 2021 से ट्विटर पर सक्रिय है।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि कलेक्टर ऑफिस का उद्घाटन करते सीएम केसीआर के वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है। वीडियो के एक छोटे-से हिस्से को एडिट कर सांप्रदायिक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। उद्घाटन के लिए हिन्दू-मुस्लिम और ईसाई धर्म के गुरुओं को बुलाया गया था।
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