हमने अपनी पड़ताल में पाया कि कोयंबटूर में बिरयानी विक्रेता द्वारा हिन्दुओं के खाने में नपुंसक बनाने की गोली मिलाने वाला दावा गलत है। असल में यह तस्वीरें अलग-अलग जगहों से उठाई गयी हैं, जिन्हें गलत संदर्भ में वायरल किया जा रहा है। कोयंबटूर में ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है।
नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है, जिसमें 4 तस्वीरें हैं। इन तस्वीरों में पहली तस्वीर में बहुत-से लोगों को कुछ पुलिसवालों के साथ देखा जा सकता है। दूसरी तस्वीर में कुछ दवाइयां, तीसरी तस्वीर में एक व्यक्ति को बिरयानी बेचते और चौथी तस्वीर में कुछ लोगों को पुलिसवालों के साथ चलते देखा जा सकता है। पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है कि कोयंबटूर में एक बिरयानी विक्रेता 2 बर्तनों में बिरियानी पकाता था….एक मुस्लिमों के लिए और एक हिन्दुओं के लिए। हिन्दुओं के बर्तन में लड़के व लड़कियों को नपुंसक बनाने की टेबलेट मिलाता था, ताकि हिन्दुओं की जनसंख्या वृद्धि को रोका जा सके।
विश्वास न्यूज़ ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह दावा गलत है। असल में यह तस्वीरें अलग-अलग जगहों से उठाई गयी हैं। अब इन तस्वीरों को गलत संदर्भ में वायरल किया जा रहा है।
वायरल पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है, “कोयम्बटूर में “माशा अल्लाह” नाम से फ़ास्ट फ़ूड बेचने वाला मुल्ला 2 बर्तनों में बिरियानी पकाता था….
एक मुस्लिमों के लिए और एक हिन्दुओं के लिए। हिन्दुओं के बर्तन में लड़के व लड़कियों को नपुंसक बनाने की टेबलेट मिलाता था ताकि हिन्दुओं की जनसंख्या वृद्धि को रोका जा सके …..ये तो सिर्फ ट्रेलर है, असली फ़िल्म बहुत बड़ी है। सोचिए कितनी बुरी तरह घेर रखा है आपको जिहादियों ने। पता नहीं कैसे कैसे जिहाद चलाए जा रहे हैं हिन्दुओं को मिटाने के लिए, और हिन्दू है कि घोड़े बेचकर सो रहा है। कुछ लोग जगाने की कोशिश करते हैं तो उन्हे साइड कर दिया जाता है। अभी भी समय है इनका सम्पूर्ण बहिष्कार करो। आज ही कसम खा लो कि आप इनसे कोई सामान नहीं खरीदेंगे।“
इस फेसबुक पोस्ट का आर्काइव लिंक यहां देखा जा सकता है।
इस पोस्ट की पड़ताल करने के लिए हमने इन चारों तस्वीरों को एक एक करके जांचा।
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इस तस्वीर की जांच के लिए सबसे पहले हमने इस तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया। हमें आज तक न्यूज़ चैनल के यूट्यूब चैनल पर जुलाई 2019 में अपलोडेड एक वीडियो मिला, जिसमें इस तस्वीर की झलक देखी जा सकती है। वीडियो के टाइटल में लिखा था, “बिजनौर: मदरसे से बरामद हुए अवैध हथियार, संचालक समेत 6 गिरफ्तार।“
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इस तस्वीर की जांच के लिए सबसे पहले हमने इस तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया। हमें यह तस्वीर www.dailymirror.lk वेबसाइट पर एक खबर में यह तस्वीर मिली। खबर के अनुसार,“एसटीएफ द्वारा कोलंबो के वोल्फेंडल स्ट्रीट पर स्थित एक बुजुर्ग व्यक्ति और उसके बेटे के घर छापा मारा गया, जहां 4 करोड़ रुपये की अवैध दवाओं का भंडार मिला।” यह तस्वीर इसी रेड में ज़प्त की गयी कुछ गैरकानूनी दवाइयों की है।
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इसके बाद हमने तीसरी तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया। हमें पता चला कि बिरयानी बेचने वाले इस व्यक्ति की तस्वीर 30 जून 2016 को ‘स्ट्रीट फ़ूड ऑफिशियल‘ नाम के एक यूट्यूब चैनल द्वारा पोस्ट किये गए वीडियो के थंब इमेज के रूप में इस्तेमाल की गयी थी। वीडियो बिरयानी की एक रेसिपी का है।
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इसके बाद हमने चौथी तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया। हमें यह तस्वीर बिजनौर पुलिस के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर जुलाई 2019 को अपलोडेड मिली। तस्वीर थाना शेरकोट द्वारा मदरसे में अवैध शस्त्रों की तस्करी करते 6 लोगों को गिरफ्तार किये जाने के बाद की थी।
हमने इंटरनेट पर कीवर्ड सर्च किया मगर हमें कोयंबटूर में ऐसी किसी घटना के होने की कोई खबर नहीं मिली।
हमने ज़्यादा पुष्टि के लिए कोयंबटूर पुलिस के पीआरओ सेंथिल कुमारन से बात की जिन्होंने इस पोस्ट को फर्जी बताते हुए कहा कि “यह बेबुनियाद पोस्ट है और कोयंबटूर में ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है।”
इस पोस्ट को फेसबुक पर Yogendra Kumar Yogi नाम के एक यूजर ने शेयर किया था। इस प्रोफाइल की इन्फो के अनुसार, यूजर उत्तर प्रदेश के कासगंज का रहने वाला है।
निष्कर्ष: हमने अपनी पड़ताल में पाया कि कोयंबटूर में बिरयानी विक्रेता द्वारा हिन्दुओं के खाने में नपुंसक बनाने की गोली मिलाने वाला दावा गलत है। असल में यह तस्वीरें अलग-अलग जगहों से उठाई गयी हैं, जिन्हें गलत संदर्भ में वायरल किया जा रहा है। कोयंबटूर में ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है।
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