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Fact Check : इलाहाबाद की शीषा साहू की कहानी झूठी, पहले भी हो चुकी है वायरल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की विस्‍तार से जांच की।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। फेसबुक के कई ग्रुप में एक पोस्‍ट वायरल हो रही है। इसमें एक युवती की तस्‍वीर का इस्‍तेमाल करते हुए दावा किया गया कि प्रयागराज (पहले इलाहाबाद) में शीषा साहू ने अपनी इज्‍जत बचाने के लिए दो बलात्‍कारियों को मौत के घाट उतार दिया। इस पोस्‍ट को सच मानकर यूजर्स न केवल इसे शेयर कर रहे हैं, बल्कि पोस्‍ट पर कमेंट भी कर रहे हैं।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की विस्‍तार से जांच की। दावा बेबुनियाद और फर्जी साबित हुआ। ऐसी कोई घटना प्रयागराज में नहीं हुई। वायरल पोस्‍ट में शेयर की गई तस्‍वीर मध्‍य प्रदेश के छिंदवाड़ा की साध्‍वी सरस्‍वती की है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर Trishika Srivastava Dhara ने 30 अगस्‍त को एक पोस्‍ट किया। इसमें दावा किया गया, “इलाहाबाद की 16 वर्षीय युवती शीषा साहू ने अपनी इज्‍जत बचाने के लिए दो बलात्‍कारियों को मौत के घाट उतार दिया। सही किया ना दोस्‍तो।”

वायरल पोस्‍ट के कंटेंट को यहां फैक्‍ट चेक के उददेश्‍य से हूबहू लिखा गया है। इसे दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्‍ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की शुरुआत के लिए सबसे पहले गूगल ओपन सर्च टूल का इस्‍तेमाल किया। यहां संबंधित पोस्‍ट को सर्च करने पर हमें यह कई सोशल मीडिया हैंडल पर मिला। कई जगह इसे फर्जी भी बताया गया। जांच को आगे बढ़ाते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्‍स (पूर्व में ट्विटर ) का रूख किया। सर्च में पता चला कि यह पोस्‍ट पहले भी वायरल हुई थी। 2020 में तब प्रयागराज पुलिस ने इसे अफवाह बताया था।

यहां सर्च करने पर हमें प्रयागराज पुलिस की एक पोस्‍ट मिली। 19 अगस्‍त 2020 की इस पोस्‍ट में प्रयागराज पुलिस की ओर से खंडन करते हुए लिखा गया कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रही खबर “इलाहाबाद की 16 वर्षीय बेटी शीषा साहू ने अपनी इज्‍जत बचाने के लिए दो बलात्‍कारियों को मौत के घाट उतार दिया। शाबाश अपनी सुरक्षा के लिए बेटियों को खुद दुर्गा के रूप में आना होगा। क्‍योंकि योगी सरकार से कोई उम्‍मीद नहीं रही अब उत्‍तर प्रदेश की बेटियों को।” के संबंध में जांच की गई तो पता चला कि सात अगस्‍त 2020 को करछना थाना क्षेत्र में भैंस हांकने को लेकर दो पक्ष में झगड़ा हो गया था। इसमें दो लोगों की मौत हो गई। जिसके बाद आरोपी को गिरफतार किया जा चुका है।

प्रयागराज पुलिस ने आगे लिखा कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रही उक्‍त खबर पूर्णत: असत्‍य और भ्रामक है। प्रयागराज पुलिस इसका खंडन करती है।

जांच में हमें जागरण डॉट कॉम पर एक पुरानी खबर मिली। 8 अगस्‍त 2020 को पब्लिश इस खबर में बताया गया कि प्रयागराज जिले के करछना थाना क्षेत्र के टकटैया गांव में आम रास्ते पर जानवर बांधने के विरोध पर पड़ोस के लोगों ने दो सगे भाइयों पर जानलेवा हमला कर दिया था। लोहे की रॉड और धारदार हथियार से सिर पर प्रहार कर दोनों भाइयों को गंभीर रूप से घायल कर दिया था। यही नहीं चाकू से भी हमला किया। दोनों भाइयों को मरणासन्न हालत में छोड़कर आरोपित फरार हो गए थे। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया। पूरी खबर यहां पढ़ें।

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए वायरल तस्‍वीर के बारे में पता लगाना शुरू किया। यह तस्‍वीर सरस्‍वती मिश्रा नाम के फेसबुक पेज पर अपलोड मिली। 10 जनवरी 2019 को पोस्‍ट करते हुए सरस्‍वती ने लिखा था कि हमारे धर्म मे शस्त्र और शास्त्र दोनो की पूजा होती है। सरस्‍वती मिश्रा ने अपने परिचय में खुद को प्रेरक वक्‍ता बताया हुआ है। यह मध्‍य प्रदेश के छिंदवाड़ा में रहती हैं।

विश्‍वास ने पड़ताल के अगले चरण में प्रयागराज पुलिस से संपर्क किया। प्रयागराज पुलिस ने इसका खंडन किया। जिले के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त पवन कुमार ने कहा कि अगस्त 2020 में करछना इलाके में दो सगे भाइयों की हत्या कर दी गई थी। उस घटना के आरोपियों को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया था। इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रही खबर पूरी तरह से गलत है।

विश्‍वास न्‍यूज एक बार पहले भी इस पोस्‍ट की जांच कर चुका है। उस पड़ताल को यहां क्लिक करके पढ़ा जा सकता है।

फेसबुक यूजर Trishika Srivastava Dhara के अकउंट की जांच की। इसी यूजर ने फर्जी पोस्‍ट को वायरल किया। जांच में पता चला कि यूजर को 14 हजार से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं। यूजर ने अपनी प्रोफाइल में खुद को कलाकार बताया हुआ है।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की जांच में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। ऐसी कोई भी घटना प्रयागराज में नहीं हुई है, जैसा कि दावा किया जा रहा है।

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