Fact Check: मीडिया के भ्रष्टाचार पर नहीं, रामपाल के समर्थन में किया गया था प्रदर्शन

नई दिल्ली, विश्वास न्यूज। मीडिया को भ्रष्ट बताते हुए प्रदर्शन का वीडियो वायरल किया जा रहा है, जो कि गलत संदर्भ में पुराना वीडियो है। हमारी पड़ताल में वायरल किया जा रहा वीडियो संत रामपाल के समर्थन में उसके समर्थकों द्वारा एक मीडिया हाउस के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन में किया गया है। इसका मीडिया के भ्रष्टाचार से कुछ लेना-देना नहीं है।

क्या है वायरल पोस्ट में

डॉ बी आर अंबेडकर विचार मंच नाम के पेज से इस पोस्ट को शेयर किया गया है। इसमें लिखा है –

बहुत बढ़िया

भारत में पहली बार भ्रष्ट मीडिया के खिलाफ…. महाप्रदर्शन

#आज तक News चैनल के द्वारा दिखाई गई झूठी खबरों के विरोध में लोग सड़क पर उतरे…

इसके साथ ही ये कुछ लोग दिखाई दे रहे हैं। इनके हाथों में पोस्टर हैं जिसमें लिखा है कि समाज का दुश्मन आज तक चैनल।

4 मार्च 2019 को शेयर किए गए इस वीडियो को अब तक 27 बार शेयर किया जा चुका है। इस पोस्ट पर अब तक 3 कमेंट आए हैं। ऐसे ही पोस्ट फेसबुक पर वायरल हो रहे हैं जिसमें पूरा वीडियो भी दिया गया है।

ऐसे ही कई ट्वीट भी दिखाई दे रहे हैं।

Fact Check

सबसे पहले हमने इन वीडियो को सुना। ये वीडियो 16 मिनट 2 सेकंड का है। हमने इस वीडियो को पूरा सुना। इस वीडियो में एक चैनल के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है। इस वीडियो के तीसरे मिनट पर एक व्यक्ति कैमरे पर बात कर रहा है और कह रहा है कि हम … के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। यह चैनल संत रामपाल के खिलाफ झूठी खबरें दिखा रहा है।

इसके बाद हमने इस वीडियो को फेसबुक पर खंगाला और हमें जल्द ही सफलता हाथ लगी। इस वीडियो को 3 अक्टूबर 2017 को लाइव किया गया था।

इससे साफ जाहिर है कि इस वीडियो का अन्य मीडिया हाउस से कोई लेना-देना नहीं है। ये वीडियो संत रामपाल के अनुयायियों का एक टीवी चैनल के खिलाफ विरोध करने के दौरान बनाया गया था।

ये वीडियो हमें यूट्यूब पर भी मिला। ये भी 3 अक्टूबर 2017 को अपलोड किया गया था।

संत रामपाल को 2018 में हत्या का दोषी पाए जाने पर सजा सुनाई जा चुकी है।

इसके अलावा हमने हिसार के सतलोक आश्रम में इस नंबर पर  082228 80544 बात की। उन्होंने इस प्रदर्शन की पुष्टि की है।

हमने डॉ बी आर अंबेडकर विचार मंच पेज का सोशल स्कैन किया। Stalkscan से हमें पता चला कि इस पेज पर अधिकतर पोस्ट एक विशेष वर्ग के पक्ष में की गई हैं।

निष्कर्ष- ये संत रामपाल के अनुयायियों का पुराना वीडियो है जिसका मीडिया को बदनाम करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।

पूरा सच जानें…

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
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