नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर आजकल बच्चा चोर गिरोह को लेकर कई फर्जी पोस्ट वायरल हो रही हैं। इसी तरह फेसबुक पर एक पोस्ट वायरल हो रही है। इस पोस्ट में 4 तस्वीरें दी गई है। इस पोस्ट के साथ दावा किया जा रहा है कि बच्चा चोर गिरोह पकड़ा गया है और यह गिरोह बच्चों को अगवा कर उनके किडनी निकाल कर बेच देते हैं।
हमने अपनी पड़ताल में पाया कि इस पोस्ट में इस्तेमाल की गई तस्वीरों का बच्चा चोर गिरोह से कोई लेना-देना नहीं है। पहली दो तस्वीरों में जो लोग दिखाई दे रहे हैं उन्हें ग्वालियर में बच्चा चोरी के शक में पीटा गया था। आपको बता दें कि तस्वीर में दिख रहे जिन लोगों को पीटा गया था उनकी तरफ से ग्वालियर के बहोड़ापुर थाने में FIR भी दर्ज करवाई गई है। तीसरी तस्वीर देह व्यापर गिरोह की है न कि बच्चा चोर गिरोह की। विश्वास टीम ने पहले भी इस तस्वीर की पड़ताल की है। बाकी बची चौथी तस्वीर, जिसमें पांच बच्चों की लाश को पानी में तैरते देखा जा सकता है, उसका भी इस दावे से कोई लेना देना नहीं है।
सोशल मीडिया के फेसबुक प्लेटफॉर्म पर “योगेंद्र यादव भैया जी” नाम के यूजर एक पोस्ट अपलोड करते हैं। इस पोस्ट में 4 तस्वीरें है। इस पोस्ट के डिस्क्रिप्शन में लिखा गया है: “सभी जेलों में बंद सभी बंदी भाइयो से और उनके रिश्तेदारों से अनुरोध है जो ये बच्चो को अगवा कर उनकी किडनी निकाल कर बेंचने बाले को प्रशाशन जेल भेजता है उन लोगों को जेल में ही दफना दें ताकि ये सबक रहे और ऐसा कुकर्म करने बालो में खौफ का माहौल पैदा हो अगर प्रशाशन इन्हें गिरफ्तार करने की बजाय एकांत में ले जाकर ठोंक दे तो सोने पे सुहागा हो जाये”
इस पोस्ट को देखते ही विश्वास टीम ने इसकी पड़ताल करने का फैसला किया। इस पोस्ट में 4 तस्वीरें दी गई हैं और इस पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि बच्चा चोर गिरोह पकड़ा गया है। पड़ताल शुरू करने के लिए हमने एक-एक करके तस्वीरों की जांच करने का फैसला किया। आपको बता दें कि पहली 2 तस्वीरों में 2-3 लोग बुरी तरह पीटे हुए नजर आ रहे हैं और कुछ के कपड़े भी फ़टे दिख रहे हैं। इसके बाद 3 तस्वीर में एक थाने के सामने लगभग 20-25 लोगों के गिरोह को देखा जा सकता है जिनको पुलिस ने गिरफ्तार किया हुआ है। चौथी तस्वीर में 5 बच्चों की लाशों को पानी के ऊपर तैरते देखा जा सकता है।
सबसे पहले हमने इन तस्वीरों को गूगल रिवर्स इमेज में अपलोड करके सर्च किया। हमने इन तस्वीरों को कई कीवर्ड डालकर सर्च किया था। हमें नईदुनिया में 8 अगस्त 2019 को प्रकाशित की गई एक खबर मिली जिसमें बताया गया था कि ग्वालियर में बच्चा चोरी के शक में एक किन्नर सखी और उसके दो चेलों को बुरी तरह पीटा गया। इस खबर की हेडलाइन थी: Mob Lynching in MP : बच्चा चोरी की अफवाह, 3 लोगों पर 100 लोगों ने बरसाए लात-घूंसे
इस खबर में जो महिला नजर आ रही है वो हूबहू वायरल हो रही तस्वीर में दिख रही महिला जैसी ही लग रही है। इस खबर में बताया गया था कि ग्वालियर में मंदिर से लौट रही किन्नर सखी बाबा और उनके दो चेलों पर कुछ लोगों ने बच्चा चोरी करने का अफवाह फैलाकर हमला कर दिया। कुछ ही देर में वहां 100 से अधिक क्षेत्रवासी एकत्रित हो गए। सड़क पर घसीट-घसीटकर सखी व उसके साथियों को सिर्फ अफवाह पर पीटा गया। बच्चा चोर गैंग के पकड़े जाने और हंगामे की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। किसी तरह बेकाबू भीड़ से तीनों को बाहर निकाला।
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अब हमने इस मामले में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए ग्वालियर के बहोड़ापुर थाने में संपर्क जहां इस मामले की FIR दर्ज है। हमारी बात थाने में कॉन्स्टेबल अरविंद से हुई जिन्होंने हमें बताया, “जो तस्वीरें वायरल हो रही हैं उनका दावा गलत है। असल में, जिनलोगों को बच्चा चोरी के शक में मारा पीटा गया उनलोगों का कोई कसूर नहीं है। यह लोग मंदिर की तरफ से आ रहे थे तभी कुछ लोगों ने शोर मचाना शुरू कर दिया कि यह लोग बच्चा चोर हैं। देखते ही देखते वहां लोगों का हुजूम इकट्ठा हो गया और लगभग 100 से ज़्यादा लोगों ने उनके साथ मारपीट करना शुरू कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने जब लोगों से पूछताछ करनी शुरू की तो सामने आया कि बच्चा चोरी जैसा कोई भी मामला नहीं हुआ है। जिस किन्नर सखी और उसके चेलों को मारा-पीटा गया उनकी तरफ से थाने में FIR भी दर्ज करवाई गई है।
इस मामले में हमने पायल अवस्थी उर्फ़ सखी बाबा से भी संपर्क किया। सखी बाबा ने हमें बताया कि “यह घटना 7 अगस्त की है और जब वह शंकरपुर गांव से गुजर रही थी तभी 3 बाइक सवार लोग उनके पीछे आए और उनकी बाइक को रोका। बाइक रोकने के बाद उन बाइक सवार लोगों ने लाठियों से सखी बाबा और उनके दो चेलों को पीटना शुरू करदिया। पीटने के दौरान उनलोगों ने बच्चा चोर-बच्चा चोर चिल्लाना भी शुरू किया जिस कारण और भी लोग वहां आकर इकट्ठा हो गए और सखी बाबा और उनके चेलों को मारना शुरू करदिया। इसी दौरान लगभग 100 से ज्यादा लोगों ने मिलकर उनलोगों को मारा-पीटा और जब सखी बाबा और उनके चेले अधमरे हो गए थे तब पुलिस को फोन कर बुलाया गया।” सखी बाबा ने हमें बताया कि भीड़ इतनी ज्यादा बढ़ गई थी कि पुलिस को भी अधिक सिक्युरिटी फोर्स की जरूरत पड़ गई थी।
तीसरी तस्वीर को देखते ही विश्वास टीम समझ गई कि यह तस्वीर फिर दोबारा गलत दावे के साथ वायरल हो रही है। ऐसा इसीलिए, क्योंकि विश्वास टीम ने पहले भी इस तस्वीर की पड़ताल की है। असल में यह तस्वीर बच्चा चोरी करने वाले गिरोह की नहीं है, बल्कि देह व्यापर करने वाले गिरोह की है। इस खबर को आप यहां क्लिक कर पढ़ सकते हैं।
चौथी तस्वीर दर्दनाक मंजर पेश कर रही है। इस तस्वीर में 5 बच्चों की लाशों को पानी के ऊपर तैरते देखा जा सकता है।
इस तस्वीर की पड़ताल शुरू करने के लिए हमने सबसे पहले इस तस्वीर को गूगल रिवर्स में अपलोड करके सर्च किया। सर्च के बाद सामने आये नतीजों से यह साफ़ हो गया कि इस तस्वीर का भी बच्चा चोरी जैसे मामले से कोई सबंध नहीं है। हमें नईदुनिया की एक खबर मिली जिसकी हेडलाइन थी: सेंधवा : पिता ही निकला 5 बच्चों का हत्यारा, इसलिए की थी वारदात
इस खबर में बताया गया था कि पुलिस के मुताबिक, आरोपी भतर सिंह मूलतः महाराष्ट्र का रहने वाला है और वह महाराष्ट्र में ही काम करता है। उसकी 2 पत्नियां सुंगीबाई और सुनीता हैं। पहली पत्नी से उसे 4 लड़के हैं, जबकि दूसरी पत्नी से 1 लड़का। विवाद के चलते उसकी दोनों ही पत्नियां उसे छोड़कर अपने रिश्तेदारों के यहां रह रही थीं। इससे भतर सिंह बहुत नाराज था। इसी नाराजगी में भतर सिंह ने अपने पांचों बच्चों की कुएं में फेंककर हत्या कर दी।
इस खबर को आप यहां क्लिक कर पढ़ सकते हैं। आपको बता दें कि यह खबर 14 अक्टूबर 2018 को प्रकाशित की गई थी।
इस खबर के मामले में हमने नईदुनिया.कॉम के ऑनलाइन एडिटर सुधीर गोरे से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया,, “इस तस्वीर का वायरल हो रहे दावे से कोई संपर्क नहीं है। असल में, इन पांच बच्चों को उन्हीं के पिता ने गुस्से में आकर पानी में फेंक दिया था। बच्चों को पानी में फेंकने के बाद उनके पिता ने खुद भी आत्महत्या करने की कोशिश की थी पर वह बच गया था। उसने यह सब इसीलिए किया था, क्योंकि उसकी दोनों पत्नियां उसके साथ नहीं रह रही थी।”
इसी खबर के मामले में हमें Youtube पर एक वीडियो भी मिली जिसकी हेडलाइन थी: कुएं में मिली 5 बच्चों की लाश
इस वीडियो के साथ डिस्क्रिप्शन लिखा गया था: सेंधवा के एक कुएं में 5 बच्चों की लाशों ने तहलका मचा रखा है….जानकारी के मुताबिक, ये पांचो बच्चे भतर सिंह के बताए जा रहे हैं….वह चिखली का ही रहने वाला है…बताया जा रहा है कि भतर की 2 पत्नियां है…
अंत में विश्वास टीम ने इस पोस्ट को अपलोड करने वाले फेसबुक यूजर “योगेंद्र यादव भैया जी” के अकाउंट की सोशल स्कैनिंग की। हमने पाया कि इनकी प्रोफाइल पर अधिक पोस्ट एक विशेष पार्टी के हक में ही डलते हैं। यूजर इटावा का रहने वाला है और इसे 233 लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: विश्वास टीम ने अपनी पड़ताल में पाया कि इस पोस्ट में इस्तेमाल की गई तस्वीरों का बच्चा चोर गिरोह से कोई लेना-देना नहीं है। पहली दो तस्वीरों में जो लोग दिखाई दे रहे हैं उन्हें ग्वालियर में बच्चा चोरी के शक में पीटा गया था। तीसरी तस्वीर देह व्यापर गिरोह की है न कि बच्चा चोर गिरोह की। विश्वास टीम ने पहले भी इस तस्वीर की पड़ताल की है। बाकी बची चौथी तस्वीर, जिसमें पांच बच्चों की लाश को पानी में तैरते देखा जा सकता है, उसका भी इस दावे से कोई लेना देना नहीं है।
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