Fact Check: महिलाओं के लिए बनी ‘निर्भीक’ रिवॉल्वर के लिए जरूरी है लाइसेंस
- By: Bhagwant Singh
- Published: Dec 3, 2019 at 04:48 PM
नई दिल्ली (विश्वास टीम)। कुछ दिन पहले देश के बड़े शहर हैदराबाद में सामूहिक गैंगरेप, हत्या और फिर जलाने का मामला सामने आया है, जिसने एक बार फिर से पूरे देश को सोचने पर मजबूर कर दिया है। इसी संदर्भ में एक रिवॉल्वर की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है जिसके साथ दावा किया जा रहा है कि तस्वीर में दिख रही रिवॉल्वर का नाम निर्भीक है और यह खास महिलाओं के लिए बनाई गई है। इसमें यह भी दावा किया जा रहा है कि इस रिवॉल्वर को लेने के लिए लाइसेंस की जरूरत नहीं है।
विश्वास टीम ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह रिवॉल्वर निर्भीक ही है पर इस गन को लेने के लिए लाइसेंस जरूरी है।
क्या हो रहा है वायरल?
वायरल पोस्ट में एक रिवॉल्वर की तस्वीर है जिसके साथ डिस्क्रिप्शन लिखा गया है: “ये pistol माहिलाओं के लिए सरकारी कानपुर ordnance factory बनाती है , इसके लिए license ज़रुरी नहीं है , बलात्कार ओर दुसरे दुकर्मो पर सीधे दागी जा सकती हैं . पर्स मे रखना allowed हैं . प्रियंका कांड दिल दहला देने वाला है इसलिये ये pistol सब माहिलाओं के पर्स मे होनी चहिये .
This pistol is especially designed for women . It is manufactured by state owned Kanpur ordnance factory . No license is required. They can keep it in purse too. Given the priyanka tradegy in Hyderabad it is impartive for each woman to keep this pistol in her purse.“
पड़ताल
अपनी पड़ताल की शुरुआत करते हुए हमने सबसे पहले इस तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज टूल में अपलोड कर सर्च किया। हमें दैनिक जागरण की एक खबर मिली जिसकी हेडलाइन थी: दुश्मनों से मोर्चा लेगा ‘निर्भीक’
यह खबर 25 मार्च 2014 को प्रकाशित की गई थी और इस खबर में निर्भीक रिवॉल्वर के बारे में जानकारी दी गई थी। इस खबर के अनुसार, इस गन को लेने के लिए लाइसेंस की जरूरत होगी।
खबर के अनुसार: लाइसेंस मिलने में आवेदक को काफी पापड़ बेलने पड़ते हैं। मौजूदा समय में कोई भी असलहा हासिल करना बहुत टेढ़ी खीर हो गया है। यह कहना है फील्ड गन फैक्ट्री के महाप्रबंधक का। उन्होंने कहा, यदि असलहा लेने की प्रक्रिया जिला प्रशासन थोड़ी सरल कर दे तो यकीनन बहुत सारी महिलाओं के पास यह हो जाएगा।
रिवर्स इमेज सर्च में हमें अमर उजाला की एक खबर में यह वायरल तस्वीर मिली। खबर 21 जुलाई 2019 को अपडेट की गई थी जिसकी हेडलाइन थी: पांच साल की हुई महिलाओं के लिए बनी रिवॉल्वर ‘निर्भीक’, अब तक 2500 बिकीं
खबर के अनुसार: महिलाओं की आत्मरक्षा के लिए ऑर्डिनेंस फैक्ट्री बोर्ड कानपुर द्वारा साल 2014 में लॉन्च रिवॉल्वर निर्भीक के अब तक 2500 यूनिट को बेचा जा चुका है। इस रिवॉल्वर को चर्चित निर्भया कांड के बाद लॉन्च किया गया था। वजन में बहुत हल्की होने कारण इसे महिलाओं ने भी खूब पसंद किया।
अबतक की पड़ताल से हमें मालूम चल चुका था कि इस गन को लेने के लिए लाइसेंस की जरूरत होगी और यह फील्ड गन फैक्ट्री कानपुर में बनाई जाती है।
अब हमने आधिकारिक पुष्टि लेने के लिए सीधा फील्ड गन फैक्ट्री कानपुर में संपर्क किया। हमारी बात जूनियर वर्क मैनेजर अवनीश शुक्ला से हुई। उन्होंने हमें बताया, “निर्भीक रिवॉल्वर के लिए लाइसेंस जरूरी है और सिर्फ निर्भीक ही नहीं, हर रिवॉल्वर गन के लिए लाइसेंस जरूरी होता है। वायरल पोस्ट का दावा फर्जी है।”
अब हमने इस पोस्ट को शेयर करने वाले फेसबुक यूज़र के अकाउंट की सोशल स्कैनिंग करने का फैसला किया। हमने पाया कि यूज़र “S. P Semwal” चंडीगढ़ में रहता है और इसे 44 लोग फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष: विश्वास टीम ने अपनी पड़ताल में पाया की निर्भीक रिवॉल्वर के लाइसेंस को लेकर किया जा रहा दावा फर्जी है। यह गन बेशक महिलाओं के लिए बनाई गई है पर इसे लेने के लिए लाइसेंस आवश्यक है।
- Claim Review : बिना लाइसेंस मिलेगी 'निर्भीक' गन
- Claimed By : FB User- S. P Semwal
- Fact Check : भ्रामक
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