Fact Check : मैडम तुसाद की टीम को माप देते हुए पीएम मोदी की तस्वीर एक बार फिर से सोशल मीडिया पर वायरल

विश्वास टीम की पड़ताल में यह दावा फर्जी साबित हुआ। जिस महिला को मेकअप आर्टिस्ट बताकर वायरल किया जा रहा है, वह मैडम तुसाद की एक्सपर्ट टीम की एक सदस्य हैं। मार्च 2016 में पूरी टीम पीएम मोदी के निवास पर उनके स्टैचू के लिए उनका माप लेने आई थी।

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक तस्वीर तेजी से वायरल हो रही है। तस्वीर में एक महिला पीएम मोदी के बालों के पास खड़ी होकर कुछ करती हुई नजर आ रही है। तस्वीर को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि पीएम मोदी मेकअप करवाते हुए नजर आ रहे हैं। विश्वास टीम की पड़ताल में यह दावा फर्जी साबित हुआ। जिस महिला को मेकअप आर्टिस्ट बताकर वायरल किया जा रहा है, वह मैडम तुसाद की एक्सपर्ट टीम की एक सदस्य हैं। मार्च 2016 में पूरी टीम पीएम मोदी के निवास पर उनके स्टैचू के लिए उनका माप लेने आई थी।

क्या है वायरल पोस्ट में?

फेसबुक यूजर Harish Sagar ने वायरल तस्वीर को शेयर कर लिखा है कि जिस देश का पुरुष प्रधानमंत्री नई नवेली दुल्हन की तरह ब्यूटीपार्लर में सजने सवरने का शौकीन हो उस देश का बरबादी निश्चित है। यहां वायरल मैसेज को ज्यों का त्यों प्रस्तुत किया गया है।

पड़ताल –

वायरल दावे का सच जानने के लिए हमने गूगल पर कुछ कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। इस दौरान हमें वायरल तस्वीर से जुड़ी एक रिपोर्ट Indian Express की वेबसाइट पर 16 मार्च 2016 को प्रकाशित मिली। रिपोर्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक, महिला मेकअप आर्टिस्ट नहीं, बल्कि मैडम तुसाद की एक्सपर्ट टीम की एक सदस्य हैं। दरअसल साल 2016 में मैडम तुसाद म्यूजियम में नरेंद्र मोदी का स्टैचू लगाया गया था। स्टैचू के लिए मैडम तुसाद की टीम पीएम मोदी का माप लेने के लिए पहुंची थी। ये तस्वीर उसी दौरान की है।

पड़ताल के दौरान हमें वायरल तस्वीर से जुड़ा एक वीडियो Madame Tussauds London के यूट्यूब चैनल पर 16 मार्च 2016 को अपलोड मिला। वीडियो में मैडम तुसाद की टीम को साफ तौर पर पीएम मोदी के माप को लेते हुए देखा जा सकता है। वीडियो को ध्यान से देखने पर पता चला कि मोदी के बगल में खड़ी महिला उनका मेकअप नहीं कर रही है, बल्कि पीएम मोदी की आंखों का मैचिंग अपने बॉक्स में खोज रही हैं। आप ध्यान से देखेंगे तो महिला के हाथ में जो बॉक्स है, उसमें नकली आंखों का कलेक्शन है। यह महिला इसी कलेक्शन बॉक्स में से एक नकली आंख निकालकर पीएम मोदी की आंखों से मैच कर रही हैं।

अधिक जानकारी के लिए बीजेपी के प्रवक्ता बिजय सोनकर शास्त्री से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया कि वायरल दावा गलत है। यह तस्वीर पहले भी गलत दावे के साथ वायरल हो चुकी है। वायरल तस्वीर कई साल पुरानी है। तस्वीर में पीएम मोदी मेकअप नहीं करवा रहे हैं, बल्कि मैडम तुसाद म्यूजियम की टीम को माप दे रहे हैं।

यह पहली बार नहीं है, जब इस तस्वीर को गलत दावे के साथ सोशल मीडिया पर साझा किया गया हो। इससे पहले जब यह तस्वीर गलत दावे के साथ वायरल हुई थी, तब विश्वास न्यूज ने इसकी पड़ताल की थी, जिसकी पूरी रिपोर्ट को यहां पढ़ा जा सकता है।

पड़ताल के अंत में हमने इस पोस्ट को शेयर करने वाले फेसबुक यूजर Harish Sagar की सोशल स्कैनिंग की। स्कैनिंग से हमें पता चला कि यूजर के फेसबुक पर 400 से ज्यादा फ्रेंड्स हैं। Harish Sagar पंचकूला हरियाणा का रहने वाला है।

निष्कर्ष: विश्वास टीम की पड़ताल में यह दावा फर्जी साबित हुआ। जिस महिला को मेकअप आर्टिस्ट बताकर वायरल किया जा रहा है, वह मैडम तुसाद की एक्सपर्ट टीम की एक सदस्य हैं। मार्च 2016 में पूरी टीम पीएम मोदी के निवास पर उनके स्टैचू के लिए उनका माप लेने आई थी।

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