नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)।सोशल मीडिया पर आज कल एक पोस्ट वायरल हो रहा है जिसमें कहा जा रहा है कि मुंबई में भारत का सबसे पुराना पारले कारखाना 87 साल बाद बंद हो गया है। पोस्ट में क्लेम किया जा रहा है कि विले पार्ले स्थित इस कारखाने को कम उत्पादकता के चलते इस हफ्ते बंद कर दिया गया है। हमने अपनी पड़ताल मैं पाया कि ये दावा भ्रामक है। असल में इस कारखाने में उत्पादन 2016 में बंद हुआ था।
CLAIM
वायरल पोस्ट में लिखा है “मुंबई में भारत का सबसे पुराना पार्ले कारखाना 87 साल बाद बंद हो गया। मिड-डे की एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले कुछ वर्षों में कम उत्पादकता के कारण इस कारखाने को बंद करना पड़ा। मालिकों ने कुछ हफ़्ते पहले उत्पादन रोक दिया और आखिरकार इस हफ्ते इस फैक्ट्री के दरवाज़े बंद करने पड़े। विले पार्ले की प्रतिष्ठित पारले फैक्ट्री ने 87 साल तक काम करने के बाद इस हफ्ते स्थायी रूप से अपने दरवाज़े बंद कर दिए।”
FACT CHECK
इस वायरल पोस्ट में मिड डे की रिपोर्ट का हवाला दिया गया है, इसलिए हमने सबसे पहले मिड डे पर ही इस खबर को ढूंढ़ने का फैसला किए। गूगल पर ‘पारले फैक्ट्री शट डाउन + मिड डे’ सर्च करने पर हमारे हाथ Jul 30, 2016 को मिड डे की एक खबर लगी जिसमें लिखा था कि पारले ने विले पार्ले में स्थित अपना सबसे पुराना कारखाना बंद किया। खबर के अनुसार, उत्पादन में कमी के चलते कंपनी के मालिकों ने ये फैसला लिया। खबर के अनुसार ये फैक्ट्री 1929 में शुरू हुई थी और इसे 87 साल बाद जुलाई 2016 में बंद किया गया।
हमें ये खबर और भी कई न्यूज़ वेबसाइटों पर मिली। सभी के अनुसार ये फैक्ट्री जुलाई 2016 में बंद हुई थी।
ज़्यादा पुष्टि के लिए हमने पारले जी प्रोडक्ट्स के ग्रुप प्रोडक्ट मैनेजर मयंक शाह से बात की जिन्होंने हमें बताया “2016 में विले पार्ले स्थित पार्ले फैक्ट्री से प्रोडक्शन को मुंबई के उपनगर खापोली में शिफ्ट कर दिया गया था। इस आउटलेट को कभी भी बंद नहीं किया गया। विले पार्ले स्थित आउटलेट में अभी भी पार्ले का कोपरेट ऑफिस सुचारु रूप से चल रहा है।”
पारले जी कुछ समय से ख़बरों का केंद्र बना हुआ है। पिछले महीने आई मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, प्रोडक्शन में आयी कमी के बाद पारले ने लगभग 10000 कर्मचारियों को निकालने का फैसला किया है। इस खबर के बाद सोशल मीडिया पर फेक ख़बरों का बाजार और गर्म हो गया।
पारले से जुड़े और फैक्ट चेक आप नीचे पढ़ सकते हैं।
इस पोस्ट को Mankind नाम के एक फेसबुक पेज ने शेयर किया था। इस पेज के कुल 6,637 फ़ॉलोअर्स हैं।
निष्कर्ष: हमने अपनी पड़ताल मैं पाया कि ये दावा भ्रामक है। मुंबई स्थित पारले में इस कारखाने में उत्पादन 2016 में बंद हुआ था।
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