Fact Check : कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद बांग्‍लादेश का पुराना वीडियो गलत दावे के साथ वायरल 

वायरल वीडियो का भारत से कोई संबंध नहीं है। यह वीडियो बांग्लादेश का है और तकरीबन दो साल पुराना है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 के नतीजों के बाद सोशल मीडिया पर कई पोस्‍ट वायरल हुई हैं। इसी तरह की एक वीडियो कर्नाटक विधानसभा चुनाव के संदर्भ से जोड़कर वायरल की जा रही है। चुनाव का नतीजा आने के बाद कई यूजर्स ने इसे शेयर किया है। वीडियो में एक शख्‍स हिंदुओं के खिलाफ आपत्तिजनक बातें बोलते हुए सुना जा सकता है। यूजर्स इसे सांप्रदायिक भावना भड़काने वाले मैसेज के साथ शेयर कर रहे हैं।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। यह भ्रामक साबित हुआ। वीडियो का भारत से कोई संबंध नहीं है। यह बांग्‍लादेश का 2021 का वीडियो है।

क्या हो रहा है वायरल ? 

फेसबुक यूजर राकेश सिंह ने 16 मई 2023 को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “आज बड़े मंगल पर उन सबको सुनना ज़रूरी है जो हिंदू विरोधी ताक़तों को जाति के नाम पर वोट दे कर मज़बूत कर रहे हैं और तो कुछ कर नहीं पाओगे यदि हिंदू धर्म में जन्म लिए हो तो अपनी आने वाली पीढ़ियों के लिए इसे सेयर ही कर दो।”

वीडियो पर लिखा हुआ है, इन्होंने तुम्हारा भविष्य तय कर दिया है। अब बस मोदी के हटने  की देर है। हर हिंदू भाई को पहुंचाएं इस सच्चाई को आँखे खोल कर देखो और कान साफ करके हर हिंदू सुनेें। आपके फोन में जितने भी Whatsapp नंबर हैं सभी को शेयर करें और हर हिंदू भाई को भेजें।

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखा जा सकता है।

पड़ताल 

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल की शुरुआत के लिए सबसे पहले वायरल वीडियो के कई स्‍क्रीनशॉट निकाले। फिर इन्‍हें गूगल लेंस की मदद से सर्च किया। हमें  वायरल वीडियो से जुड़ा एक ट्वीट स्‍वाति गोयल शर्मा नामक एक पत्रकार के ट्विटर अकाउंट पर मिला। उन्‍होंने ने 6 मई 2021 को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए इसे बांग्लादेश का बताया है। कैप्शन में मौजूद जानकारी के मुताबिक, “शख्स ने कोरोना महामारी और भारत में हो रही मौतें और दाह संस्कार के लिए नरसिंहानंद की ‘ईशनिंदा’ को कारण बताया है।”

प्राप्त जानकारी के आधार पर हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। हमें इस शख्स का फेसबुक अकाउंट मिला। अकाउंट पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, शख्स का नाम डॉ. सैयद इरशाद अहमद अल बुखारी है और वो बांग्लादेश का रहने वाले हैं। बुखारी बांग्लादेश के दिनाजपुर में इस्लामिक रिसर्च सेंटर में लेक्चरर हैं।

सर्च के दौरान हमें वायरल वीडियो डॉ. सैयद इरशाद अहमद अल बुखारी के यूट्यूब चैनल पर 30 अप्रैल 2021 को अपलोड हुआ मिला। असली वीडियो 7 मिनट 16 सेकेंड का है, जिसमें उन्हें कोरोना वायरस के बारे में बोलते हुए देखा जा सकता है। साथ ही बुखारी वीडियो में स्वामी नरसिंहानंद की विवादास्पद टिप्पणियों के लिए चेतावनी देते हुए नजर आ रहे हैं। 

https://www.youtube.com/watch?v=PAPdM1oINXg

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए बांग्लादेश के पत्रकार मोहम्मद अली माजेद से संपर्क किया। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया,  “वायरल दावा गलत है। शख्स बांग्लादेश का रहने वाला है और यह वीडियो काफी पुराना है।”

जांच के अंत में हमने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के पेज को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर को 7,924 लोग फॉलो करते हैं। प्रोफाइल पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, यूजर रायबरेली का रहने वाला है।

निष्कर्ष : विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि आपत्तिजनक बातें करते हुए शख्स के वायरल वीडियो का भारत से कोई संबंध नहीं है। यह वीडियो बांग्लादेश का है और तकरीबन दो साल पुराना है।

False
Symbols that define nature of fake news
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