Fact Check: यूपी पुलिस ने इस बच्चे की मदद की थी, गिरफ्तार करने की खबर झूठी है

विश्वास टीम ने अपनी पड़ताल में वायरल पोस्ट को फर्जी पाया। 2 साल पहले गौतमबुद्ध नगर में PRV 1873 ने इस बच्चे की मदद कर इस बच्चे को जंजीरों से आजाद करवाया था। अब उसी मामले की तस्वीर को फर्जी दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

Fact Check: यूपी पुलिस ने इस बच्चे की मदद की थी, गिरफ्तार करने की खबर झूठी है

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हो रही है, जिसमें एक तस्वीर का इस्तेमाल करते हुए यूपी पुलिस के ऊपर निशाना साधा जा रहा है। इस तस्वीर में 2 पुलिसवालों के बीच में एक छोटा-सा बच्चा दिखाई दे रहा है, जिसके पैरों में ताला और जंजीर लगी हुई है। दावा किया जा रहा है कि यूपी पुलिस ने इस बच्चे को इसीलिए पकड़ा, क्योंकि यह बच्चा मुस्लिम है।

विश्वास टीम ने अपनी पड़ताल में वायरल पोस्ट को फर्जी पाया। 2 साल पहले गौतमबुद्ध नगर में PRV 1873 ने इस बच्चे की मदद कर इस बच्चे को जंजीरों से आजाद करवाया था। अब उसी मामले की तस्वीर को फर्जी दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

क्या हो रहा है वायरल?

फेसबुक यूज़र “Saifi Saifi Dayalpur‎” ने वायरल तस्वीर को अपलोड करते हुए लिखा: “विकास दुबे से भी खतरनाक मुजरिम है। यह इतना बड़ा गुनहगार है कि आप देख सकते हैं खुलेआम सर पर टोपी लगाकर घूमता है और मुसलमान खानदान में पैदा हुआ है और इन बहादुर पुलिस ने इसे गिरफ्तार कर लिया है…”

वायरल पोस्ट का आर्काइव्ड लिंक।

पड़ताल

गूगल रिवर्स इमेज से पड़ताल की शुरुआत करते हुए हमने सच को ढूंढना शुरू किया। गूगल रिवर्स इमेज करने पर यह साफ़ हो गया कि वायरल तस्वीर के साथ किया जा रहा दावा बिल्कुल फर्जी है। हमें यह तस्वीर यूपी पुलिस के डायल 112 के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर मिली। इस तस्वीर को 20 जनवरी 2018 को अपलोड किया गया था और इसके साथ लिखा गया था: “गौतमबुद्धनगर -पीआरवी 1873 ने मंगरौली पुलिया जेवर के पास जंजीरों से जकड़े बच्चे को जिसमें ताला लगा था, को जंजीरों से मुक्त कर परिजनों को सूचना / सुपुर्द करने हेतु थाने पहुंचाया “

मतलब यह बात साफ़ है कि इस बच्चे को पुलिसवालों ने बचाया था। यह ट्वीट आप नीचे देख सकते हैं।

अब हमने सीधा यूपी पुलिस के डायल 112 की आधिकारिक वेबसाइट की तरफ रुख किया। सर्च करने पर हमें इस मामले से जुड़ा एक आधिकारिक दस्तावेज मिल गया। दस्तावेज के अनुसार घटना का विवरण : “​पीआरवी 1873 को थाना जेवर अंतर्गत दिनांक 19.01.2018 को समय 0818 बजे इवेंट 0828 द्वारा कॉलर ने सूचना दी कि मंगरौली पुलिया हाईवे जेवर पर एक जंजीरों से जकड़ा हुआ बच्‍चा मिला है जो बहुत रो रहा है। इस सूचना पर पीआरवी ने तत्‍काल मौके पर पहुंचकर रो रहे बच्‍चे को अपनी सुपुर्दगी में लिया, बच्‍चे को जंजीरों से मुक्‍त कराकर बच्‍चे से बात करने पर ज्ञात हुआ कि बच्‍चे का नाम आरिफ पुत्र अकबर निवासी मौहल्‍ला कुरैशीयान कस्‍बा पल्‍वल जिला फरीदाबाद, हरियाणा है । बच्‍चे को स्‍थानीय थाने के सुपुर्द किया गया। स्‍थानीय थाने से जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि बच्‍चे को पढ़ने के लिए मदरसा भेजा गया था। बच्‍चे को उसके पिता निवासी जेवर कस्‍बा के सुपुर्द किया गया ।”


आधिकारिक दस्तावेज का स्क्रीनशॉट

इस मामले को लेकर हमने दैनिक जागरण के गौतमबुद्ध नगर क्राइम रिपोर्टर प्रवीण से सम्पर्क किया। प्रवीण ने यह तस्वीर देखते हुए कन्फर्म किया कि यह मामला 2 साल पुराना है और इस बच्चे को पुलिसवालों ने बचाया था।

इस तस्वीर को Saifi Saifi Dayalpur नाम के फेसबुक यूज़र द्वारा शेयर किया गया है। इस यूज़र ने अपनी प्रोफ़ाइल को लॉक किया हुआ है।

निष्कर्ष: विश्वास टीम ने अपनी पड़ताल में वायरल पोस्ट को फर्जी पाया। 2 साल पहले गौतमबुद्ध नगर में PRV 1873 ने इस बच्चे की मदद कर इस बच्चे को जंजीरों से आजाद करवाया था। अब उसी मामले की तस्वीर को फर्जी दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।

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