Fact Check: अनूपपुर में मछलियों में कोरोना वायरस फैलने की खबर झूठी है

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में अनुपपूर में मछली में कोरोना वायरस पाए जाने वाली पोस्‍ट फर्जी निकली। मछली, मटन और चिकन में कोरोना वायरस वाली बात में कोई सच्‍चाई नहीं है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। दुनियाभर में कोरोना वायरस के आतंक के बीच सोशल मीडिया में कई प्रकार के झूठ फैले हुए हैं। कभी मटन-चिकन खाने से कोरोना होने की बात फैलाई जा रही है तो कभी इलाज के नाम पर हल्‍दी-तुलसी के इस्‍तेमाल की सलाह दी जा रही है। इसी क्रम में अब मछलियों की तस्‍वीरों का इस्‍तेमाल करते हुए ये कहा जा रहा है कि अनूपपुर में मछलियों में कोरोना वायरस पाया गया है।

विश्‍वास न्‍यूज ने जब वायरल मैसेज की पड़ताल की तो यह फर्जी निकला। मछलियों में कोरोना वायरस का कोई भी मामला कहीं भी सामने नहीं आया है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर राजकुमार राठौर ने 15 मार्च 2020 को दो मछलियों की तस्‍वीर के साथ दावा किया कि मछली में भी कोरोना वायरस। फोटो के ऊपर लिखा है : ‘‘अनूपपुर के मछली में भी पाया गया कोरोना वायरस। सावधान रहें। सतर्क रहें। किसी भी प्रकार के मांस का सेवन न करें। क्‍योंकि यह हानिकारक हो सकता है..”

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने सबसे पहले ‘मछली में कोरोना वायरस’ टाइप करके गूगल में सर्च किया। हमें एक भी ऐसी खबर नहीं मिली, जिसमें बताया गया कि वाकई में मछली में कोरोना वायरस का मामला सामने आया हो।

इसके बाद विश्‍वास न्‍यूज ने अनूपपुर जिले के मत्स्य विभाग के अधिकारी शिवेंद्र सिंह परिहार से इस संबंध में पूछा तो उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया में अगर मछलियों के वायरस की वजह से मरने की बात कही जा रही है तो वह पूरी तरह से निराधार है इनमें ऐसा कोई भी वायरस नहीं होता और ना ही मछलियों के मरने की कोई घटना हुई है सब अफवाह फैलाया जा रहा है।

बिहार सरकार ने भी अपने एक विज्ञापन में बताया कि मटन, चिकन या मछली खाने से कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं होता है।

सर्च के दौरान हमें दैनिक जागरण की एक खबर मिली। इसमें केंद्रीय पशुपालन, पोल्ट्री और मत्स्य मंत्री गिरिराज सिंह के हवाले से बताया गया कि चिकन, मीट व फिश खाने से कोरोना वायरस नहीं फैलता है। गिरिराज सिंह ने विश्व पशु स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि नॉनवेज भोजन से कोरोना वायरस के फैलने की कोई पुष्टि नहीं हुई है।

विश्व पशु स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट में साफ शब्‍दों में कहा गया है कि अभी तक ऐसा कोई भी सबूत नहीं मिला, जिसमें कहा गया हो कि कोरोना वायरस जानवरों में फैला हो। ज्‍यादा जानकारी आप यहां से ले सकते हैं।

अंत में हमने फर्जी मैसेज को वायरल करने वाले यूजर राजकुमार राठौर की सोशल स्‍कैनिंग की। हमें पता चला कि यूजर मध्‍य प्रदेश के अनूपपुर का रहने वाला है। इसके अकाउंट पर वायरल कंटेंट काफी अपलोड होता है।

डिस्क्लेमर: इस स्टोरी से कुछ गैर जरूरी तथ्‍य हटाते हुए इसे अपडेट किया गया है। स्टोरी को अपडेट किए जाने की प्रक्रिया SoP के मुताबिक है और इससे निष्कर्ष या नतीजों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में अनुपपूर में मछली में कोरोना वायरस पाए जाने वाली पोस्‍ट फर्जी निकली। मछली, मटन और चिकन में कोरोना वायरस वाली बात में कोई सच्‍चाई नहीं है।

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