Fact Check : अंबा देवी मंदिर में मॉक ड्रिल का वीडियो फर्जी दावे के साथ हुआ वायरल

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया पर महाराष्‍ट्र के अमरावती का एक वीडियो इस दावे के साथ वायरल हो रहा है कि जिले के अंबा देवी मंदिर से कुछ आतंकवादी पकड़ाए हैं।

विश्‍वास टीम की पड़ताल में पता चला कि वायरल वीडियो किसी सच्‍ची घटना का नहीं, बल्कि एक मॉक ड्रिल का है। यह मॉक ड्रील 27 जुलाई की सुबह अमरावती के अंबा देवी मंदिर में हुई थी।

क्‍या है वायरल पोस्‍ट में

फेसबुक से लेकर यूट्यूब तक पर अंबा देवी मंदिर का एक वीडियो फर्जी दावे के साथ अपलोड किया जा रहा है। इसमें यूजर्स दावा कर रहे हैं कि अंबा देवी मंदिर परिसर से तीन आतंकियों को पकड़ा गया है।

हीर निलेश कुमार मोराबिया नाम के फेसबुक यूजर ने भी 29 जुलाई को एक वीडियो अपलोड करते हुए दावा किया कि अमरावती अम्‍बा देवी मंदिर से आतंकवादी पकड़ाए।

पड़ताल

विश्‍वास टीम ने सबसे पहले वायरल हो रहे वीडियो को ध्‍यान से देखा। वीडियो देखने से ही किसी मॉक ड्रिल का लगा। इसके बाद विश्‍वास टीम ने InVID टूल में वीडियो को अपलोड करके कई स्‍क्रीनशॉट निकाले। इसके बाद इन स्‍क्रीनशॉट को हमने गूगल रिवर्स इमेज में सर्च करना शुरू किया। काफी सर्च के बाद हमें वायरल हो रहा वीडियो गायत्री टेलीविजन नाम के यूट्यूब चैनल पर मिला। 29 जुलाई 2019 को इस वीडियो को अपलोड किया गया था। इसमें मराठी में लिखा था : अमरावती येथे अंबा देवी परिसरात तीन आतंकवाद्यांचे सिटी पोलिसांनी केले – मॉकड्रिल प्रशिक्षण। इसे हिंदी में अनुवाद किया तो पता चला कि मॉक ड्रिल प्रशिक्षण के दौरान पुलिस ने अमरावती के अंबा देवी परिसर से तीन आतंकवादियों को पकड़ा। इसमें साफतौर से लिखा हुआ था कि यह मॉक ड्रिल थी।

अपनी जांच को आगे बढ़ाते हुए हमने गूगल सर्च में ‘अंबा देवी में आतंकवादी’ कीवर्ड हिंदी में टाइप करके सर्च किया तो हमें एक और वीडियो यूट्यूब पर मिला। इस वीडियो को विदर्भ न्‍यूज 365 नाम के यूट्यूब चैनल ने 27 जुलाई 2019 को अपलोड किया था। वीडियो में बताया गया कि 27 जुलाई की सुबह अंबा देवी मंदिर परिसर में एक मॉक ड्रिल हुई थी। यह ड्रिल अगले कुछ दिनों में पड़ने वाले त्‍योहारों को देखते हुए की गई थी।

इसके बाद विश्‍वास टीम ने अमरावती के कमिश्‍नर संजय डी. बविस्‍कर से संपर्क किया। उन्‍होंने हमें बताया कि अंबा देवी में सिर्फ एक मॉक ड्रिल हुई थी। असली आतंकी पकड़ने वाली बात सिर्फ अफवाह है।

अंत में हमने अंबा देवी के वीडियो को फर्जी दावे के साथ वायरल करने वाले हीर निलेश कुमार के फेसबुक अकाउंट की सोशल स्‍कैनिंग की। हमें पता लगा कि यूजर महाराष्‍ट्र के मुंबई में रहता है। इस अकाउंट पर हमें अधिकांश ऐसी पोस्‍ट मिली, जो सोशल मीडिया पर वायरल होती रहती है।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास टीम की पड़ताल में पता चला कि महाराष्‍ट्र के अमरावती में स्थित अंबा देवी मंदिर से किसी भी आतंकवादियों को नहीं पकड़ा गया था। 27 जुलाई की सुबह यहां एक मॉकड्रिल हुई थी। इसी का वीडियो अब गलत दावे के साथ सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है।

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False
Symbols that define nature of fake news
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