Fact Check: यह वीडियो मॉक ड्रिल का है, इसमें कोई कोरोना वायरस का मरीज़ नहीं

वायरल हो रहा वीडियो एक मॉक ड्रिल का है। यह मॉक ड्रिल 12 मार्च 2020 को बरनाला के तपा मंडी पड़ते गांव घुन्नस में कोरोना वायरस को लेकर करवाई गई थी। वीडियो में कोई कोरोना वायरस का मरीज़ नहीं है।

नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मिडिया पर कोरोना वायरस को लेकर कई खबरें वायरल हुई है और अभी भी वायरल हो रहीं है। इसी के बीच एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक व्यक्ति को कुछ लोग एम्बुलेंस में लेकर जाते दिख रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि पंजाब के बरनाला जिले में कोरोना वायरस के मरीज़ को मेडिकल की टीम लेकर जा रही है।

विश्वास टीम ने अपनी पड़ताल में पाया कि यह वीडियो एक मॉक ड्रिल का है। यह मॉक ड्रिल 12 मार्च 2020 को बरनाला के तपा मंडी पड़ते गांव घुन्नस में कोरोना वायरस को लेकर करवाई गई थी। वीडियो में कोरोना वायरस का मरीज़ नहीं है।

क्या हो रहा है वायरल?

फेसबुक पर “ਚੜਦਾ ਪੰਜਾਬ” नाम के पेज ने एक वीडियो अपलोड की जिसके साथ डिस्क्रिप्शन लिखा: “ਬਰਨਾਲਾ ਜਿਲੇ ਚ ਮੈਡੀਕਲ ਟੀਮ ਕਰੋਨਾ ਵਾਇਰਸ ਦਾ ਮਰੀਜ ਘਰੋਂ ਚੁੱਕ ਕੇ ਲੈ ਕੇ ਜਾਂਦੀ ਹੋਈ” हिंदी अनुवाद: बरनाला जिले में मेडिकल टीम कोरोना वायरस का मरीज़ घर से लेकर जाती हुई

वायरल पोस्ट का आर्काइव्ड लिंक

पड़ताल

पड़ताल को शुरू करते हुए हमने सबसे पहले इस वीडियो को ध्यान से देखा। वीडियो में अगर गौर किया जाए तो मेडिकल की टीम ने मास्क तो पहना हुआ है पर हाथों में ग्लव्स नहीं पहने हुए हैं। इसके अलावा इस पोस्ट में कुछ लोगों ने कमेंट भी किया है कि यह एक मॉक ड्रिल का वीडियो है, इसमें कोरोना वायरस का मरीज़ नहीं है।

इस वीडियो के अंत में जिस एम्बुलेंस में मरीज़ को लेकर जाया जा रहा है उसके दरवाज़े के ऊपर सिविल हॉस्पिटल तपा लिखा हुआ है। आपको बता दें कि तपा पंजाब के बरनाला जिले में पड़ता है।

अब हमने पड़ताल को बढ़ाते हुए न्यूज़ सर्च के ज़रिए यह जानने की कोशिश की कि क्या तपा के सिविल हॉस्पिटल में कोई कोरोना वायरस का मरीज़ भर्ती हुआ है या नहीं। हमें ऐसी कोई खबर नहीं मिली जो पुष्टि करती हो कि तपा के सिविल हस्पताल में कोई कोरोना वायरस का मरीज़ भर्ती हुआ है।

हमें अपनी सर्च के दौरान जगबानी की 12 मार्च 2020 को प्रकाशित एक खबर मिली जिसकी हेडलाइन थी: ਕੋਰੋਨਾ ਵਾਇਰਸ ਨਾਲ ਨਜਿੱਠਣ ਦੀਆਂ ਤਿਆਰੀਆਂ ਦੇ ਸਬੰਧ ‘ਚ ਜ਼ਿਲ੍ਹਾ ਪ੍ਰਸ਼ਾਸਨ ਵੱਲੋਂ ਮੌਕ ਡਰਿੱਲ ਰਿਹਰਸਲ (हिंदी अनुवाद: कोरोना वायरस से निपटने की तैयारिओं के संबंध में जिला प्रशासन की तरफ से मॉक ड्रिल रिहरस्ल)

इस खबर के अनुसार: वीरवार 12 मार्च 2020 को कोरोना वायरस के मध्यनज़र एक मॉक ड्रिल जिला प्रशासन की तरफ से और सेहत विभाग की तरफ से बरनाला जिले में करवाई गई। SDM अनमोल सिंह धालीवाल और SPD रुपिंदर भारद्वाज इस मोके पर मौजूद रहे। इस खबर से यह बात साफ़ हुई कि 12 मार्च को बरनाला जिले में कोरोना वायरस को लेकर मॉक ड्रिल करवाई गई थी। अब हमें यह जानना था कि क्या यह वीडियो भी मॉक ड्रिल की है।

हमने इस वीडियो को लेकर हमारे पंजाबी जागरण के बरनाला जिला इंचार्ज रिपॉर्टर यादविंदर सिंह भुललर से बात की। यादविंदर ने वीडियो के बारे में जानकारी देते हुए बताया, “यह वीडियो एक मॉक ड्रिल का है। यह मॉक ड्रिल बरनाला के तपा मंडी पड़ते गांव घुन्नस में 12 मार्च 2020 को करवाई गई थी। जिला प्रशासन के दिशा निर्देशों के तहत सिविल सर्जन बरनाला की अगुवाई में सीनियर मेडिकल अफसर डा. जसवीर सिंह औलख की तरफ से सूमह स्टाफ समेत नज़दीकी गांव घुन्नस डिस्पेंसरी में कोरोना वायरस सबंधी यह मॉक ड्रिल करवाई गई थी।

यादविंदर ने हमारे साथ इस मॉक ड्रिल की कुछ तस्वीरों को भी शेयर किया जिसमें इसी मरीज़ और एम्बुलेंस को देखा जा सकता है। तस्वीरों का स्क्रीनशॉट आप नीचे देख सकते हैं:

हमें अपनी पड़ताल में इस मॉक ड्रिल को लेकर पंजाब केसरी और अजीत जलंधर के अख़बार की क्लिप भी मिली जिसे आप नीचे देख सकते हैं:


Ajit Jalandhar

Punjab Kesari

अजीत और पंजाब केसरी की अख़बार की क्लिप में प्रकाशित खबर के अनुसार वीरवार 12 मार्च 2020 को बरनाला के तपा मंडी पड़ते गांव घुन्नस में कोरोना वायरस को लेकर एक मॉक ड्रिल हुई थी। अगर हम अखबारों में इस्तेमाल की गई तस्वीरों को देखे तो जो मरीज़ और टीम वायरल वीडियो में दिख रहे हैं वो इन तस्वीरों में भी दिख रहे हैं।

इस वीडियो को सोशल मिडिया पर कई लोग शेयर कर रहे हैं और इन्हीं में से एक है “ਚੜਦਾ ਪੰਜਾਬ” नाम का फेसबुक पेज। यह पेज पंजाब से जुडी खबरों को ज़्यादा शेयर करता है और इस पेज को 7,281 लोग फॉलो करते हैं। यह पेज दिसंबर 2018 में बनाया गया था।

Disclaimer: विश्वास न्यूज की कोरोना वायरस (COVID-19) से जुड़ी फैक्ट चेक स्टोरी को पढ़ते या उसे शेयर करते वक्त आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि जिन आंकड़ों या रिसर्च संबंधी डेटा का इस्तेमाल किया गया है, वह परिवर्तनीय है। परिवर्तनीय इसलिए क्योंकि इस महामारी से जुड़े आंकड़ें (संक्रमित और ठीक होने वाले मरीजों की संख्या, इससे होने वाली मौतों की संख्या ) में लगातार बदलाव हो रहा है। इसके साथ ही इस बीमारी का वैक्सीन खोजे जाने की दिशा में चल रहे रिसर्च के ठोस परिणाम आने बाकी हैं, और इस वजह से इलाज और बचाव को लेकर उपलब्ध आंकड़ों में भी बदलाव हो सकता है। इसलिए जरूरी है कि स्टोरी में इस्तेमाल किए गए डेटा को उसकी तारीख के संदर्भ में देखा जाए।

निष्कर्ष: वायरल हो रहा वीडियो एक मॉक ड्रिल का है। यह मॉक ड्रिल 12 मार्च 2020 को बरनाला के तपा मंडी पड़ते गांव घुन्नस में कोरोना वायरस को लेकर करवाई गई थी। वीडियो में कोई कोरोना वायरस का मरीज़ नहीं है।

False
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