Fact Check : लखनऊ में कश्‍मीरी युवकों को पीटने वाले शख्‍स कांग्रेस और सपा के कार्यकर्ता नहीं हैं

नई दिल्‍ली (विश्‍वास टीम)। फेसबुक से लेकर ट्विटर तक की वॉल पर इनदिनों एक फर्जी पोस्‍ट तेजी से वायरल हो रही है। पोस्‍ट लखनऊ में कश्‍मीरी युवकों की पिटाई के बाद अरेस्‍ट हुए आरोपियों से जुड़ी हुई है। इस पोस्‍ट में दावा किया जा रहा है कि उत्‍तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कश्‍मीरी युवक को पीटने वाले कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता थे। विश्‍वास टीम की पड़ताल में ऐसा दावा गलत साबित हुआ। जिन युवकों ने कश्‍मीरी युवकों की पिटाई की थी, वह सभी विश्‍व हिन्‍दू दल नामक एक संगठन से जुड़े हुए हैं। सपा और कांग्रेस से इन लोगों का कोई संबंध नहीं है।

क्‍या है वायरल पोस्‍ट में?

चलिए सबसे पहले बात करते हैं उस पोस्‍ट के कंटेंट की, जिसे लोग वायरल कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर कई लोग एक तस्‍वीर के साथ लिख रहे हैं – #लखनऊ मे भगवा वस्त्र पहन कर #कश्मीरी युवक को पीटने वाले #कांग्रेस और #सपा के कार्यकर्ता निकले। मुस्लिम वोटरों को रिझाने के लिए क्या क्या करोगे चमचों। इस पोस्‍ट में कुल छह लोग दिख रहे हैं। दो पुलिसवाले और चार वो लोग हैं, जिन्‍हें पुलिस ने लखनऊ की घटना के बाद हिरासत में लिया था। दूसरे फेसबुक यूजर्स की तरह सोनपाल रघुवंशी (@sonpal.raghuwanshi.7) नाम के फेसबुक यूजर ने भी आठ मार्च को सुबह 11:44 बजे इसे फेसबुक पर अपलोड किया था। इसी तरह यह फर्जी दावे वाली पोस्‍ट ट्विटर पर भी फैली हुई है। फर्जी ट्वीट सर्च करने के लिए हमने InVID टूल का यूज किया।

पड़ताल

विश्‍वास टीम ने क्रमवार ढंग से पूरे मामले की जांच करने का फैसला किया। मूल घटना से लेकर फर्जी पोस्‍ट वायरल करने तक की जांच के लिए हम सिलसिलेवार ढंग से आगे बढ़े। विश्‍वास टीम ने सबसे पहले उस घटना के बारे में पता लगाया, जो लखनऊ में घटी थी। दैनिक जागरण की खबर के मुताबिक, 6 मार्च को डालीगंज चौराहे के पास मेवा बेच रहे कश्‍मीरियों की कुछ लोगों ने पिटाई कर दी थी। पुलिस ने हमले के मामले में विश्व हिंदू दल के प्रदेश अध्यक्ष हिमांशु अवस्थी, नगर अध्यक्ष बजरंग सोनकर, अनिरुद्ध और अमर को सुबह गिरफ्तार किया। पूरी खबर आप यहां पढ़ सकते हैं : लखनऊ में मेवा बेच रहे कश्मीरियों की पिटाई

इसके बाद हमें यह जानना था कि उत्‍तर प्रदेश की पुलिस ने इस घटना के बाद क्‍या एक्‍शन उठाया। इसके लिए हमने यूपी पुलिस और लखनऊ पुलिस के सोशल मीडिया अकाउंट को सर्च किया। UP POLICE (@Uppolice) के कई ट्वीट मिले। 7 मार्च को किए गए एक वीडियो ट्वीट करते हुए यूपी पुलिस ने पूरे मामले की जानकारी देते हुए बताया कि चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया।

इसके बाद हमें लखनऊ पुलिस (@lkopolice) का एक ट्वीट मिला। इसके अनुसार, कश्‍मीरी युवकों को पीटने वालों ने एक लोकल ट्रस्‍ट भी बनाया हुआ है। लखनऊ के एसएसपी कलानिधि नैथानी के अनुसार, इनके ट्रस्‍ट का नाम विश्‍व हिन्‍दू दल ट्रस्‍ट है। इसका रजिस्‍ट्रेशन नंबर 334/18 है।

https://twitter.com/lkopolice/status/1103594253555392513

इसके बाद हमने उन चारों आरोपियों के फेसबुक पेज की StalkScan की मदद से स्‍कैनिंग की, जिन्‍हें अरेस्‍ट किया गया। पुलिस की पकड़ में आया बजरंग सोनकर के फेसबुक पेज (@bajrang.sonkar.395) की जब हमने सोशल स्‍कैन किया तो हमें पता लगा कि अंतिम अपडेट 7 मार्च को हुआ है। सोनकर खुद को विश्‍व हिन्‍दू दल का महानगर अध्‍यक्ष बताता है। बजरंग का फेसबुक अकाउंट ऐसी पोस्‍ट से भरा पड़ा हुआ है, जिसमें वह एक खास समुदाय पर निशाना साध रहा है।

इसके बाद हमने हिमांशु अवस्‍थी (profile.php?id=100008183775980) की सोशल मीडिया स्‍कैनिंग की। यहां से हमें पता चला कि हिमांशु विश्‍व हिन्‍दू दल का प्रदेश अध्‍यक्ष है। इसे फेसबुक पर तीन हजार से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं।

इसी तरह हमने अनिरुद्ध (@aniruddh.shyam) और अमर मिश्रा के फेसबुक को भी खंगाला। हमें पता चला कि जिस संगठन से बजरंग सोनकर और हिमांशु अवस्‍थी जुड़े हुए हैं, उसी से ये दोनों भी जुड़े हुए हैं। अमर मिश्रा उत्तरी विधानसभा उपाध्यक्ष है तो संगठन का विधानसभा महामंत्री अनिरुद्ध श्याम है।

हमारी जांच में पता चला कि अरेस्‍ट हुए चारों लोग एक खास समुदाय से नफरत करते हैं। इन लोगों का दावा है कि वह हिंदुओं के लिए लड़ रहे हैं।

अब बारी थी विश्‍व हिन्‍दू दल के फेसबुक और ट्विटर प्रोफाइल को सर्च करने की। ट्विटर पर हमें इसका कोई हैंडल नहीं मिला, लेकिन फेसबुक पर विश्‍व हिन्‍दू दल का पेज मिल गया। वहां हमें एक पोस्‍टर मिला। इसमें अरेस्‍ट किए गए हिमांशु अवस्‍थी और बजरंग सोनकर की तस्‍वीर लगी हुई थी।

अंत में हमने फर्जी वायरल मैसेज फैलाने वाले फेसबुक यूजर सोनपाल रघुवंशी के फेसबुक अकाउंट (@sonpal.raghuwanshi.7) को स्‍कैन किया। यहां हमें पता चला कि इनकी अधिकांश पोस्‍ट के निशाने पर कांग्रेस और दूसरे विपक्षी दल रहते हैं। सोनपाल मप्र के गुना के रहने वाले हैं।

निष्कर्ष : विश्‍वास टीम की पड़ताल में हमें पता लगा कि कश्‍मीरी युवकों की पिटाई के आरोप में जिन चार लोगों को अरेस्‍ट किया गया, वह सभी विश्‍व हिन्‍दू दल नामक एक स्‍थानीय संगठन से जुड़े हुए हैं। इन लोगों का कांग्रेस या समाजवादी पार्टी से कोई संबंध नहीं है।

पूरा सच जानें…

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
Related Posts
नवीनतम पोस्ट