Fact Check: 3डी एनिमेशन का यह वीडियो अयोध्या में बन रहे राम मंदिर का नहीं 

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि मंदिर के 3डी एनिमेशन के वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। इस वीडियो को ग्राफिक डिजाइनर रोहित सांखला ने बनाया है। रोहित सांखला ने इसे अपने यूट्यूब चैनल के लिए बनाकर अपलोड किया था। यूजर्स इसे राम मंदिर का असली वीडियो समझकर शेयर कर रहे हैं।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का दिन जितनी तेजी से करीब आ रहा हैं। सोशल मीडिया पर उतनी ही तेजी से राम मंदिर को लेकर तरह-तरह की पोस्ट वायरल हो रही है। हाल ही में मंदिर के 3डी एनिमेशन के एक वीडियो को शेयर कर दावा कर रहे हैं कि यह राम मंदिर का है। 24 जनवरी 2024 को राम मंदिर कुछ इस तरह से दिखेगा। 

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। इस वीडियो को ग्राफिक डिजाइनर रोहित सांखला ने बनाया है। रोहित सांखला ने इसे अपने यूट्यूब चैनल के लिए बनाकर अपलोड किया था। यूजर्स इसे राम मंदिर का  असली वीडियो समझकर शेयर कर रहे हैं।

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर फेसबुक यूजर हिन्दू अखिलेश पाठक ने 10 नवंबर 2023 को वायरल वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “मेरे राम का मंदिर बन रहा है..मोबाइल की फुल स्क्रीन पर ये वीडियो देखिये…, मजा आ जायेगा, इसलिए दिया है। २२ जनवरी २४ को ये होने वाला है जय सिया राम।”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

पड़ताल 

वायरल वीडियो के बारे में जानने के लिए हमने इनविड टूल की मदद से वीडियो के कई कीफ्रेम निकाले और उन्हें गूगल रिवर्स इमेज की मदद से सर्च किया। हमें यह वीडियो ‘शिवाजी होम डिजाइन’ नामक एक यूट्यूब चैनल पर  3 नवंबर 2021 को शेयर मिला। मौजूद जानकारी के अनुसार, इस वीडियो को ग्राफिक डिजाइनर रोहित सांखला ने सॉफ्टवेयर की मदद से तैयार किया है। वो इसी तरह के ग्राफिक वीडियो बनाते हैं। चैनल को खंगालने पर हमने पाया कि चैनल पर इस तरह के कई ग्राफिक वीडियो हैं। 

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने राम मंदिर के आधिकारिक एक्स अकाउंट को खंगालना शुरू किया। हमें वायरल वीडियो वहां पर नहीं मिला। वहां पर हमें राम मंदिर के कई वीडियो मिले और सभी वीडियो वायरल वीडियो से काफी अलग है।

अधिक जानकारी के लिए हमने वायरल वीडियो में मौजूद नंबर पर संपर्क किया। हमारी बात रोहित सांखला से हुई। उन्होंने हमें बताया, “वायरल वीडियो दो साल पुराना है और कई बार गलत दावों के साथ वायरल हो चुका है। इस वीडियो को मैंने बनाया है। यह वीडियो राम मंदिर के अधिकारिक ट्रस्ट की ओर से जारी नहीं किया गया है। मैं ग्राफिक डिजाइनर हूं और इसी तरह के वीडियो को बनाता हूं। मेरे चैनल पर घर और मंदिर के ऐसे कई वीडियो मौजूद हैं। मैंने अपने यूट्यूब चैनल के लिए इस वीडियो को बनाया था। ये वीडियो मैंने लोगों की आस्था और जगह को ध्यान में रखकर बनाया था।”

यह वीडियो पहले भी गलत दावे के साथ वायरल हो चुका है। हमने उस दौरान भी दावे की पड़ताल कर सच्चाई सामने रखी थी। पूरी रिपोर्ट को यहां पर पढ़ें। 

अंत में हमने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर को 5 हजार लोग फॉलो करते हैं। यूजर ने प्रोफाइल पर खुद को ग्वालियर का रहने वाला बताया हुआ है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि मंदिर के 3डी एनिमेशन के वायरल वीडियो को लेकर किया जा रहा दावा गलत है। इस वीडियो को ग्राफिक डिजाइनर रोहित सांखला ने बनाया है। रोहित सांखला ने इसे अपने यूट्यूब चैनल के लिए बनाकर अपलोड किया था। यूजर्स इसे राम मंदिर का असली वीडियो समझकर शेयर कर रहे हैं।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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