Fact Check : G-20 के खत्म होने पर इंडिया पोस्ट या टाटा मोटर्स नहीं दे रहे हैं गिफ्ट्स, वायरल लिंक फर्जी

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि जी 20 गिफ्ट्स के नाम पर वायरल लिंक फेक है। इंडिया पोस्ट या फिर टाटा मोर्ट्स की तरफ से इस तरह का कोई गिफ्ट्स नहीं दिया जा रहा है।  इस मैसेज के साथ फिशिंग लिंक शेयर किया जा रहा है। साइबर एक्सपर्ट के अनुसार, इस तरह से लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से यूजर का डेटा हैक हो सकता है। विश्‍वास न्‍यूज पहले भी इस तरह के कई दावों की पड़ताल कर यूजर्स को ऐसे किसी भी लिंक पर क्लिक नहीं करने की सलाह दे चुका है।

विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। जी 20 खत्म हो चुका है, लेकिन इससे जुड़ी पोस्ट लगातार सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। हाल ही में एक लिंक को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि इंडिया पोस्ट  जी 20 के सफलतापूर्वक खत्म होने पर सभी को गिफ्ट्स दे रहा है। लिंक पर क्लिक कर गिफ्ट्स को पाया जा रहा है। इसी तरीके का एक दावा टाटा मोटर्स के नाम पर भी वायरल हो रहा है।

विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल लिंक फेक है। इंडिया पोस्ट या फिर टाटा मोर्ट्स की तरफ से इस तरह का कोई गिफ्ट्स नहीं दिया जा रहा है।  इस मैसेज के साथ फिशिंग लिंक शेयर किया जा रहा है। साइबर एक्सपर्ट के अनुसार, इस तरह के  लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से यूजर का डेटा हैक हो सकता है। विश्‍वास न्‍यूज पहले भी इस तरह के कई दावों की पड़ताल कर यूजर्स को ऐसे किसी भी लिंक पर क्लिक नहीं करने की सलाह दे चुका है।

क्या हो रहा है वायरल ? 

फेसबुक यूजर ‘बिस्वाजीत पांडा’ने 13 सितंबर 2023 को पोस्ट को शेयर किया हुआ है। लिंक पर लिखा हुआ है, जी 20 के सफल होने पर इंडिया पोस्ट की ओर से गिफ्ट्स।

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

फेसबुक यूजर ‘गौतम गुप्ता’ ने 18 सितंबर 2023 को पोस्ट को शेयर किया हुआ है। लिंक पर लिखा हुआ है, जी20 के सफल होने पर टाटा मोटर्स पोस्ट की ओर से गिफ्ट्स।

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

पड़ताल 

वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने इंडिया पोस्ट की आधिकारिक वेबसाइट और सोशल मीडिया अकाउंट्स को खंगाला। हमें ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली कि  इंडिया पोस्ट जी 20 के खत्म होने के बाद लोगों को गिफ्ट्स दे रहा है। हमें सोशल मीडिया खंगालते समय इंडिया पोस्ट के आधिकारिक फेसबुक पर एक पोस्ट मिली। 13 सितंबर 2023 को वायरल लिंक को शेयर करते हुए इंडिया पोस्ट ने इसे फेक और स्कैम बताया है। साथ ही लोगों को इस तरह के लिंक से सावधान रहने के लिए कहा है।

हमने टाटा मोर्ट्स की वेबसाइट और सोशल मीडिया हैंडल्स को भी खंगाला। हालांकि, हमें दावे से जुड़ी कोई जानकारी वहां पर नहीं मिली।

पोस्ट में दिए गए यूआरएल पर गौर करने पर हमने पाया कि वायरल लिंक का यूआरएल  एडवर्बस्पाइसी डॉट टॉप है। जबकि असली वेबसाइट का यूआरएल इंडिया पोस्ट डॉट गवर्न डॉट इन है। हमने जब टाटा मोर्ट्स के नाम पर वायरल दावे के लिंक पर गौर किया तो हमने पाया कि यूआरएल लेनरैश डॉट टॉपहै, जबकि असली वेबसाइट का यूआरएल टाटा मोटर्स डॉट कॉम है।

इस बारे में अधिक जानकारी हासिल करने के लिए हमने साइबर एक्सपर्ट अनुज अग्रवाल से बात की। उनका कहना है, “यह फिशिंग लिंक है। इस पर क्लिक करने से यूजर का डेटा चोरी हो सकता है। साइबर क्रिमिनल इस तरह के मैसेज भेजकर लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं। इस तरह के मैसेज मिलने पर पहले यूआरएल को ध्यान से देख लेना चाहिए। भारत में सरकारी वेबसाइट के यूआरएल डॉट इन से होते हैं। अगर यूआरएल डॉट इन से नहीं है तो संदिग्ध है। कंपनी या संबंधित विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर भी इस बारे में चेक करना चाहिए। अगर कोई योजना या ऑफर किसी विभाग की तरफ से दिया जाता है तो उसकी आधिकारिक वेबसाइट पर इसकी जानकारी जरूर दी जाती है। कई बार साइबर ठग इस तरह के लिंक दूसरी वेबसाइट पर ट्रैफिक बढ़ाने के लिए भी भेजते हैं। इस तरह के लिंक दूसरी वेबसाइट पर ले जाते हैं, जिससे उनको व्यूज मिलते हैं, लेकिन इन पर क्लिक मत करें। कई बार इस तरह के लिंक्स का इस्तेमाल सिस्टम में मैलवेयर  डालने के लिए भी किया जाता है। मैलवेयर  के जरिए सिस्टम का कंट्रोल हासिल कर बड़ी ही आसानी से फ्रॉड किया जा सकता है।“

अंत में हमने वायरल पोस्ट को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर पश्चिम बंगाल का रहने वाला है। यूजर को 452 लोग फॉलो करते हैं। यूजर जनवरी 2014 से फेसबुक पर सक्रिय है। 

निष्कर्ष : विश्वास न्यूज ने अपनी पड़ताल में पाया कि जी 20 गिफ्ट्स के नाम पर वायरल लिंक फेक है। इंडिया पोस्ट या फिर टाटा मोर्ट्स की तरफ से इस तरह का कोई गिफ्ट्स नहीं दिया जा रहा है।  इस मैसेज के साथ फिशिंग लिंक शेयर किया जा रहा है। साइबर एक्सपर्ट के अनुसार, इस तरह से लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से यूजर का डेटा हैक हो सकता है। विश्‍वास न्‍यूज पहले भी इस तरह के कई दावों की पड़ताल कर यूजर्स को ऐसे किसी भी लिंक पर क्लिक नहीं करने की सलाह दे चुका है।

False
Symbols that define nature of fake news
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