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Fact Check : ‘टाटा टी’ के नाम पर वायरल हो रही पैकिंग जॉब का विज्ञापन फर्जी , निजी जानकारी न करें शेयर

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पता चला ‘टाटा टी’ के नाम पर वायरल विज्ञापन फर्जी है। कंपनी की ओर से ऐसा कोई विज्ञापन जारी नहीं किया गया। कंपनी ने इसका खंडन किया है।

विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। सोशल मीडिया पर एक पोस्ट को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि टाटा समूह की कंपनी ‘टाटा टी’ की तरफ से चाय-पत्ती पैकिंग का काम दिया जा रहा है। इस काम को घर से बैठकर किया जा रहा है। पोस्ट में यह भी बताया गया है कि इस काम लिए 30 से 40 हजार रुपए तक दिए जाएंगे। पूरे भारत में कहीं से भी इस काम को किया जा सकता है। 

विश्‍वास न्‍यूज ने जब वायरल पोस्ट की पड़ताल की तो पाया कि लोगों के साथ फ्रॉड करने के लिए टाटा समूह का नाम इस्तेमाल करते हुए यह पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल की जा रही है। ऐसे किसी भी मैसेज पर यकीन न करें। खुद टाटा कंपनी की ओर से इसका खंडन किया गया है। उन्होंने बताया कि हमारी तरफ से पैकिंग जॉब को लेकर ऐसी कोई पोस्ट जारी नहीं की गई है। 

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर ”बाबा गुरजंट सिंह’ ने 11 अगस्त 2023 को वायरल पोस्ट को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है, “टाटा चाय अग्नि चाय पत्ती पैकिंग जॉब ऑल इंडिया होम डिलीवरी।”

पोस्ट पर लिखा हुआ है, “टाटा चाय अग्नि चाय पत्ती पैकिंग जॉब घर बैठे काम करें 30 से 40000 मासिक ऑल इंडिया होम डिलीवरी! नौकरी” 8794261688

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

पड़ताल 

टाटा टी के नाम पर वायरल विज्ञापन की जांच के लिए सबसे पहले विश्‍वास न्‍यूज ने इसकी स्‍कैनिंग की। वायरल पोस्‍ट की भाषा और हिंदी की गलतियों से ही अंदाजा लग गया कि यह एक फर्जी विज्ञापन है। बड़ी कंपनियां कभी भी ऐसे विज्ञापन नहीं देती हैं।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने कंपनी की वेबसाइट और सोशल मीडिया अकाउंट्स को खंगालना शुरू किया। हमें वहां पर भी दावे से जुड़ी कोई पोस्ट या विज्ञापन नहीं मिला। 

हमने कीवर्ड्स की मदद से न्यूज़ रिपोर्ट के बारे में सर्च करना शुरू किया। हमें दावे से जुड़ी कोई विश्वसनीय न्यूज़ रिपोर्ट नहीं मिली। सोचने वाले बात है कि टाटा ग्रुप भारत के सबसे बड़े ग्रुप में से एक है। अगर सच में कंपनी की ओर से इस तरह का कोई विज्ञापन जारी किया गया होता, तो उससे जुड़ी कोई न कोई मीडिया रिपोर्ट जरूर मौजूद होती।

विश्‍वास न्‍यूज ने जांच को आगे बढ़ाते हुए टाटा ग्रुप से मेल के जरिए संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, “यह दावा पूरी तरह से गलत है। वायरल हो रही पोस्ट हमारी ओर से जारी नहीं की गई है। हमारी कंपनी की ओर से जो भी विज्ञापन, स्कीम, या ऑफर जारी किया जाती है। उसकी सारी जानकारी वेबसाइट पर मौजूद होती है। इस तरह के नौकरी का झांसा देने वाले मैसेज पर यकीन न करें। उनके साथ कभी भी अपना पैन कार्ड या आधार कार्ड शेयर न करें। वरना फ्रॉड का शिकार हो सकते हैं।”

इस मामले को लेकर हमने साइबर एक्सपर्ट अनुज अग्रवाल से भी बातचीत की। उन्होंने हमें बताया, “एआई आने के से ही दुनिया में अलग-अलग तरह के फ्रॉड सामने आ रहे हैं। साइबर क्राइम करने वाले लोग हर दिन नए-नए तरीके अपना रहे हैं। वो लोगों के साथ फ्रॉड करने के लिए सोशल मीडिया एप्स और एआई एप्स का इस्तेमाल कर रहे हैं। वो इस तरह की पोस्ट डालते हैं और लोगों को यकीन दिलाते हैं कि वो सच बोल रहे हैं। फिर वो उनसे उनकी निजी जानकारी हासिल करते हैं और उनके साथ फ्रॉड करते हैं। अगर आप सोशल मीडिया पर इस तरह की कोई पोस्ट या लिंक देखते हैं तो सबसे पहले किसी विश्वसनीय सोर्स पर जाकर इस बारे में सर्च करें या चेक करें। तभी उस पर भरोसा करें। या फिर संबंधित कंपनी की वेबसाइट और उनके सोशल मीडिया हैंडल को चेक करें। सिर्फ देखकर किसी लिंक पर भरोसा न करें और न ही ऐसी किसी पोस्ट पर क्लिक करें। जितना ज्यादा हो सके ऑनलाइन अपनी जानकारी शेयर करने से बचें।”

विश्वास न्यूज ने कई ऐसे दावों की पड़ताल की है। जिसे आप लिंक पर क्लिक कर पढ़ सकते हैं।

अंत में हमने पोस्ट को गलत दावे के साथ शेयर करने वाली यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। हमने पाया कि यूजर इस तरह के फेक दावों को शेयर करती है। यूजर के फेसबुक को 5 लोग फॉलो करते हैं। प्रोफाइल पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, यूजर पंजाब का रहने वाला है।

निष्कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पता चला ‘टाटा टी’ के नाम पर वायरल विज्ञापन फर्जी है। कंपनी की ओर से ऐसा कोई विज्ञापन जारी नहीं किया गया। कंपनी ने इसका खंडन किया है।

  • Claim Review : टाटा टी’ दे रही पैकिंग की जॉब।
  • Claimed By : फेसबुक यूजर बाबा गुरजंट सिंह
  • Fact Check : झूठ
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