पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के नाम से फिशिंग लिंक वायरल हो रहा है। इस योजना में आवेदन के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अप्लाई करना चाहिए।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। फिशिंग लिंक्स के जरिए यूजर्स को अपने जाल में फंसाने के लिए साइबर अपराधी कई हथकंडे अपनाते हैं। अब प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना की पोस्ट के साथ एक लिंक वायरल हो रहा है। इसमें लिखा है कि सरकारी अनुदान की मदद से अपने बिजली बिल को जीरो करें। इसके लिए यूजर से लिंक पर क्लिक करके आवेदन करने को कहा गया है।
विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि इस योजना के तहत सोलर प्लांट लगाने पर सरकार सब्सिडी देती है। इससे बनने वाली बिजली का उपयोग उपभोक्ता घर के इस्तेमाल में कर सकता है। इससे उसके बिजली का बिल जीरो हो जाएगा। सोशल मीडिया पर इस योजना की पोस्ट के साथ फिशिंग लिंक वायरल हो रहा है। साइबर एक्सपर्ट ऐसे किसी भी लिंक पर क्लिक नहीं करने की सलाह देते हैं।
फेसबुक यूजर Esamay (आर्काइव लिंक) ने 28 अगस्त को प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना का पैम्फलेट्स पोस्ट करते हुए लिखा,
“मासिक बिजली बिल से छूट. घर पर सौर पैनल स्थापित करें और सरकारी अनुदान के साथ शून्य बिजली बिल प्राप्त करें – आवेदन करने के लिए यहां क्लिक करें”
वायरल पोस्ट की जांच के लिए हमने सबसे पहले लिंक के यूआरएल को देखा, जिससे यह संदिग्ध लगा। अगर यह किसी सरकारी विभाग का यूआरएल होता तो डॉट जीओवी डॉट इन या एनआईसी डॉट इन होता।
इस योजना के बारे में अधिक जानकारी के लिए हमने कीवर्ड से गूगल पर सर्च किया। इसकी आधिकारिक वेबसाइट पीएमसूर्यघर डॉट जीओवी डॉट इन है। इस पर जानकारी दी गई है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने रूफटॉप सोलर के लिए इस राष्ट्रीय पोर्टल को 30 जुलाई 2022 को लॉन्च किया हैं
सब्सिडी या अनुदान की बात करें तो 2 किलोवाट तक की क्षमता वाले सोलर पैनल के लिए 30 हजार रुपये प्रति किलोवाट और 3 किलोवाट तक के लिए अतिरिक्त क्षमता के लिए 18000 रुपये प्रति किलोवाट का अनुदान मिलेगा। इसके लिए वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा।
पांच माह पहले दैनिक भास्कर की वेबसाइट पर छपी रिपोर्ट के अनुसार, पीएम ने पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना को 13 फरवरी 2024 को लॉन्च किया था। अब तक इसमें एक करोड़ से भी ज्यादा लोगों ने आवेदन करा लिया है। तीन किलोवाट का सोलर पैनल लगाने में करीब 1.45 लाख रुपए की लागत आती है, जिसमें से सरकार 78000 रुपये अनुदान के रूप में देगी। बाकी पर सस्ते दर पर बैंक से लोन लिया जा सकता है। 1 किलोवाट के सोलर प्लांट से करीब 4-5 यूनिट बिजली रोजाना बनती है। तीन किलोवाट का प्लांट लगाने से रोजाना करीब 15 यूनिट बिजली का उत्पादन हो सकेगा, जो माह में करीब 450 यूनिट बैठेगी। इसका प्रयोग घर के उपकरणों के किए किया जा सकता है, जबकि बची हुई बिजली से कमाई भी की जा सकती है। इसमें भी आवेदन के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर अप्लाई करने को कहा गया है।
इससे साफ होता है कि पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना का फायदा उठाने के लिए इसकी आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना होगा।
इस बारे में हमने साइबर एक्सपर्ट एवं इंडियन साइबर आर्मी के संस्थापक किसलय चौधरी से बात की। उनका कहना है कि यह एक फिशिंग लिंक है, जो एक वेबसाइट पर ले जाता है। इसका इस्तेमाल वेबसाइट का ट्रैफिक बढ़ाने के लिए भी किया जाता है। ऐसे लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए। सरकारी योजनाओं के लाभ के लिए विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन करना चाहिए।
फिशिंग लिंक शेयर करने वाले फेसबुक यूजर की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। यूजर के करीब 29 हजार फॉलोअर्स हैं।
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निष्कर्ष: पीएम सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के नाम से फिशिंग लिंक वायरल हो रहा है। इस योजना में आवेदन के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अप्लाई करना चाहिए।
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