Fact Check : पेटीएम, फोन पे और गूगल पे के नाम से 1999 रुपये जीतने का दावा फेक, लिंक पर क्लिक न करें

पेटीएम, फोन पे और गूगल पे के नाम से 1999 रुपये यूजर के खाते में भेजने का दावा करने वाला मैसेज फेक है। इसे फिशिंग लिंक के साथ शेयर किया जा रहा है।

Fact Check : पेटीएम, फोन पे और गूगल पे के नाम से 1999 रुपये जीतने का दावा फेक, लिंक पर क्लिक न करें

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। पेटीएम पेमेंट बैंक लिमिटेड पर आरबीआई की कार्रवाई के बाद सोशल मीडिया पर एक मैसेज शेयर किया जा रहा है। इसमें एक लिंक के साथ दावा किया जा रहा है कि आप 1999 रुपये जीत गए हैं और रुपये लेने के लिए लिंक पर क्लिक करें। यह ऑफर 29 फरवरी तक है। इन पर पेटीएम, फोन पे और गूगल पे का लोगो भी लगा हुआ है।

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि पेटीएम, फोन पे या गूगल पे ने इस तरह का कोई ऑफर नहीं निकाला है। लुभावने मैसेज के साथ फिशिंग लिंक को शेयर कर लोगों को फंसाने के मकसद से यह पोस्ट शेयर की गई है।

क्या है वायरल पोस्ट

फेसबुक यूजर New Scratch Option (आर्काइव लिंक) ने 5 फरवरी को पोस्ट को शेयर करते हुए लिखा,

“इस साल मिला है UPI लूट ऑफर सभी भारतीय को
किसी भी एप के माध्यम से पैसे को अपने खाते मे भेजे
जीते 1999 तक (ऑफर लिमिटेड समय तक)
29 फरवरी तक ही यह ऑफर बाकी है”

फेसबुक यूजर Scretch Zone (आर्काइव लिंक) ने लिंक पोस्ट करते हुए लिखा,

बधाई हो आपने जीते हैं 1995 से लेके 5000 तक का स्क्रैच कूपन

फेसबुक यूजर Venalu ने भी इसी तरह की एक पोस्ट (आर्काइव लिंक) लिंक के साथ शेयर की।

पड़ताल

वायरल मैसेज देखने पर हमें यह संदिग्ध लगा क्योंकि इससे संबंधित कोई भी मीडिया रिपोर्ट हमें सर्च में नहीं मिली।

हमने पेटीएम के आधिकारिक एक्स हैंडल को चेक किया लेकिन ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली।

हां, इस पर 6 फरवरी को की गई पोस्ट में लिखा है कि 29 फरवरी के बाद भी पेटीएम ऐप की सुविधाएं जारी रहेंगी।

https://twitter.com/Paytm/status/1754741419623715124

फोन पे और गूगल पे के आधिकारिक एक्स अकाउंट पर भी हमें इस तरह की कोई जानकारी नहीं मिली।

इस बारे में हमने साइबर एक्सपर्ट और इंडियन साइबर आर्मी के संस्थापक किस्लय चौधरी से बात की। उनका कहना है, “साइबर ठग इस तरह के लुभावने मैसेज भेजकर लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं। यह मैसेज भी फिशिंग लिंक के साथ ही वायरल हो रहा है। इस तरह के लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए। अगर कोई कंपनी ऐसा ऑफर देती है तो अपने सोशल मीडिया हैंडल्स पर जानकारी जरूर देती है। इस तरह के लिंक पर क्लिक करने से आप साइबर क्राइम के शिकार हो सकते हैं। इससे साइबर ठग आपका डेटा हैक कर सकते हैं।

साइबर एक्सपर्ट अनुज अग्रवाल ने भी इस लिंक को ​फिशिंग लिंक बताया। उन्होंने कहा, “इस तरह के फ्रॉड मैसेज लोगों को फंसाने के लिए होते हैं। इन पर क्लिक नहीं करना चाहिए।

इससे पहले राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान अयोध्या एयरपोर्ट पर नौकरी के नाम पर मैसेज वायरल हुआ था। इसमें भी एक लिंक दिया गया था। विश्वास न्यूज की पड़ताल में पता चला था कि वायरल मैसेज के साथ फिशिंग लिंक शेयर किया गया था।

फेक मैसेज शेयर करने वाले फेसबुक यूजर की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। 14 मई 2022 को बने इस पेज के 155 फॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: पेटीएम, फोन पे और गूगल पे के नाम से 1999 रुपये यूजर के खाते में भेजने का दावा करने वाला मैसेज फेक है। इसे फिशिंग लिंक के साथ शेयर किया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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