Fact Check: फोन पे और गूगल पे के नाम से कैशबैक जीतने के मैसेज के साथ फिशिंग लिंक वायरल, इन पर क्लिक मत करें

फोन पे और गूगल पे के लोगो के साथ वायरल कैशबैक और इनाम जीतने के मैसेज फेक हैं। इनके साथ फिशिंग लिंक्स शेयर किए जा रहे हैं।

Fact Check: फोन पे और गूगल पे के नाम से कैशबैक जीतने के मैसेज के साथ फिशिंग लिंक वायरल, इन पर क्लिक मत करें

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स कैशबैक या इनाम जीतने के मैसेज के साथ कुछ लिंक्स शेयर कर रहे हैं। इनमें से कुछ पर फोन पे, जबकि कुछ पर गूगल पे का लोगो लगा हुआ है।

विश्‍वास न्‍यूज ने अपनी जांच में पाया कि कैशबैक और इनाम जीतने के मैसेज के साथ फिशिंग लिंक्स शेयर किए जा रहे हैं। इस पर क्लिक करने से यूजर का डेटा चोरी हो सकता है। साइबर एक्सपर्ट भी इस तरह के संदिग्ध मैसेज के साथ वायरल हो रहे लिंक्स पर क्लिक नहीं करने की सलाह देते हैं।

क्या है वायरल पोस्ट

फेसबुक यूजर Pm-yojnaa (आर्काइव लिंक) ने 14 मार्च को एक पोस्ट शेयर की है। इस पर गूगल पे का लोगो लगा हुआ है और एक लिंक शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यूजर ने इनाम जीता है। हालांकि, मैसेज में फोन पे का जिक्र किया गया है।

फेसबुक यूजर्स Jan dhann yojnaa (आर्काइव लिंक) ने भी इसी तरह का मैसेज एक अन्य लिंक के साथ शेयर किया।

फेसबुक यूजर्स Jan dhann yojnaa (आर्काइव लिंक) और Pm-yojnaa (आर्काइव लिंक) के फेसबुक पेज से इस तरह के कुछ अन्य लुभावने मैसेज लिंक्स के शेयर किए गए हैं।

पड़ताल

वायरल दावे की जांच के लिए हमने सबसे पहले मैसेज के दिए गए लिंक्स को ध्यान से देखा। इनमें डॉट जेड लिखा हुआ है। इससे यह हमें संदिग्ध लगे।  

हमने गूगल पे के आधिकारिक एक्स हैंडल्स को स्कैन किया, लेकिन ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली। इस पर 9 दिसंबर 2022 (आर्काइव लिंक) के बाद से कोई पोस्ट नहीं की गई है।

गूगल पे इंडिया के आधिकारिक एक्स हैंडल से भी 10 फरवरी 2022 (आर्काइव लिंक) के बाद कोई पोस्ट नहीं की गई है।

फोन पे के आधिकारिक एक्स हैंडल (आर्काइव लिंक) पर भी हमें ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली।

इस बारे में इंडियन साइबर आर्मी के संस्थापक किसलय चौधरी का कहना है कि साबर ठग इस तरह के लुभावने मैसेज भेजकर लोगों को ठगने की कोशिश करते हैं। अगर कोई कंपनी या संस्था इस तरह का ऑफर देती है तो उसकी आधिकारिक वेबसाइट या सोशल मीडिया हैंडल्स पर इसकी जानकारी दी जाती है। इन फिशिंग लिंक्स पर क्लिक करने पर यूजर को वित्तीय नुकसान तक हो सकता है।

फिशिंग लिंक शेयर करने वाले फेसबुक यूजर की प्रोफाइल को हमने स्कैन किया। यूजर के 282 फॉलोअर्स हैं।

निष्कर्ष: फोन पे और गूगल पे के लोगो के साथ वायरल कैशबैक और इनाम जीतने के मैसेज फेक हैं। इनके साथ फिशिंग लिंक्स शेयर किए जा रहे हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
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