X
X

Fact Check : बीजेपी के साथ जुड़ने को लेकर सोशल मीडिया पर वायरल हुई फेक पोस्ट 

विश्‍वास न्‍यूज ने जब वायरल पोस्ट की पड़ताल की तो पाया कि लोगों के साथ फ्रॉड करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का नाम इस्तेमाल करते हुए यह पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल की जा रही है। ऐसे किसी भी मैसेज पर यकीन न करें। खुद बीजेपी की ओर से इसका खंडन किया गया है। उन्होंने बताया कि हमारी तरफ से  जॉब को लेकर ऐसी कोई पोस्ट जारी नहीं की गई है। 

विश्वास न्यूज (नई दिल्ली)। मध्य प्रदेश में जल्द ही विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। सभी राजनितिक दल इसकी जोरो-शोरों से तैयारी कर रहे हैं। भारतीय जनता पारीट ने अपने 39 उम्मीदवारों का एलान कर दिया है। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक पोस्ट को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश के हर जिले में 20 लोगों को काम दे रहे हैं। साथ ही पोस्ट में यह भी दावा किया जा रहा है कि यह काम घर से करना होगा। 

विश्‍वास न्‍यूज ने जब वायरल पोस्ट की पड़ताल की तो पाया कि लोगों के साथ धोखाधड़ी करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के तस्वीर और नाम का इस्तेमाल करते हुए यह पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल की जा रही है। ऐसे किसी भी मैसेज पर यकीन न करें। भारतीय जनता पार्टी की ओर से भी इसका खंडन किया गया है।

क्या हो रहा है वायरल ?

फेसबुक यूजर ने वायरल पोस्ट को शेयर कर कैप्शन में लिखा है, “मुझे हर जिले से 20 लोगों की आवश्यकता है घर से काम करे सिर्फ जिले का नाम Whatsapp करे 7976492139.”

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखें।

पड़ताल 

शिवराज सिंह के नाम पर वायरल विज्ञापन की जांच के लिए सबसे पहले विश्‍वास न्‍यूज ने इसकी स्‍कैनिंग की। हमने इसकी तुलना बीजेपी के पेज पर मौजूद आधिकारिक पोस्टर से किया। हमने पाया कि पेज पर मौजूद आधिकारिक पोस्टरों से वायरल पोस्टर काफी अलग है। वायरल पोस्‍ट में जिस तरह की भाषा का प्रयोग किया गया है, इस तरह की भाषा बीजेपी के अधिकारिक पोस्ट पर नहीं है। 

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने मध्य प्रदेश बीजेपी की वेबसाइट और सोशल मीडिया अकाउंट्स को खंगालना शुरू किया। हमें वहां पर भी दावे से जुड़ी कोई पोस्ट या विज्ञापन नहीं मिला।

इस सोशल मीडिया पोस्ट के बारे में जानने के लिए हमने गूगल पर संबंधित कीवर्ड्स से सर्च करना शुरू किया। हमने पाया कि यह पोस्ट पीएम मोदी से लेकर राहुल गांधी तक सभी बड़े नेताओं के नाम पर वायरल है। सर्च के दौरान हमें दावे से जुड़ी कोई विश्वसनीय न्यूज़ रिपोर्ट भी नहीं मिली।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए जब हमने दिए गए वॉट्सऐप नंबर पर संपर्क किया। उन्होंने न ही हमारा फोन उठाया और न हमारे मैसेज का कोई जवाब दिया। 

अधिक जानकारी के लिए हमने मध्य प्रदेश बीजेपी के कार्यसमिति सदस्य अभय प्रताप सिंह से संपर्क किया। हमने वायरल पोस्ट को उनके साथ शेयर किया। उन्होंने हमें बताया, बीजेपी ने इस तरह की कोई पोस्ट जारी नहीं की है। शिवराज सिंह चौहान के नाम का गलत तरीके से इस्तेमाल किया जा रहा है। अगर बीजेपी ने इस तरह की कोई पोस्ट जारी की होती, तो वो सोशल मीडिया पर मौजूद होती। अगर किसी को बीजेपी का हिस्सा बनना है तो उसके लिए पार्टी की वेबसाइट पर लिंक दिया गया है, वहां पर सारी जानकारी मौजूद है। यह पोस्ट फेक है। 

हमने मध्य प्रदेश बीजेपी के प्रवक्ता कवि सुमित ओरछा से संपर्क किया। उन्होंने हमें बताया, “यह पोस्ट फेक है। बीजेपी की ओर से ऐसी कोई पोस्ट जारी नहीं की गई है। अगर किसी को पार्टी का सदस्य बनना है तो उसकी सारी जानकारी बीजेपी की वेबसाइट पर है। वहां से वो पार्टी का सदस्य बन सकता है।”

अंत में हमने यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। प्रोफाइल पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, यूजर मध्य प्रदेश का रहने वाला है। 

निष्कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज ने जब वायरल पोस्ट की पड़ताल की तो पाया कि लोगों के साथ फ्रॉड करने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का नाम इस्तेमाल करते हुए यह पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल की जा रही है। ऐसे किसी भी मैसेज पर यकीन न करें। खुद बीजेपी की ओर से इसका खंडन किया गया है। उन्होंने बताया कि हमारी तरफ से  जॉब को लेकर ऐसी कोई पोस्ट जारी नहीं की गई है। 

  • Claim Review : शिवराज सिंह चौहन को हर जिले से 20 लोगों की आवश्यकता है।
  • Claimed By : फेसबुक यूजर जीतेन्द्र सागर
  • Fact Check : झूठ
झूठ
फेक न्यूज की प्रकृति को बताने वाला सिंबल
  • सच
  • भ्रामक
  • झूठ

पूरा सच जानें... किसी सूचना या अफवाह पर संदेह हो तो हमें बताएं

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी मैसेज या अफवाह पर संदेह है जिसका असर समाज, देश और आप पर हो सकता है तो हमें बताएं। आप हमें नीचे दिए गए किसी भी माध्यम के जरिए जानकारी भेज सकते हैं...

टैग्स

अपनी प्रतिक्रिया दें

No more pages to load

संबंधित लेख

Next pageNext pageNext page

Post saved! You can read it later