Fact Check : मैनपुरी में महिला के साथ मारपीट के वीडियो को अब भ्रामक दावे के साथ किया गया वायरल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। पता चला कि 2016 की घटना को कुछ लोग गलत तरीके से वायरल कर रहे हैं।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया के विभिन्‍न प्‍लेटफार्म पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें कुछ लोगों को एक महिला को बुरी तरह से मारते हुए देखा जा सकता है। महिला के सिर और चेहरे से खून बहते हुए देखा जा सकता है। इस वीडियो में भीड़ को भी देखा जा सकता है। दावा किया जा रहा है कि अश्‍लील हरकत का विरोध करने पर समाजवादी पार्टी के गुंडों ने इस महिला को पीट-पीटकर मार डाला। यह वीडियो एक बार पहले भी वायरल हो चुका है।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। पता चला कि 2016 की घटना को कुछ लोग गलत तरीके से वायरल कर रहे हैं। यह घटना मैनपुरी में घटी थी। उस वक्‍त कुछ दबंगों ने महिला और उसके पति के साथ बुरी तरह मारपीट की थी। महिला की हत्‍या वाला दावा पूरी तरह गलत है। इस केस में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार भी किया था।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक पेज चौहान हिंदू ने 5 फरवरी ने एक वीडियो को अपलोड करते हुए लिखा, “मैनपुरी में पति और बच्ची के समाने महिला के साथ की गई अश्लील हरकत, विरोध करने पर सिर फोड़ दिया और पीट-पीटकर महिला को जान से मार दिया समाजवादी गुंडों ने……..देखिए ये वीडियो।”

इस वीडियो को मिलते-जुलते दावों के साथ दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्‍ट का आकाईव वर्जन यहां देखा जा सकता है। फैक्‍ट चेक के उद्देश्य से पोस्‍ट के दावे को ज्‍यों का त्‍यों लिखा गया है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज एक बार पहले भी वायरल वीडियो की जांच कर चुका है। इसके लिए हमने अलग-अलग प्रकार के ऑनलाइन टूल की मदद ली । सबसे पहले हमने इनविड टूल की मदद से वीडियो के कई कीफ्रेम्‍स निकाले । फिर इन्‍हें गूगल रिवर्स सर्च इमेज टूल की मदद से सर्च किया ।इस दौरान हमें इंडिया टीवी पर एक वीडियो मिला।

21 दिसंबर 2016 को अपलोड इस खबर में बताया गया कि मैनपुरी में छेड़छाड़ की घटना का विरोध करने पर महिला और उनके पति के साथ मारपीट की गई। घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची तो पीड़िता आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग के लिए अड़ गई। बाद में पुलिस ने केस दर्ज कर एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया ।

संबंधित कीवर्ड से गूगल ओपन सर्च करने पर हमें जागरण डॉट कॉम पर पब्लिश एक खबर मिली। इसे 24 दिसंबर 2016 को पब्लिश करते हुए बताया गया कि आरोपियों के नाम अजय यादव, आनंद यादव और कुलदीप यादव हैं। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। (पहचान छुपाने के उद्देश्य से हम खबर का लिंक नहीं दे रहे हैं।)

इसी तरह 22 दिसंबर 2016 को ANI UP/Uttarakhand के एक्‍स हैंडल पर हमें कुछ और जानकारी मिली। इसमें आरोपियों की गिरफ्तारी की जानकारी दी गई थी।

कई अन्‍य वेबसाइट पर भी घटना से जुड़ी जानकारी मिली। जांच के दौरान दैनिक जागरण, मैनपुरी के ब्‍यूरो चीफ दिलीप शर्मा से भी संपर्क किया गया था। उन्‍होंने जानकारी देते हुए बताया था कि वायरल वीडियो 2016 का हे। उस वक्‍त किशनी थाना क्षेत्र में छेड़छाड़ का विरोध करने पर दबंगों ने दंपती पर हमला किया था। इस मामले में कोई भी राजनीतिक एंगल नहीं था।

विश्‍वास न्‍यूज की पिछली पड़ताल को विस्‍तार से यहां पढ़ा जा सकता है।

जांच के अंत में बारी थी, पुराने वीडियो को गलत दावे के साथ अब वायरल करने वाले यूजर की जांच करने की। फेसबुक पेज चौहान हिंदू को दो हजार से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं। यूजर ग्‍वालियर में रहता है।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पता चला कि वायरल वीडियो 2016 से जुड़ी एक घटना का है। इसमें महिला की हत्‍या नहीं हुई थी। उस वक्‍त के वीडियो को कुछ लोग अब भ्रामक दावे के साथ वायरल कर रहे हैं।

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