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Fact Check : सिख युवक के साथ हुई बदतमीजी का पुराना वीडियो अब किसान आंदोलन के नाम से वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में किसान आंदोलन के नाम पर वायरल वीडियो फर्जी निकला। मार्च 2011 के पंजाब के एक पुराने वीडियो को अब किसान आंदोलन से जोड़कर वायरल किया जा रहा है।

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया में एक बार फिर से एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें पुलिस को पगड़ी पहने हुए एक सिख युवक को ले जाते हुए देखा जा सकता है। यूजर्स दावा कर रहे हैं किसान आंदोलन में नजीर मोहम्‍मद नाम का एक शख्‍स पकड़ाया है। दावा किया जा रहा है कि वीडियो उसी घटना का है।

विश्‍वास न्‍यूज ने एक बार पहले भी इस वीडियो की पड़ताल की थी। उस वक्‍त इस वीडियो को नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हुए आंदोलन से जोड़कर वायरल किया गया था। सच्‍चाई यह है कि 2011 के मार्च महीने में पंजाब के मोहाली में वीडियो वाली घटना घटी थी। इस वीडियो का किसान आंदोलन से दूर तक कोई संबंध नहीं है।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक पर एक वीडियो को किसान आंदोलन के नाम पर खूब वायरल किया जा रहा है। सुप्रिम ऑफ इंडिया नाम के एक फेसबुक पेज ने एक नवंबर को इसी वीडियो को पोस्‍ट करते हुए दावा किया : ‘किसान के भेस मे #नजीर_मोहम्मद गिरफ्तार हो गया….’

फेसबुक पोस्‍ट का आर्काइव्‍ड वर्जन यहां देखें।

इसी तरह हिंदू अमित राजपूत नाम के एक फेसबुक यूजर ने भी इस वीडियो को फर्जी दावों के साथ वायरल किया। इसने अंग्रेजी में लिखा : ‘Nazir Mohammed an SDPI worker, dressed as a Sardarji in farmers strike in Haryana is arrested this morning.’

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने सबसे पहले वायरल वीडियो को देखा। इसमें कुछ पुलिसवाले एक सिख युवक के साथ बदतमीजी करते हुए उसकी पगड़ी उछालते हुए देखे जा सकता हैं।

InVID टूल की मदद से हमने वीडियो से कई ग्रैब्‍स निकाले। फिर इन्‍हें गूगल रिवर्स इमेज टूल में अपलोड करके सर्च किया। सर्च के दौरान हमें 31 मार्च 2011 की एक खबर मिली। इसमें बताया गया गया कि 28 मार्च 2011 को मोहाली में रूरल वेटेरिनरी फार्मासिस्‍ट के सदस्‍यों के धरने के वक्‍त कुछ पुलिसवालों ने एक सिख युवक के साथ बदतमीजी की थी। उस घटना में युवक की पगड़ी के साथ भी अपमान किया गया। पूरी खबर आप यहां पढ़ सकते हैं।

पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए विश्‍वास न्‍यूज ने अपने सहयोगी पंजाबी जागरण के मोहाली के इंचार्ज सतविंदर डधाक से बात की। उन्‍होंने वायरल वीडियो को देखकर बताया कि यह काफी पुरानी घटना है। उस वक्‍त वे खुद भी वहां मौजूद थे। उन्‍होंने विश्‍वास न्‍यूज को विस्‍तार से बताते हुए कहा कि मार्च 2011 में पंजाब के फार्मासिस्ट PCA स्टेडियम के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे और उस दौरान ही एक सिख प्रदर्शनकारी के साथ पुलिस अफसर ने बदतमीजी कर दी। पुलिस अफसरों के खिलाफ करवाई करते हुए 2 पुलिस अफसरों को निलंबित भी कर दिया गया था। इस मामले में मोहाली के SP प्रीतम सिंह और मोहाली फेस-8 के SHO कुलभूषण सिंह निलंबित किए गए थे।

पड़ताल को विस्‍तार से आप यहां पढ़ सकते हैं।

पड़ताल के अंतिम चरण में हमने उस पेज की जांच की, जिसने एक पुराने वीडियो को अब किसान आंदोलन से जोड़कर वायरल किया। हमें पता चला कि फेसबुक पेज सुप्रिम ऑफ इंडिया को 27 अक्‍टूबर 2019 को बनाया गया था। इसे 12 हजार से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में किसान आंदोलन के नाम पर वायरल वीडियो फर्जी निकला। मार्च 2011 के पंजाब के एक पुराने वीडियो को अब किसान आंदोलन से जोड़कर वायरल किया जा रहा है।

  • Claim Review : दावा किया गया कि किसान आंदोलन में मुस्लिम पकड़ाया
  • Claimed By : फेसबुक पेज सुप्रिम ऑफ इंडिया
  • Fact Check : झूठ
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