Fact Check : राजस्थान में नहीं हुई BJP नेताओं में जूतमपैजार, UP का पुराना वीडियो वायरल
विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट झूठी साबित हुई। मार्च 2019 में यूपी के संतकबीर नगर के सांसद रहे दिवंगत शरद त्रिपाठी और विधायक के बीच मारपीट हुई थी। उसी घटना से जुड़े वीडियो को कुछ लोग राजस्थान का बताकर वायरल कर रहे हैं।
- By: Ashish Maharishi
- Published: Oct 13, 2023 at 02:21 PM
- Updated: Oct 19, 2023 at 05:49 PM
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों की पहली सूची का एलान होने के साथ ही बगावत के सुर भी देखने को मिल रहे हैं। जिन नेताओं का टिकट कट गया है, वह पार्टी के खिलाफ बयानबाजी से परेहज नहीं कर रहे हैं। इन सबके बीच अब सोशल मीडिया पर 13 सेकंड की एक क्लिप वायरल हो रही है। इसमें कुछ नेताओं को एक-दूसरे के साथ मारपीट करते हुए देखा जा सकता है। यह वीडियो मध्य प्रदेश के नाम पर भी वायरल है।
विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट फर्जी साबित हुई। वीडियो यूपी के संतकबीर नगर के भाजपा सांसद रहे दिवंगत शरद त्रिपाठी और मेहदावल विधायक राकेश सिंह बघेल के बीच बहस के बाद मारपीट का साबित हुआ। जांच में पता चला कि यूपी के पुराने वीडियो को कुछ लोग राजस्थान का बताकर झूठ फैला रहे हैं। वायरल वीडियो मार्च 2019 का है।
क्या हो रहा है वायरल
फेसबुक यूजर मेवात डायरी ने 11 अक्टूबर को 13 सेकंड के एक वीडियो क्लिप को अपलोड करते हुए दावा किया, “राजस्थान भाजपा मे कुछ इस तरह। आंतरिक कलह बढता जा रहा हे।”
वीडियो में नेताओं को आपस में लड़ते हुए देखा जा सकता है। वीडियो के ऊपर लिखा गया कि राजस्थान में भाजपा में जूतमपैजार।
सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर कई अन्य यूजर्स ने इस वीडियो को समान और मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया है। पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों ही लिखा गया। पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।
पड़ताल
विश्वास न्यूज ने सबसे पहले वायरल वीडियो को InVID टूल में डालकर इसके कीफ्रेम्स हासिल किए। हमने कीफ्रेम्स पर गूगल रिवर्स इमेज सर्च टूल का इस्तेमाल किया। हम इंडिया टीवी के यूट्यूब चैनल पर पहुंचे। यहां 7 मार्च 2019 को असली वीडियो मिला। इसे लेकर दूसरे न्यूज संस्थानों ने भी खबरें और वीडियो पब्लिश किया था। इस वीडियो रिपोर्ट में बताया गया है कि वीडियो में दिख रहे शख्स बीजेपी सांसद शरद त्रिपाठी हैं। यूपी के दिवंगत सांसद शरद त्रिपाठी ने उस वक्त अपनी ही पार्टी के विधायक की जूतों से पिटाई कर दी थी।
हिंदी अखबार हिन्दुस्तान की वेबसाइट पर मौजूद रिपोर्ट में बताया गया है कि यूपी के संतकबीर नगर सीट से पूर्व सांसद शरद त्रिपाठी के लिए 6 मार्च 2019 का दिन बहुत बुरा था। उस दिन उनके और मेहदावल के भाजपा विधायक राकेश सिंह बघेल के बीच पत्थर पर नाम न लिखने को लेकर विवाद हो गया था। प्रभारी मंत्री आशुतोष टंडन और डीएम की मौजूदगी में सांसद ने विधायक पर जूतों की बारिश कर दी थी। इसके बाद 2019 के लोकसभा चुनाव में शरद का टिकट काट दिया गया था। इस रिपोर्ट को यहां क्लिक कर पढ़ा जा सकता है।
विश्वास न्यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए दैनिक जागरण, राजस्थान के वरिष्ठ संवाददाता नरेंद्र शर्मा से संपर्क किया। उनके साथ वायरल वीडियो को शेयर किया। उन्होंने बताया कि राजस्थान में ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। वीडियो का राजस्थान से कोई संबंध नहीं है।
यह वीडियो पहले भी एक बार वायरल हो चुका है। उस पड़ताल को यहां पढ़ा जा सकता है।
पड़ताल के अंत में फर्जी पोस्ट करने वाले यूजर की जांच की। फेसबुक पेज मेवात डायरी को 1.4 हजार लोग फॉलो करते हैं। यह पेज अलवर से संचालित होता है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल पोस्ट झूठी साबित हुई। मार्च 2019 में यूपी के संतकबीर नगर के सांसद रहे दिवंगत शरद त्रिपाठी और विधायक के बीच मारपीट हुई थी। उसी घटना से जुड़े वीडियो को कुछ लोग राजस्थान का बताकर वायरल कर रहे हैं।
- Claim Review : राजस्थान भाजपा में जूतमपैजार
- Claimed By : फेसबुक पेज मेवात डायरी
- Fact Check : भ्रामक
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