Fact Check : अमरावती में जश्न मनाते हुए लोगों का वीडियो अयोध्या के नाम पर वायरल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। यह भ्रामक साबित हुई। दरअसल असली वीडियो महाराष्‍ट्र के अमरावती का है।

Fact Check : अमरावती में जश्न मनाते हुए लोगों का वीडियो अयोध्या के नाम पर वायरल

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। यूपी की फैजाबाद संसदीय सीट पर समाजवादी पार्टी के अवधेश प्रसाद ने भारतीय जनता पार्टी के कद्दावर नेता लल्लू सिंह को पराजित किया। अब इससे जोड़ते हुए एक वीडियो को वायरल किया जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि वायरल वीडियो वहां भाजपा की हार के बाद लोगों के जश्‍न मनाने का है।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। यह भ्रामक साबित हुई। दरअसल असली वीडियो महाराष्‍ट्र के अमरावती का है। इसका अयोध्‍या से कोई संबंध नहीं है। अमरावती में कांग्रेस के बलवंत वानखेड़े ने भाजपा की नवनीत राणा को हराकर जीत हासिल की। उसी के जश्‍न के वीडियो को कुछ लोग अयोध्‍या के नाम पर वायरल कर रहे हैं।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर Dushyant Singh Bharatpuri ने 6 जून को एक वीडियो को अपलोड करते हुए दावा किया, “अयोध्या का वीडियो है। अयोध्या में भाजपा की हार के बाद कैसे जश्न मना रहे है। सोचिए 20 साल बाद अगर इनका पीएम होगा तो ये क्या करेंगे। ये BJP की हार नहीं इनकी जीत है।”

वायरल पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों ही लिखा गया है। इस सच मानकर दूसरे यूजर्स भी इसे शेयर कर रहे हैं। पोस्‍ट का आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल वीडियो के बारे में पता लगाने के लिए सबसे पहले इसे स्‍कैन किया। हमें एक जगह अंबानगर, राजकमल चौक लिखा हुआ नजर आया।

इसके आधार पर हमने गूगल मैप में यह जगह खोजी। हमें पता चला कि महाराष्‍ट्र के अमरावती में राजकमल चौक है। गूगल मैप में हमें वायरल वीडियो में दिख रही जगह साफ नजर आई।

सर्च के दौरान हमें यह वीडियो अमरावती के नाम पर भी अपलोड मिला। हालांकि, इस वीडियो को सांप्रदायिक दावे के साथ ही वायरल किया गया था।

विश्‍वास न्‍यूज ने जांच को आगे बढ़ाते अयोध्‍या, दैनिक जागरण के संपादकीय प्रभारी रमा शरण अवस्थी से संपर्क किया। उनके साथ वायरल वीडियो को शेयर किया। उन्‍होंने जानकारी देते हुए बताया कि वायरल वीडियो अयोध्‍या का नहीं है।

दरअसल अमरावती में कांग्रेस के बलवंत बसवंत वानखेडे ने भाजपा की नवनीत राणा को 19 हजार से ज्‍यादा वोटों से हराने में कामयाब रहे। जिसके बाद अमरावती में जश्‍न का माहौल देखने को मिला था।

पड़ताल के अंत में अमरावती के वीडियो को अयोध्‍या का बताकर शेयर करने वाले यूजर की जांच की। फेसबुक यूजर Dushyant Singh Bharatpuri राजस्‍थान के जयपुर में रहता है। यह एक राजनीतिक दल से जुड़ा हुआ है। इससे ज्‍यादा जानकारी इस अकाउंट के बारे में नहीं मिली।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में अयोध्‍या के नाम पर वायरल वीडियो महाराष्‍ट्र के अमरावती का साबित हुआ। इस वीडियो का अयोध्‍या में भाजपा की हार से कोई संबंध नहीं है। विश्‍वास न्‍यूज स्‍वतंत्र रूप से इस बात की पुष्टि नहीं करता है कि वीडियो कब का है।

Misleading
Symbols that define nature of fake news
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