Fact Check : पीएम मोदी का शपथ ग्रहण देखते राहुल गांधी का वीडियो निकला फर्जी

राहुल गांधी के एक वीडियो के साथ छेड़छाड़ करके वायरल वीडियो तैयार किया गया है।

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। लोकसभा चुनाव में जीत के बाद नरेंद्र मोदी एक बार फिर से देश के प्रधानमंत्री बन चुके हैं। पिछले दिनों राष्‍ट्रपति भवन में हजारों की भीड़ के बीच उन्‍होंने अपने मंत्रियों के साथ शपथ ली। अब इसी शपथ ग्रहण से जोड़ते हुए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें उन्‍हें पीएम मोदी का शपथ ग्रहण कार्यक्रम देखते हुए दिखाया गया है।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल वीडियो की जांच की। यह फर्जी साबित हुआ। राहुल गांधी के एक वीडियो के साथ छेड़छाड़ करके वायरल वीडियो तैयार किया गया है। हमारी जांच में वायरल वीडियो एडिटेड निकला।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर Ashwani Kumar ने 11 जून को एक वीडियो अपलोड किया। इसमें राहुल गांधी को पीएम मोदी का शपथ ग्रहण कार्यक्रम देखते हुए दिखाया गया है। साथ में अंग्रेजी में लिखा गया, “Meanwhile somewhere on a highway built by Nitin Gadkari with taxpayers’ money #ModiCabinet”

https://twitter.com/ArjunCh59108022/status/1799775759458074891

वायरल पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों ही लिखा गया है। इस सच मानकर दूसरे यूजर्स भी इसे शेयर कर रहे हैं। पोस्‍ट का आर्काइव वर्जन यहां देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल वीडियो की सच्‍चाई पता लगाने के लिए सबसे पहले इसके कई कीफ्रेम्‍स निकाले। फिर इन्‍हें गूगल लेंस टूल से सर्च किया। हमें राहुल गांधी के फेसबुक पेज और इंस्‍टाग्राम हैंडल पर असली वीडियो मिला। असली वीडियो में हमें कहीं भी पीएम मोदी का शपथ ग्रहण वाला हिस्‍सा नजर नहीं आया। वीडियो के ऊपर लिखा गया कि भारत की सोच में, भारत की खोज में। यह वीडियो 17 अप्रैल 2024 को पोस्‍ट किया गया।

इसी तरह यह वीडियो इंस्‍टाग्राम हैंडल पर भी मिला। इसे भी राहुल गांधी के हैंडल पर 17 अप्रैल 2024 को अपलोड किया गया।

पड़ताल के दौरान हमें यह पता लगाना था कि राहुल गांधी के वायरल वीडियो में पीएम मोदी की जो क्लिप इस्‍तेमाल की गई है, वह कब की है। गूगल लेंस से सर्च करने पर हमें पता चला कि वर्ष 2019 में जब नरेंद्र मोदी ने दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी, उसी हिस्‍से को राहुल गांधी वाले वीडियो में जोड़ा गया है।

पीएम मोदी की शपथ का वीडियो हमें उनके यूट्यूब चैनल पर मिला। इसे 30 मई 2019 को अपलोड किया गया था।

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल के अगले चरण में कांग्रेस की सोशल मीडिया टीम के गिरीश कुमार से संपर्क किया। उनके साथ वायरल वीडियो को शेयर किया। उन्‍होंने जानकारी देते हुए बताया कि वायरल वीडियो एडिटेड है।

जांच के अंतिम चरण में राहुल गांधी का फर्जी वीडियो शेयर करने वाले यूजर की जांच की गई। पता चला कि यूजर अश्विनी कुमार दिल्‍ली में रहता है।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी का वायरल वीडियो एडिटेड साबित हुआ। असली वीडियो में राहुल गांधी पीएम मोदी का शपथ ग्रहण कार्यक्रम नहीं देख रहे थे।

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

Related Posts
नवीनतम पोस्ट