नई दिल्ली (विश्वास टीम)। सोशल मीडिया की दुनिया में खाली कुर्सियों की एक तस्वीर वायरल हो रही है। इस तस्वीर को आधार बनाकर यह दावा किया जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मेरठ रैली में सिर्फ 200 ही लोग आए। विश्वास टीम की पड़ताल में यह दावा गलत साबित हुआ।
फेसबुक पर चंदन सिंह नाम के यूजर ने खाली कुर्सियों की तस्वीर को अपलोड करते हुए लिखा : ‘मेरठ में मोदी के जुमले चुनने 200 लोग ही आये’
चंदन ने यह तस्वीर रात के साढ़े दस बजे फेसबुक पर अपलोड की थी। ऐसी कई तस्वीरें फेसबुक, ट्विटर और वॉट्सऐप पर भी फैली हुई हैं।
विश्वास टीम ने वायरल हो रही पोस्ट की सच्चाई जानने के लिए सबसे पहले मेरठ में 28 मार्च को हुई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली की खबरों को सर्च करना शुरू किया। दैनिक जागरण की वेबसाइट पर जाकर हमने 28 मार्च 2019 का मेरठ संस्करण का ईपेपर स्कैन किया। पेज नंबर 7 पर हमें एक तस्वीर मिली, जो मोदी की रैली की थी। तस्वीर में काफी भीड़ दिख रही है। तस्वीर के कैप्शन में लिखा है : दिल्ली-देहरादून हाईवे पर सिवाया टोला प्लाजा के निकट गुरुवार को आयोजित विजय संकल्प रैली में मौजूद भाजपा कार्यकर्ताओं का हुजूम।
इसके बाद हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के सोशल मीडिया अकाउंट को खंगाला। पीएम मोदी के ट्विटर हैंडल (@narendramodi) पर हमें मेरठ रैली की कुछ तस्वीरें और वीडियो मिले। इसमें आप पीएम को जनता को संबोधित करने के अलावा भीड़ भी देख सकते हैं।
हमें यह जानना था कि रैली में मोदी ने कब बोलना शुरू किया। InVID टूल की मदद से नरेंद्र मोदी और एनआईए के ट्विटर हैंडल के स्कैन से हमें पता कि प्रधानमंत्री दोपहर बारह बजे के आसपास रैली में पहुंच चुके थे।
इसके बाद हमने पीएम मोदी के यूट्यूब चैनल को स्कैन किया। वहां हमें मेरठ रैली का वीडियो मिला। इस वीडियो में आप रैली में आई भीड़ को खुद देख सकते हैं। अब तक इस वीडियो को 60 हजार से अधिक लोग देख चुके हैं।
इसके बाद हमने मेरठ के वर्तमान सांसद राजेंद्र अग्रवाल के सोशल मीडिया को चेक किया। 28 मार्च को राजेंद्र अग्रवाल ने मेरठ रैली को लेकर कई वीडियो और तस्वीरें पोस्ट किए हैं। नीचे वाली तस्वीर हमने उनके ट्विटर हैंडल (MP_Meerut) से ली है।
राजेंद्र अग्रवाल ने अपने फेसबुक (@rajendraagrawalofficial) पेज पर 28 मार्च को एक वीडियो अपलोड किया है। इस वीडियो में आप रैली में आई भीड़ को देख सकते हैं।
इसके बाद हमने अपनी पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए https://www.gettyimages.com पर मोदी की रैली की तस्वीरें सर्च करना शुरू किया। हमें मेरठ रैली की कुछ तस्वीरें मिलीं। कुछ तस्वीरों में मोदी के साथ अन्य नेता मंच पर मौजूद थे, तो किसी तस्वीर में पब्लिक है। नीचे वाली तस्वीर हमने GettyImages से ली है।
पीएम मोदी की रैली को विजय संकल्प सभा नाम दिया गया था। यह सभा मेरठ के सिवाया टोल प्लाजा के पास हुई थी। mapchecking के माध्यम से हमने उस मैदान को सर्च करने की कोशिश की, जहां यह रैली हुई थी, लेकिन यहां खुले मैदान ही मैदान दिखे। इसलिए हम इस टूल का यूज नहीं कर सके।
exifdata.com की मदद से हमने वायरल तस्वीर को क्लिक करने के वक्त को जानने की कोशिश की, लेकिन हमें वहां से कोई खास जानकारी नहीं मिल पाई।
वायरल पोस्ट की सच्चाई जानने के बाद हमने उस शख्स के फेसबुक अकाउंट को स्कैन किया, जहां मोदी की रैली से जुड़ी फर्जी पोस्ट की गई थी। चंदन सिंह नाम के फेसबुक अकाउंट के कवर फोटो पर राहुल गांधी की तस्वीर लगाई गई है। Stalkscan टूल से जब हमने पूरे अकाउंट को स्कैन किया तो हमें पता चला कि इस अकाउंट से अधिकांश पोस्ट भाजपा और पीएम मोदी के खिलाफ ही होती है।
निष्कर्ष : विश्वास टीम की जांच में पता चला कि मेरठ में पीएम मोदी की रैली में सिर्फ 200 लोगों के जुटने की पोस्ट गलत है।
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