विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। यह भ्रामक साबित हुई। मई 2017 की घटना को कुछ लोग अभी का बताकर भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। देश में लोकसभा चुनाव की गतिविधियों के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया पर जूता फेंकने का एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो को कुछ यूजर्स अभी का समझकर सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर वायरल कर रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि हाल ही में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मांडविया पर किसी ने चप्पल फेंक दिया।
विश्वास न्यूज ने वायरल पोस्ट की जांच की। यह भ्रामक साबित हुई। मई 2017 की घटना को कुछ लोग अभी का बताकर भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। 2017 में गुजरात में एक समारोह के दौरान एक युवक ने केंद्रीय मंत्री की ओर जूता उछाल दिया था। उसी वक्त के वीडियो को कुछ लोग अब लोकसभा चुनाव के दौरान वायरल कर रहे हैं।
फेसबुक यूजर अर्जुन राणा ने 6 अप्रैल को 11 सेकंड का एक वीडियो अपलोड करते हुए दावा किया, “भारत माता की जय,वंदे मातरम्। फिर केंद्रिय मंत्री मनसुख मंडाविया पर चप्पल फेका। बोलो अबकी बार जूता मार।”
पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों ही लिखा गया है। इसे सच मानकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्ट का आर्काइव वर्जन यहां देखें।
विश्वास न्यूज ने वायरल वीडियो की पड़ताल के लिए सबसे पहले गूगल ओपन सर्च टूल का इस्तेमाल किया। हमें इससे संबंधित खबरें और वीडियो पुरानी तारीख से कई जगह मिली।
इंडिया टीवी ने 29 मई 2017 को एक खबर में बताया कि गुजरात के भावनगर जिले में केंद्रीय मंत्री मनसुख भाई मांडविया पर एक युवक ने जूते फेंक दिए। खबर में बताया गया कि भारत माता की जय के नारे लगाते हुए एक युवक ने मंत्री के ऊपर जूते फेंक दिया।
सर्च के दौरान एबीपी न्यूज के यूट्यूब चैनल पर भी वायरल वीडियो से जुड़ी खबर मिली। इसे 29 मई 2017 को अपलोड किया गया था। खबर में बताया गया कि गुजरात के भावनगर जिले के वल्लभीपुर में केंद्रीय मंत्री पर जूता फेंका गया। यह जूता पाटीदार आंदोलन के एक कार्यकर्ता ने उछाल दिया था।
अमर उजाला ने अपनी वेबसाइट पर वीडियो का इस्तेमाल करते हुए 30 मई 2017 को एक खबर में बताया, “गुजरात के भावनगर में मंत्री मनसुख मंडविया पर जूता फेंका गया। मनसुख मंडविया भावनगर के एक जिले वल्लभीपुर में सार्वजनिक समारोह की शोभा बढ़ा रहे थे कि,तभी एक शख्स ने अपना जूता निकालकर मंत्री जी की तरफ दे मारा।”
विश्वास न्यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए गुजराती जागरण के सीनियर एडिटर जीवन कर्पूरिया से संपर्क किया। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि भावनगर के वल्लभीपुर के 2017 के पुराने वीडियो को भ्रामक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
जांच के अंत में फेसबुक यूजर के अकाउंट को स्कैन किया। पता चला कि यूजर अर्जुन राना दिल्ली का रहने वाला है। इससे ज्यादा जानकारी इस अकाउंट के बारे में नहीं मिली।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज की पड़ताल में केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया का वायरल वीडियो 2017 का साबित हुआ। इसे कुछ लोग अभी का बताकर भ्रम फैला रहे हैं।
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