नई दिल्ली (विश्वास टीम)। ”दुनिया की चौथी सबसे अमीर राजनेता सोनिया” शीर्षक से Jagran.com पर 14 मार्च 2012 को पोस्ट की गई खबर गलत थी। यह खबर बिजनेस इनसाइडर (business insider.com) की लिस्ट के आधार पर बनाई गई थी।
Jagran.com ने बिजनेस इनसाइडर को अपनी सूचना का आधार बनाया था,जबकि बिजनेस इनसाइडर ने जिस वेबसाइट (World’s Luxury Guide) से डाटा लिया था, वह अब बंद हो चुकी है। इस वेबसाइट (World’s Luxury Guide) ने भी खुद तीसरे सोर्स स्विजर इलस्ट्रेट (schweizer illustrierte : स्विट्जरलैंड से जर्मन भाषा में छपने वाली एक वीकली पत्रिका) से डाटा लिए थे। चौंकाने वाली बात यह है कि इस पत्रिका में सोनिया गांधी नहीं, बल्कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को लेकर स्टोरी छापी थी। इस रिपोर्ट में सोनिया गांधी का जिक्र नहीं था और उसके आंकड़ें भी अलग थे। वर्ष 2011 में इसी पत्रिका को आधार बनाकर सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई थी, जिसे व्यर्थ और निंदात्मक बताते हुए सुप्रीम कोर्ट ने याचिका को खारिज कर किया था।
businessinsider.com ने 2 मार्च 2012 को अपनी वेबसाइट पर Meet The 23 Richest Politicians In The World नाम से एक खबर पब्लिश की थी। इसमें बताया गया कि सोनिया गांधी के पास $2-19 billion की संपत्ति है। खबर में सोर्स के नाम World’s Luxury Guide (opensecrets.org, Forbes.com, Bloomberg.com, Wikipedia.org, Guardian.co.uk) का नाम लिखा गया है।
businessinsider.com में प्रकाशित रिपोर्ट के आधार पर दैनिक जागरण समेत इंडिया के कई प्रमुख मीडिया संस्थानों ने इस खबर को अपने यहां स्थान दिया था।
भारतीय नेताओं की संपत्ति और बैंक से जुड़ी कई फेक खबरें वायरल होती रहती हैं। एक ऐसी ही पोस्ट की सच्चाई पिछले दिनों हमने बताई थी। इसमें दावा किया जा रहा था कि राहुल गांधी से लेकर दिग्विजय सिंह के तक के पैसे स्विस बैंक में जमा हैं। यह पोस्ट फर्जी साबित हुई।
जब हमने सोनिया गांधी की संपत्ति से जुड़ी खबर की पड़ताल करनी शुरू की तो हमें कई चौंकाने वाले तथ्य पता चले। सबसे पहले हमने businessinsider.com की उस खबर को सर्च किया, जिसके आधार पर सोनिया गांधी की संपत्ति से जुड़ा झूठ फैला। आखिरकार हमें businessinsider.com की खबर का लिंक मिल ही गया।
हमने businessinsider.com के बारे में whois.com से जानकारी जुटाई। अमेरिका में यह वेबसाइट 6 मार्च 1998 को रजिस्टर्ड कराई गई थी। alexa.com में इस वेबसाइट की ग्लोबल रैंकिंग 373 है, जबकि अमेरिका में रैंकिंग 109 है।
बिजनेस इनसाइडर की खबर पढ़ने से हमें पता चला कि सोनिया गांधी से जुड़े फैक्ट उन्होंने World’s Luxury Guide (opensecrets.org, Forbes.com, Bloomberg.com, Wikipedia.org, Guardian.co.uk) से लिया था। इसके बाद हमने World’s Luxury Guide की वेबसाइट सर्च की। यह वेबसाइट अब बंद हो चुकी है। इसके बाद हमने waybackmachine से World’s Luxury Guide का आर्काइव सर्च किया।
World’s Luxury Guide ने एक जनवरी 2012 को ऐसी ही लिस्ट पब्लिश की थी। इसके अनुसार, सोनिया गांधी के पास 4.5 बिलियन डॉलर की संपत्ति है। जब हम World’s Luxury Guide में दिए गए सोर्स में गए तो सोनिया गांधी की रकम के आगे * लिखा हुआ था। रिपोर्ट के एकदम नीचे लिखा था – *as listed in Schweizer Illustrierte in 1991 as the alleged wealth of her deceased husband, Rajiv Gandhi.
World’s Luxury Guide और स्विजर इलस्ट्रेट के आंकड़ों में जमीन-आसमान का अंतर है। इसके बाद हमने स्विजर इलस्ट्रेट का वेब आर्काइव खोजा। स्विजर इलस्ट्रेट ने 11 नवंबर 1991 में एक लेख में राजीव गांधी से जुड़ा 2.5 बिलियन फ्रैंक का आंकड़ा दिया था।
108 साल पुरानी स्विजर इलस्ट्रेट ज्यूरिख से प्रकाशित होने वाली साप्ताहिक पत्रिका है। जर्मन भाषा की इस पत्रिका की करीब दो लाख से ज्यादा कॉपी बिकती है।
मीडिया में छपी खबरों के मुताबिक, स्विजर इलस्ट्रेट की रिपोर्ट को आधार बनाकर पूरा मामला 2011 में सुप्रीम कोर्ट भी पहुंचा था। जहां कोर्ट ने यह कहते हुए पूरे मामले को खारिज कर दिया था कि यह आरोप व्यर्थ और निंदात्मक है।
सोनिया गांधी की असली संपत्ति जानने के लिए हमने एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक राइट्स की वेबसाइट adrindia.org पर सोनिया गांधी के शपथ पत्र को खोजा। 2014 के चुनावी हलफनामे के अनुसार, सोनिया गांधी की संपत्ति 9.28 करोड़ है।
निष्कर्ष : ”दुनिया की चौथी सबसे अमीर राजनेता सोनिया” शीर्षक से प्रकाशित खबर गलत है।
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