Fact Check: उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा छात्रों को छात्रवृत्ति न दिए जाने का दावा निकला फर्जी; एडिटेड ब्रेकिंग प्लेट वायरल

विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि यह दावा गलत है। वायरल तस्वीर को एडिटिंग सॉफ्टवेयर के जरिए एडिट कर बनाया गया है।

नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। सोशल मीडिया पर एक हिंदी न्यूज चैनल की ब्रेकिंग प्लेट का स्क्रीनशॉट तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया गया है कि बजट की कमी के कारण इस बार उत्तर प्रदेश की योगी सरकार छात्रों को छात्रवृत्ति नहीं देगी। विश्वास न्यूज की जांच में यह दावा गलत निकला। वायरल हो रहा ब्रेकिंग प्लेट फेक और एडिटेड है, जिसे गलत दावे के साथ सोशल मीडिया पर फैलाया जा रहा है।

क्या है वायरल पोस्ट में?

ट्विटर यूजर ‘Anil Parmar’ ने वायरल ब्रेकिंग न्यूज प्लेट को शेयर करते हुए लिखा है, ‘छात्र विरोधी योगी जी लोगों को धर्म के नाम पर उलझाते हुए प्रदेश को अनपढ़ बनाने का साजिस तो नहीं रच रहे!’

पोस्ट के आर्काइव लिंक को यहां पर देखा जा सकता है।

पड़ताल

विश्वास न्यूज ने इस पोस्ट की सच्चाई जानने के लिए गूगल पर कई कीवर्ड्स के जरिए सर्च किया। लेकिन हमें वायरल दावे से जुड़ी कोई मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली। फिर हमने उत्तर प्रदेश सरकार के सोशल मीडिया अकाउंट को खंगालना शुरू किया। इस दौरान हमें वायरल दावे से जुड़े कई ट्वीट उत्तर प्रदेश सरकार के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर मिले। ट्वीट में दी गई जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश सरकार लगातार छात्रों को छात्रवृत्ति बांट रही है। ट्विटर हैंडर पर दी गई जानकारी के अनुसार योगी सरकार द्वारा विभिन्न वर्गों के छात्रों को अलग-अलग श्रेणियों में छात्रवृत्ति दी जा रही है।

हमने वायरल पोस्ट में किये गए दावे को कीवर्ड्स के साथ गूगल पर ढूंढा। मगर हमें किसी भी ऑथेंटिक न्यूज़ वेबसाइट पर ऐसी कोई खबर नहीं मिली जिससे वायरल दावे की पुष्टि होती हो। क्योंकि वायरल पोस्ट में ABP News का ब्रेकिंग प्लेट लगा है, इसलिए हमने ABP News के यूट्यूब चैनल और उनकी वेबसाइट को भी खंगाला। मगर हमें कहीं भी ऐसी कोई खबर नहीं मिली।

वायरल हो रही ब्रेकिंग प्लेट को हमने ABP News के न्यूज रूम में काम करने वाले एक जर्नलिस्ट को दिखाया। उन्होंने कहा, ‘इसमें इस्तेमाल फॉन्ट यह बताने के लिए काफी है कि इसे एडिट कर तैयार किया गया है।’

इससे पहले भी ABP News के नाम से एक फेक ट्वीट वायरल हुआ था, जिसकी पड़ताल विश्वास न्यूज ने की थी।

वायरल पोस्ट को गलत दावे के साथ शेयर करने वाले यूजर को ट्विटर पर करीब 185 लोग फॉलो करते हैं। यह प्रोफाइल अक्टूबर 2021 से ट्विटर पर सक्रिय है।

निष्कर्ष: विश्वास न्यूज ने अपनी जांच में पाया कि यह दावा गलत है। वायरल तस्वीर को एडिटिंग सॉफ्टवेयर के जरिए एडिट कर बनाया गया है।

False
Symbols that define nature of fake news
पूरा सच जानें...

सब को बताएं, सच जानना आपका अधिकार है। अगर आपको ऐसी किसी भी खबर पर संदेह है जिसका असर आप, समाज और देश पर हो सकता है तो हमें बताएं। हमें यहां जानकारी भेज सकते हैं। हमें contact@vishvasnews.com पर ईमेल कर सकते हैं। इसके साथ ही वॅाट्सऐप (नंबर – 9205270923) के माध्‍यम से भी सूचना दे सकते हैं।

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