Fact Check : इस तस्‍वीर में दिख रहा मंदिर अयोध्‍या में नहीं, काशी में है

विश्‍वास न्‍यूज की जांच में अयोध्‍या के नाम पर वायरल तस्‍वीर फर्जी साबित हुई। वाराणसी के काशी विश्‍वनाथ कॉरिडोर के एक मंदिर की तस्‍वीर को कुछ लोग रामजन्‍म भूमि से जोड़कर वायरल कर रहे हैं। पोस्‍ट झूठी है।

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया में अयोध्‍या के नाम पर एक फर्जी पोस्‍ट वायरल हो रही है। इस पोस्‍ट में एक मंदिर को अयोध्‍या का बताया गया है।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। हमें पता चला कि वाराणसी में बन रहे काशी विश्‍वनाथ कॉरिडोर प्रोजेक्‍ट की एक तस्‍वीर को कुछ लोग अयोध्‍या के मंदिर की बताकर वायरल कर रहे हैं। इससे पहले भी काशी विश्‍वनाथ धाम के नाम पर कई पोस्‍ट वायरल हो चुकी है। इसे आप यहां पढ़ सकते हैं।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर Rekha Chandrasegaran ने 17 दिसंबर को एक तस्‍वीर को अपलोड करते हुए उसे अयोध्‍या का बताया। दावा किया गया कि जब रामजन्‍मभूमि के लिए सड़क को चौड़ा किया जा रहा था तो पांच हजार साल पुराना मंदिर मिला। अंग्रेजी में दावा कुछ यूं था : ‘This is told to be 5000 years old temple dis”Covered” while road widening in Ayodhya – “The Ram Janma Bhoomi”. Locals had built house upon this beautiful temple which “Covered” the temple all these while. Sources say many more temples will be uncovered in coming days. #JaiSriRam Good news : the renovation of the Temples has been started.’

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने सबसे पहले वायरल तस्‍वीर को गूगल रिवर्स इमेज टूल में अपलोड करके सर्च किया। सर्च के दौरान वायरल तस्‍वीर हमें एक फेसबुक पर 16 जून की तारीख को मिली। इसमें बताया गया कि तस्‍वीर में दिख रहा प्राचीन मंदिर काशी विश्‍वनाथ धाम कॉरिडोर का है। यह पोस्‍ट आप यहां देख सकते हैं।

गूगल सर्च के दौरान वायरल तस्‍वीर हमें दूसरे एंगल से एक न्‍यूज वेबसाइट पर मिली। इसे काशी विश्‍वनाथ कॉरिडोर का बताया गया। यह खबर आप यहां देख सकते हैं।

पड़ताल के दौरान एक तस्‍वीर हमें स्‍थानीय वेबसाइट पर भी मिली। यह फ्रंट एंगल से थी, लेकिन इसे देखकर आसानी से कहा जा सकता है कि अयोध्‍या के नाम पर वायरल तस्‍वीर दरअसल वाराणसी की है। फोटो यहां देखें।

पड़ताल के अगले चरण में विश्‍वास न्‍यूज ने दैनिक जागरण के वाराणसी ऑफिस में संपर्क किया। वायरल पोस्‍ट को लेकर दैनिक जागरण के वरिष्‍ठ संवाददाता शाश्‍वत मिश्र ने बताया कि यह मंदिर काशी विश्‍वनाथ कॉरिडोर में मौजूद है। इसका अयोध्‍या से कोई संबंध नहीं है।

अंत में हमने फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की। फेसबुक यूजर रेखा मलेशिया में रहती हैं। इसके अकाउंट को 10 हजार से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की जांच में अयोध्‍या के नाम पर वायरल तस्‍वीर फर्जी साबित हुई। वाराणसी के काशी विश्‍वनाथ कॉरिडोर के एक मंदिर की तस्‍वीर को कुछ लोग रामजन्‍म भूमि से जोड़कर वायरल कर रहे हैं। पोस्‍ट झूठी है।

False
Symbols that define nature of fake news
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