विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल वीडियो सात महीना पुराना साबित हुआ। चुनाव के बाद का इस वीडियो से कोई संबंध नहीं है।
नई दिल्ली (विश्वास न्यूज)। मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव में भाजपा की प्रचंड जीत के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें उन्हें बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के साथ देखा जा सकता है। सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स वीडियो को इस दावे के साथ वायरल कर रहे हैं कि जीत के बाद शिवराज सिंह चौहान बाबा से मिलने बागेश्वर बाबा के पास गए।
विश्वास न्यूज की पड़ताल में पता चला कि वायरल दावा फर्जी है। वायरल वीडियो पुराना है। दरअसल यह वीडियो अप्रैल 2023 का है। उस वक्त विदिशा में धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा हो रही थी। मुख्यमंत्री भी वहां पहुंचे थे। उस वक्त के वीडियो को अब कुछ यूजर्स चुनाव में जीत के बाद का बताकर वायरल कर रहे हैं।
इंस्टाग्राम हैंडल अर्जुन राजपूत ने 4 दिसंबर को एक वीडियो को पोस्ट करते हुए दावा किया, “मुख्यमंत्री गए विदिशा बागेश्वर धाम सरकार से मिलने।”
वीडियो में अलग से ‘जाग जाओ रे। जीत गई बीजेपी’ का ऑडियो जोड़ा गया।
पोस्ट के कंटेंट को यहां ज्यों का त्यों लिखा गया है। इसे फेसबुक, ट्विटर और वॉट्सऐप पर भी वायरल किया जा रहा है। आकाईव वर्जन यहां देखें।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के वीडियो की पड़ताल के लिए हमने सबसे पहले इसके कई स्क्रीनशॉट निकाले। फिर इन्हें गूगल लेंस के जरिए सर्च किया। हमें वायरल वीडियो से जुड़ी खबर कई न्यूज वेबसाइट पर मिली।
नवभारत टाइम्स डॉट कॉम पर 12 अप्रैल 2023 को पब्लिश एक खबर में बताया गया, “भोपाल से सटे विदिशा जिले में बागेश्वर महाराज पंडित धीरेंद्र कृष्णा शास्त्री रामकथा सुना रहे हैं। पंडित धीरेंद्र शास्त्री की कथा सुनने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हैं। एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान भी आज विदिशा पहुंचे थे। विदिशा में सीएम कथा स्थल पर पहुंचे।” पूरी खबर यहां पढ़ें।
पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए हमने यूट्यूब पर वायरल वीडियो के असली वर्जन को खोजना शुरू किया । संस्कार टीवी पर हमें असली वीडियो मिला। 12 अप्रैल 2023 को 10 मिनट का बड़ा वर्जन अपलोड करते हुए बताया गया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बागेश्वार धाम सरकार से मिलने उनकी कथा में आए।
पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए विश्वास न्यूज ने मध्य प्रदेश से प्रकाशित नईदुनिया अखबार के छतरपुर के ब्यूरो चीफ भरत शर्मा से संपर्क किया। उन्होंने दावे को गलत बताया है। उनका कहना है कि वायरल वीडियो पुराना है।
अब बारी थी भ्रामक पोस्ट को करने वाले यूजर की जांच की। इंस्टाग्राम यूजर अर्जुन राजपूत ने यह अकाउंट अगस्त 2022 को बनाया था। 1782 लोग इसे फॉलो करते हैं।
निष्कर्ष : विश्वास न्यूज की पड़ताल में वायरल वीडियो सात महीना पुराना साबित हुआ। चुनाव के बाद का इस वीडियो से कोई संबंध नहीं है।
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