Fact Check : सिर्फ माइनॉरिटीज नहीं, दलित, पिछड़े, जनरल और आदिवासियों की भी बात की थी राहुल गांधी ने, एडिटेड है वायरल वीडियो

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल वीडियो की विस्‍तार से जांच की। पता चला कि राहुल गांधी के भाषण के साथ छेड़छाड़ करके वायरल क्लिप तैयार की गई है।

Fact Check : सिर्फ माइनॉरिटीज नहीं, दलित, पिछड़े, जनरल और आदिवासियों की भी बात की थी राहुल गांधी ने, एडिटेड है वायरल वीडियो

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। लोकसभा चुनाव 2024 की चुनावी सरगर्मियों के बीच सोशल मीडिया में कांग्रेस नेता राहुल गांधी का एक वीडियो वायरल हो रहा है। 42 सेकंड के इस वीडियो में राहुल गांधी को यह बोलते हुए दिखाया गया कि देश का एक्‍स-रे कर देंगे। दूध का दूध, पानी का पानी हो जाएगा। माइनॉरिटीज को पता चल जाएगा कि उनकी भागीदारी कितनी है। इसके बाद हम फाइनेंशियल और इंस्टीट्यूशनल सर्वे करेंगे। यह पता लगाएंगे कि हिंदुस्‍तान का धन किसके हाथों में है। किस वर्ग के हाथ में है। इस ऐतिहासिक कदम के बाद क्रांतिकारी काम करेंगे। जो आपका हक बनता है, वह आपके लिए आपको देने का काम करेंगे।

सोशल मीडिया पर कुछ यूजर्स इसे सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल कर रहे हैं। फेसबुक से लेकर एक्‍स और वॉट्सऐप पर इसे शेयर किया जा रहा है। विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल वीडियो की विस्‍तार से जांच की। पता चला कि राहुल गांधी के भाषण के साथ छेड़छाड़ करके वायरल क्लिप तैयार की गई है। असली वीडियो में उन्‍होंने जातिगणना की बात करते हुए अल्‍पसंख्‍यकों के साथ पिछड़े, दलित, आद‍िवासी और गरीब जनरल कास्‍ट का भी जिक्र किया था। वहीं, वायरल वीडियो में अल्‍पसंख्‍यकों के अलावा बाकी हिस्‍से को हटा दिया गया। जिससे वायरल वीडियो का मतलब ही बदल गया। हमारी जांच में वायरल पोस्‍ट भ्रामक साबित हुई।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक पेज 10तक न्‍यूज ने 23 अप्रैल को राहुल गांधी की एक वीडियो क्लिप को पोस्‍ट करते हुए लिखा, “Desh ka X-Ray kar dengey. Minorities ko pata chal jayega unki bhagidari kitni hai.”

वायरल पोस्‍ट के साथ लिखे गए कंटेंट को य‍हां ज्‍यों का त्‍यों ही लिखा गया है। इसे सच मानकर अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इसे शेयर किया जा रहा है। वायरल पोस्‍ट का आर्काइव वर्जन यहां देख सकते हैं ।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल वीडियो के बारे में जानकारी जुटाने के लिए सबसे पहले इसके कई कीफ्रेम्‍स निकाले। फिर इन्‍हें गूगल लेंस के जरिए सर्च किया। हमें पूरा वीडियो राहुल गांधी के यूट्यूब चैनल पर अपलोड मिला। इसे 6 अप्रैल 2024 को अपलोड करते हुए कैप्‍शन में अंग्रेजी में लिखा गया : Nyay Patra – Congress Manifesto Launch Rally | Hyderabad, Telangana।

इस वीडियो को पूरा देखने पर हमें 31:55 मिनट पर वह हिस्‍सा मिला, जिसके साथ छेड़छाड़ की गई। इसमें राहुल गांधी को यह बोलते हुए सुना जा सकता है, “एक्‍सरे से सच्‍चाई दिख जाती है। एक्‍सरे के बाद डॉक्‍टर सही निर्णय ले सकता है। इसलिए हमने वादा किया है कि हमारी सरकार जैसे ही आएगी, हम जातिगणना को पूरे देश में लागू कर देंगे। देश का एक्‍सरे कर देंगे। दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा । पिछड़े वर्ग को, दलितों को, आदिवासी को, गरीब जनरल कास्ट को, माइनॉरिटीज को पता लग जाएगा कि उनकी भागीदारी कितनी है।”

वायरल क्लिप में पिछड़े वर्ग को, दलितों को, आदिवासी को, गरीब जनरल कास्ट वाले हिस्‍से को हटाकर केवल माइनॉरिटीज वाला हिस्‍सा रखा गया है।

सर्च के दौरान हमें कांग्रेस प्रवक्‍ता सुप्रिया श्रीनेत की एक एक्‍स पोस्‍ट मिली। उन्होंने 23 अप्रैल को राहुल गांधी के पूरे वीडियो को पोस्‍ट किया है। इसे नीचे देखा जा सकता है।

वायरल वीडियो को लेकर कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि भाजपा की फेक न्‍यूज फैक्‍ट्री राहुल गांधी के भाषण को काट-छांटकर वायरल कर रही है। उन्‍होंने अपने भाषण में जातिगत जनगणना से SC-ST, पिछड़े, माइनॉरिटी और गरीब जनरल कास्ट को हक देने की बात कही थी।

पड़ताल के अंत में विश्वास न्यूज ने उस पेज की जांच की, जिसने राहुल गांधी के एडिटेड वीडियो को वायरल किया है। फेसबुक पेज 10तक न्‍यूज को पांच लाख से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं। यह पेज कोलकाता से संचालित होता है।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पता चला कि राहुल गांधी के भाषण के एक हिस्‍से से छेड़छाड़ करके वायरल क्लिप तैयार की गई है। राहुल गांधी ने माइनॉरिटीज के साथ दलित, पिछड़े, जनरल और आदिवासियों की भी बात कही थी, लेकिन वायरल क्लिप में माइनॉरिटीज वाले हिस्‍से से पहले की बात एडिट करके हटा दी गई।

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