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Fact Check : आरक्षण को लेकर राहुल गांधी का आधा-अधूरा बयान वायरल

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। यह भ्रामक साबित हुई। राहुल गांधी ने अमेरिका के दौरे के दौरान जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी में एक छात्रा के सवाल का जवाब देते हुए कहा था कि हम आरक्षण समाप्‍त करने के बारे में तब सोचेंगे, जब भारत सभी के लिए समान देश बन जाए। और भारत इस समय ऐसा नहीं है।

नई दिल्‍ली (Vishvas News)। कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को लेकर एक पोस्‍ट वायरल हो रही है। इसमें उनकी दो वीडियो क्लिप का इस्‍तेमाल करते हुए दावा किया जा रहा है कि राहुल गांधी ने विदेश में कहा है कि वे आरक्षण खत्‍म कर देंगे।

विश्‍वास न्‍यूज ने वायरल पोस्‍ट की जांच की। यह भ्रामक साबित हुई। राहुल गांधी ने अमेरिका के दौरे के दौरान जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी में एक छात्रा के सवाल का जवाब देते हुए कहा था कि हम आरक्षण समाप्‍त करने के बारे में तब सोचेंगे, जब भारत सभी के लिए समान देश बन जाए। और भारत इस समय ऐसा नहीं है। विश्‍वास न्‍यूज ने राहुल गांधी के बयान को अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद किया।

सोशल मीडिया पर कुछ लोग अधूरे वीडियो को वायरल करके भ्रम फैला रहे हैं।

क्‍या हो रहा है वायरल

छत्तीसगढ़ चौपाल नाम के एक इंस्‍टाग्राम हैंडल ने 10 सितंबर को दो क्लिप को जोड़ते हुए पोस्‍ट किया। इसके साथ लिखा गया कि राहुल गांधी देश में आरक्षण बचाने और विदेश में खत्म करने की बात करता है।

वायरल पोस्‍ट के कंटेंट को यहां ज्‍यों का त्‍यों ही लिखा गया है। इसका आर्काइव वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज ने राहुल गांधी से जुड़ी पहली वायरल क्लिप की जांच के लिए सबसे पहले कांग्रेस के आधिकारिक यूटटब चैनल को स्‍कैन किया। यहां हमें 10 सितंबर को एक वीडियो मिला। इसमें राहुल गांधी को अमेरिका के दौरे के दौरान जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी में छात्रों से रूबरू होते हुए देखा जा सकता है।

एक छात्रा उनसे भारत में आरक्षण को लेकर प्रश्‍न पूछती है। इसके जवाब में वीडियो की टाइम लाइन 54:30 मिनट पर राहुल गांधी को यह बोलते हुए देखा जा सकता है, “यदि आप भारत सरकार को देखें और इसे चलाने वाले 70 नौकरशाहों, भारत सरकार के सचिवों का परीक्षण करें, तो ये वे लोग हैं जो लगभग सभी वित्तीय निर्णय लेते हैं। यदि आप दलितों, आदिवासियों और ओबीसी को जोड़ दें तो उनकी आबादी 73 प्रतिशत हो जाती है। लेकिन इन 70 लोगों में एक आदिवासी, तीन दलित, तीन ओबीसी और शायद एक अल्पसंख्यक हैं। इस प्रकार, भारत सरकार में 90 प्रतिशत लोगों की पहुंच 10 प्रतिशत से भी कम पदों तक है, जो यह निर्धारित करते हैं कि वित्त और धन का व्यय कैसे किया जाएगा।”

राहुल वीडियो में आगे कहते हैं, “जब आप वास्तव में वित्तीय आंकड़ों को देखते हैं, तो आदिवासियों को 100 रुपए में से 10 पैसे मिलते हैं, दलितों को 100 रुपए में से 5 रुपए मिलते हैं, तथा ओबीसी को भी इतनी ही राशि मिलती है। सच तो यह है कि उन्हें भागीदारी नहीं मिल रही है। समस्या यह है कि भारत का 90 प्रतिशत हिस्सा इसमें भाग नहीं ले पा रहा है। भारत के प्रत्येक बिजनेस लीडर की सूची देखें। मैं इसे पूरा कर दिया है। मुझे आदिवासी नाम दिखाओ, मुझे दलित नाम दिखाओ, और मुझे ओबीसी नाम दिखाओ। मेरा मानना है कि शीर्ष 200 व्यापारिक नेताओं में से एक ओबीसी है। ओबीसी भारत का 50 प्रतिशत हिस्सा हैं। हम समस्या की जड़ पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। अभी यही मुद्दा है।”

असली वीडियो की टाइमलाइन 56:35 मिनट पर राहुल गांधी कहते हैं, “आरक्षण एकमात्र जरिया नहीं है, दूसरे जरिए भी हैं। लेकिन हम आरक्षण समाप्‍त करने के बारे में तब सोचेंगे, जब भारत सभी के लिए समान देश बन जाए। और भारत इस समय ऐसा नहीं है।”

विश्‍वास न्‍यूज ने पड़ताल को आगे बढ़ाते हुए दैनिक जागरण के ईपेपर को स्‍कैन किया। हमें 11 सितंबर को प्रकाशित एक खबर मिली। इसमें लिखा गया कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि कांग्रेस आरक्षण खत्म करने के बारे में तब सोचेगी, जब भारत भेदभाव रहित स्थान होगा और अभी ऐसा नहीं है। राहुल यहां प्रतिष्ठित जार्जटाउन विश्वविद्यालय में छात्रों को संबोधित कर रहे थे। छात्रों ने उनसे आरक्षण को लेकर सवाल किया था और पूछा था कि यह कब तक जारी रहेगा।

पूरी खबर को नीचे पढ़ा जा सकता है।

11 सितंबर को एबीपी लाइव की वेबसाइट पर पब्लिश खबर में बताया गया कि राहुल गांधी ने अमेरिका में मंगलवार को जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी में आरक्षण पर पूछे गए एक सवाल के जवाब कहा कि कांग्रेस आरक्षण खत्म करने के बारे में तब सोचेगी, जब सही समय होगा, जो कि अभी नहीं है। पूरी खबर यहां पढ़ें।

कांग्रेस के आधिकारिक एक्‍स हैंडल पर हमें राहुल गांधी का एक बयान मिला। अमेरिका के इस वीडियो में उन्‍होंने कहा कि भारत में जाति एक बुनियादी समस्या है, सामाजिक असमानता की जड़ है। इसके समाधान के लिए आरक्षण पर से 50% की सीमा हटनी चाहिए। सभी वर्गों को उनकी हिस्सेदारी मिलनी चाहिए। यह वीडियो 11 सितंबर को पोस्‍ट किया गया।

विश्‍वास न्‍यूज ने कांग्रेस प्रवक्‍ता सुप्रिया श्रीनेत से संपर्क किया। उन्‍होंने बताया कि राहुल गांधी ने साफ शब्‍दों में कहा है कि देश में बहुत ज्‍यादा असमानता है। इसलिए जब तक असमानता है, आरक्षण खत्‍म नहीं हो सकता।

श्रीनेत ने कहा कि राहुल गांधी ने कहना है कि आरक्षण की 50% सीमा को हटाया जाएगा, जिससे हर वर्ग के लोगों की भागीदारी और हिस्सेदारी सुनिश्चित हो। यह काम जातिगत जनगणना से ही होगा – जिससे दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों और गरीब सामान्य वर्ग को उनका हक़ मिलेगा।

जांच के अंत में राहुल गांधी की एडिटेड क्लिप को वायरल करने वाले इंस्‍टाग्राम हैंडल छत्तीसगढ़ चौपाल की जांच की गई। पता चला कि यूजर को 2 लाख से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं।

निष्‍कर्ष : विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में पता चला कि राहुल गांधी ने अमेरिका में कहा था कि कांग्रेस आरक्षण खत्म करने के बारे में तब सोचेगी, जब सही समय होगा, जो कि अभी नहीं है। सोशल मीडिया पर बयान के आधे-अधूरे हिस्‍से को वायरल करके भ्रम फैलाया जा रहा है।

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