1809 में पहली ट्रेन यात्रा दिखाने का दावा करने वाला वीडियो वास्तव में ‘अवर हॉस्पिटैलिटी’ नाम की एक मूक फिल्म की एक क्लिप है। दावा FAKE है।
Vishvas News (नई दिल्ली): Vishvas News के सामने एक वीडियो आया, जिसे इस दावे के साथ व्यापक रूप से साझा किया जा रहा है कि यह वीडियो दुनिया की पहली ट्रेन का है, जिसे लगभग 211 साल पहले 24 दिसंबर 1809 को लॉन्च किया गया था। वीडियो में एक ट्रेन को अस्थायी बिछाई गई पटरियों पर चलते हुए दिखाया गया है। विश्वास न्यूज ने ऐसे ही एक दावे की पहले भी अंग्रेजी और असमिया भाषा में पड़ताल की थी। उस समय अपनी जांच में हमने पाया था कि दावा झूठा है।
क्या है वायरल पोस्ट में?
फेसबुक यूजर DMET 1963 – 1967 ने एक क्लिप साझा की और लिखा: “दुनिया की पहली ट्रेन 24-दिसंबर-1809 (लगभग 211 साल पहले) को शुरू हुई थी। यह वीडियो देखने लायक है।”
पोस्ट और उसके आर्काइव वर्जन को यहां देखें।
पड़ताल
विश्वास न्यूज ने ऐसे ही एक दावे की पहले भी अंग्रेजी और असमिया भाषा में पड़ताल की थी। हमने उस समय सबसे पहले वायरल वीडियो को InVID टूल पर डाला था और उसके की-फ्रेम्स निकाले थे। फिर हमने इन की-फ्रेम्स को रिवर्स इमेजेज में सर्च किया था। हमें एक YouTube वीडियो मिला था, जिसमें यह वायरल क्लिप भी थी। यह वीडियो बस्टर कीटन की फिल्म ‘अवर हॉस्पिटैलिटी’, 1923 की थी। वायरल क्लिप इस फिल्म के 15 मिनट के टाइमस्टैम्प पर दिखाई देती है।
ट्रेनों के इतिहास के बारे में और जानने के लिए हमने इंटरनेट पर कीवर्ड्स से सर्च किया था। हमने पाया था कि पहली स्टीम ट्रेन की खोज 1804 में हुई थी, लेकिन पहली ऑपरेटिव स्टीम ट्रेन 1825 में खोली गई थी। इसलिए, यहां किया गया दावा पूरी तरह से गलत है।
हमने मामले के संबंध में द असम ट्रिब्यून के वरिष्ठ पत्रकार और प्रसिद्ध फिल्म समीक्षक सिद्धार्थ शंकर डेका से संपर्क किया था। उन्होंने हमें बताया था, “मुझे यह वीडियो क्लिप वॉट्सऐप और फेसबुक पर भी मिली है। दरअसल, यह सिर्फ एक फिल्म का हिस्सा है। मैंने मूल फिल्म देखी है। यह बस्टर कीटन की 1923 की फिल्म “अवर हॉस्पिटैलिटी – ए मेट्रो अट्रैक्शन” का एक दृश्य है। वायरल हो रहा दावा फर्जी है।’
पड़ताल के आखिरी हिस्से में विश्वास न्यूज ने फेसबुक यूजर DMET 1963 – 1967 की प्रोफाइल को स्कैन किया। यूजर के 1,288 दोस्त हैं।
पूरी पड़ताल यहाँ पढ़ें।
निष्कर्ष: 1809 में पहली ट्रेन यात्रा दिखाने का दावा करने वाला वीडियो वास्तव में ‘अवर हॉस्पिटैलिटी’ नाम की एक मूक फिल्म की एक क्लिप है। दावा FAKE है।
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