विश्वास न्यूज की जांच में मुस्लिम महिलाओं की पिटाई के नाम पर वायरल पोस्ट फर्जी निकली। जुलाई 2019 में बिहार में बच्चा चोरी के आरोप में हिंसा की शिकार हुईं महिलाओं के वीडियो को अब झूठे दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
नई दिल्ली (Vishvas News)। सोशल मीडिया में एक पुराने वीडियो को सांप्रदायिक दावे के साथ वायरल किया जा रहा है। इसमें दावा किया जा रहा है कि भारत में मुस्लिम महिलाओं को सरेआम पीटा जा रहा है।
विश्वास न्यूज ने पहले भी वायरल पोस्ट की जांच की थी। पड़ताल में वायरल पोस्ट फर्जी निकली। जुलाई 2019 में बिहार के रोहतास में बच्चा चोरी के आरोप में भीड़ ने दो महिलाओं को निशाना बनाया था। इनका नाम संगीता और बेबी था। अब फिर से उसी पुराने वीडियो को वायरल किया जा रहा है।
फेसबुक पेज Human Rights Violations in Bihar ने 12 अगस्त को वीडियो को वायरल करते हुए इसे मुस्लिम महिलाओं की पिटाई का बताते हुए अपलोड किया। पोस्ट में दावा किया गया : ‘Narendra Modi has become a $%^ on the mission of RSS. In the guise of secularism, India is becoming a country of extremists. Other minorities including Indian Muslims and Christians are being tortured in the streets. This humiliation of Muslim women is a slap in the face to the whole world.’
वीडियो को दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। पोस्ट का फेसबुक और आर्काइव वर्जन यहां देखें।
विश्वास न्यूज ने InVID टूल की मदद से कई वीडियो ग्रैब्स निकाल कर उसे रिवर्स इमेज टूल में सर्च किया तो हमें इससे संबंधित वीडियो News24Live नाम के एक यूट्यूब चैनल पर मिला। 26 जुलाई 2019 को अपलोड न्यूज ने बताया गया कि रोहतास में बच्चा चोरी के आरोप में दो महिलाओं की पिटाई हुई। वायरल वीडियो यहां देख सकते हैं।
पड़ताल के दौरान हमें इससे जुड़ी एक खबर jagran.com पर भी मिली। खबर के मुताबिक, ‘…दोनों महिलाएं पटना से गुप्ताधाम जा रही थी। रास्ता भटक कर मलियाबाग पहुंच गई और भीड़ के हत्थे चढ़ गई…।’
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अधिक जानकारी के लिए विश्वास न्यूज ने रोहतास के विक्रमगंज के अनुमंडल पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) राजकुमार से संपर्क किया था। उनके मुताबिक, ‘वायरल वीडियो पटना की दो महिलाओं संगीता देवी व बेबी देवी का है, जिन्हे दावथ थाना के मलियाबग में बच्चा चोरी के आरोप में भीड़ द्वारा पिटाई की गई थी।’
पूरी पड़ताल विस्तार से यहां पढ़ें।
अब बारी थी इस वीडियो को फर्जी दावे के साथ शेयर करने वाले फेसबुक पेज Human Rights Violations in Bihar की सोशल स्कैनिंग करने की। हमने पाया कि यह पेज 18 मार्च 2020 में बनाया गया था और इसे 95 लोग फॉलो करते हैं। यह पेज मानव अधिकार को लेकर अधिक पोस्ट शेयर करता है।
निष्कर्ष: विश्वास न्यूज की जांच में मुस्लिम महिलाओं की पिटाई के नाम पर वायरल पोस्ट फर्जी निकली। जुलाई 2019 में बिहार में बच्चा चोरी के आरोप में हिंसा की शिकार हुईं महिलाओं के वीडियो को अब झूठे दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।
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