Quick Fact Check : सपा की टिकट से चुनाव लड़ चुके नेता का वीडियो अब कांग्रेस के नाम से वायरल, पोस्‍ट फर्जी है

विश्‍वास न्‍यूज की जांच में वायरल पोस्‍ट फर्जी निकली। कांग्रेस नेता के नाम पर अब वायरल हो रहा वीडियो समाजवादी पार्टी की टिकट से चुनाव लड़ चुके माविया अली का है। माविया अली के एक पुराने वीडियो को अब एक बार फिर कांग्रेस नेता नसीमुद्दीन के नाम से फैलाया जा रहा है।

नई दिल्‍ली (विश्‍वास न्‍यूज)। सोशल मीडिया में एक बार फिर से एक 25 सेकेंड का वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें एक शख्‍स को यह कहते हुए देखा जा सकता है कि सबसे पहले हम मुसलमान है और दूसरे नंबर पर हिंदुस्‍तानी हैं। यूजर्स दावा कर रहे हैं कि ऐसा बोलने वाला व्‍यक्ति कांग्रेसी नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी है।

विश्‍वास न्‍यूज की जांच में पता चला कि वायरल वीडियो में नजर आ रहा शख्‍स सपा की टिकट से चुनाव लड़ चुके माविया अली हैं। वीडियो 2017 का है। पहले भी यह वीडियो हिमालया कंपनी के मालिक के नाम से वायरल हो चुका है। इसकी विश्वास न्‍यूज ने पड़ताल की थी।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर अभिषेक आरएसएस ने 17 जून को एक वीडियो को अपलोड करते हुए दावा किया : ‘कोई कांग्रेसी ग़ुलाम बताएगा, किस अधिकार से संविधान बचाने का नाटक करते हैं वो?’

वीडियो के ऊपर कांग्रेस नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी लिखा है। इसके अलावा इसमें लिखा है कि इस्‍लाम से टकराने वाले संविधान को हम नहीं मानते। हम देश के वफादार नहीं, कुत्‍ते वफादर होते हैं।

वायरल पोस्‍ट का फेसबुक और आकाईव वर्जन देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज पहले भी इस वीडियो की पड़ताल कर चुका है। उस वक्‍त वायरल वीडियो को लेकर दावा किया गया कि इसमें नजर आ रहा शख्‍स हिमालया कंपनी के मालिक हैं। अब वही वीडियो कांग्रेस नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी के नाम से वायरल है।

हमारी जांच में इंडिया टुडे की वेबसाइट पर अपलोड वीडियो बुलेटिन मिला। इसमें वायरल हो रहे वीडियो का इस्‍तेमाल था। यह बुलेटिन 14 अगस्‍त 2017 को अपलोड किया गया था।

पड़ताल के दौरान मिले वीडियो से हमें पता चला कि माविया अली नाम के इस नेता ने समाजवादी पार्टी की टिकट से 2017 में यूपी का विधानसभा चुनाव लड़ा था। उस दौरान उन्‍होंने यह विवादित बयान दिया था। माविया अली ने देवबंद से चुनाव लड़ा था, लेकिन वह हार गए। myneta.info पर इनके बारे में हमें यह जानकारी मिली।

पड़ताल के दौरान विश्‍वास न्‍यूज ने दैनिक जागरण के देवबंद प्रभारी मोइन सिद्दीकी से संपर्क किया था। उन्‍होंने बताया, ‘यह काफी पुराना मामला है, जो उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से जारी एक सर्कुलर को लेकर हुए विवाद से जुड़ा है। वीडियो में नजर आ रहे व्यक्ति माविल अली हैं।’

पूरी पड़ताल आप यहां देख सकते हैं।

अंत में हमने फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की। हमें पता चला कि अभिषेक आरएसएस नाम के इस पेज को दो हजार से ज्‍यादा लोग फॉलो करते हैं। पेज को 29 मई 2019 को बनाया गया था।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की जांच में वायरल पोस्‍ट फर्जी निकली। कांग्रेस नेता के नाम पर अब वायरल हो रहा वीडियो समाजवादी पार्टी की टिकट से चुनाव लड़ चुके माविया अली का है। माविया अली के एक पुराने वीडियो को अब एक बार फिर कांग्रेस नेता नसीमुद्दीन के नाम से फैलाया जा रहा है।

False
Symbols that define nature of fake news
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