Quick fact Check: मारपीट के वीडियो का आप के नेताओं से नहीं है कोई संबंध

Quick fact Check: मारपीट के वीडियो का आप के नेताओं से नहीं है कोई संबंध

विश्‍वास न्‍यूज (नई दिल्‍ली)। सोशल मीडिया पर आम आदमी पार्टी (आप) को लेकर एक झूठा दावा वायरल हो रहा है, जिसमें कहा गया है कि आप की मीटिंग में नेता संजय सिंह और उनकी पार्टी के विधायक के बीच मारपीट हुई। हमारी पड़ताल में ये दावा पूरी तरह गलत साबित हुआ है।  ये वीडियो संजय सिंह और आप विधायक के बीच मारपीट का नहीं है, बल्कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद और विधायक के बीच मारपीट का है। ये घटना 6 मार्च, 2019 को हुई थी। इसी को लेकर विश्वास न्यूज ने 12 मार्च, 2020 को भी एक रिपोर्ट पब्लिश की थी।

क्या हो रहा है वायरल

फेसबुक पर बीना सिंह नाम की यूजर ने एक पोस्ट शेयर की, जिसमें 1 मिनट 57 सेकंड का वीडियो है और उस पर लिखा है कि आप पार्टी की मीटिंग चल रही थी और संजय सिंह ने अपने विधायक को जूते से पीटा। उसके बाद उसी विधायक जी ने संजय सिंह को अच्छी तरह जूते से पेला। दिल्ली की जनता ने चुना है इन्हीं बंदरों को राज करने के लिए।

इस पोस्ट को 16 जून, 2021 को शेयर किया गया है। इस पोस्ट पर अब तक 14 कमेंट हैं और 91 बार इसे शेयर किया जा चुका है।

इस पोस्ट के आर्काइव लिंक के लिए क्लिक करें

ऐसी ही पोस्ट हमें ट्विटर पर भी मिलीं।

पड़ताल

जब हमने इस वीडियो को देखा तो वीडियो में कहीं भी हमें आप नेता संजय सिंह नहीं दिखे। इसके बाद हमने इस वीडियो को पूरा देखा तो हमें पीछे लगे बैनर से पता चला कि ये मामला संत कबीर नगर जिले का है, ये जिला उत्तर प्रदेश में है।   

इसके बाद हमने इस घटना को गूगल पर सर्च किया और हमें जागरण डॉट कॉम की एक खबर मिली। खबर में विस्तार से इस घटना के बारे में बताया गया है। पूरी रिपोर्ट के लिए यहां क्लिक करें।

इस खबर के अनुसार, संतकबीर नगर में प्राविधिक एवं चिकित्सा-शिक्षा मंत्री व जनपद के प्रभारी मंत्री आशुतोष टंडन उर्फ गोपाल की अध्यक्षता में 6 मार्च, 2019 जिला योजना समिति की बैठक में भाजपा सांसद व विधायक आपस में मारपीट हुई। यह मारपीट भाजपा सांसद शरद त्रिपाठी व भाजपा के ही विधायक राकेश सिंह बघेल के बीच हुई।

इसका वीडियो भी दैनिक जागरण ने पब्लिश किया है। इसको यहां देखा जा सकता है।

ऐसा ही पोस्ट एक साल पहले भी वायरल हुआ था, जिसको लेकर विश्वास न्यूज ने 12 मार्च, 2020 को विस्तृत रिपोर्ट पब्लिश की थी, जिसे नीचे पढ़ा जा सकता है।

गलत पोस्ट को डालने वाली फेसबुक यूजर बीना सिंह के प्रोफाइल के अनुसार, वह मुंबई की हैं। उन्होंने मार्च, 2018 में फेसबुक ज्वाइन किया था।

निष्कर्ष – नेताओं के बीच मारपीट के वीडियो का आम आदमी पार्टी के कोई लेना-देना नहीं है। ये मामला बीजेपी से संबंधित था। 2019 की घटना को फिर से वायरल करके फेक न्यूज फैलाई जा रही है।

False
Symbols that define nature of fake news
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