Quick Fact Check : फर्रुखाबाद के शिवलिंग को अयोध्‍या का बताकर फिर से किया गया वायरल

विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। जिस शिवलिंग को अयोध्‍या का बताकर वायरल किया जा रहा है, वह फर्रुखाबाद का है। इसे जानबूझकर कुछ लोग फर्जी दावे के साथ वायरल कर रहे हैं।

विश्‍वास न्‍यूज (नई दिल्‍ली)। सोशल मीडिया में एक बार फिर से एक शिवलिंग की तस्‍वीर वायरल हो रही है। इसे लेकर दावा किया जा रहा है कि अयोध्‍या में खुदाई के दौरान यह शिवलिंग मिला है।
विश्‍वास न्‍यूज ने एक बार पहले भी वायरल तस्‍वीर की पड़ताल की थी। हमारी जांच में पता चला कि 2016 की तस्‍वीर को बार-बार अयोध्‍या से जोड़कर वायरल किया जाता रहा है।

दरअसल असली तस्‍वीर यूपी के फर्रुखाबाद के मठिया देवी मंदिर की है। 2016 में वहां मंदिर की खुदाई के दौरान शिवलिंग का एक बड़ा हिस्‍सा जमीन के अंदर से निकला था। उसी दौरान की तस्‍वीर को कुछ लोग जानबूझकर अयोध्‍या की बताकर वायरल करते रहते हैं। हमारी पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई।

क्‍या हो रहा है वायरल

फेसबुक यूजर पवन यूके ने सरोज पांडेय फैन क्‍लब नाम के एक ग्रुप पर एक अप्रैल को एक फोटो को अपलोड करते हुए लिखा : ‘भगवान श्री राम जिस शिवलिंग की पूजा करते थे वो मिला अयोध्या की खुदाई में आज जयकारे में कमी ना आए जय श्री राम’

इस पोस्‍ट को सच मानकर दूसरे यूजर्स भी वायरल कर रहे हैं। फेसबुक पोस्‍ट का आर्काइव्‍ड वर्जन यहां देखें।

पड़ताल

विश्‍वास न्‍यूज एक बार पहले भी इस तस्‍वीर की जांच कर चुका है। गूगल रिवर्स इमेज टूल की मदद से वायरल तस्‍वीर हमें अमर उजाला की वेबसाइट पर मौजूद एक खबर में मिली। यह खबर 27 जुलाई 2016 को पब्लिश की गई थी। तस्‍वीर के बारे में जानकारी देते हुए लिखा गया कि फर्रुखाबाद के मठिया देवी मंदिर की खुदाई के दौरान शिवलिंग का एक बड़ा हिस्‍सा जमीन के अंदर से निकला था। पूरी खबर आप यहां पढ़ सकते हैं।

वायरल पोस्‍ट को लेकर हमने अयोध्‍या में स्थित दैनिक जागरण के वरिष्‍ठ पत्रकार रमाशरण अवस्‍थी से भी संपर्क किया था। उन्‍होंने हमें बताया था कि वायरल पोस्‍ट फेक है। तस्‍वीर अयोध्‍या की नहीं है।

पड़ताल को विस्‍तार से आप यहां पढ़ सकते हैं।

पड़ताल के अंतिम चरण में विश्‍वास न्‍यूज ने फर्जी पोस्‍ट करने वाले यूजर की जांच की। हमें पता चला कि फेसबुक यूजर पवन यूके ने अपने अकाउंट को लॉक्‍ड किया हुआ है। हमें बस इतना ही पता चला कि यूजर छत्तीसगढ़ का रहने वाला है।

निष्कर्ष: विश्‍वास न्‍यूज की पड़ताल में वायरल पोस्‍ट फर्जी साबित हुई। जिस शिवलिंग को अयोध्‍या का बताकर वायरल किया जा रहा है, वह फर्रुखाबाद का है। इसे जानबूझकर कुछ लोग फर्जी दावे के साथ वायरल कर रहे हैं।

False
Symbols that define nature of fake news
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